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कच्चा पनीर बनाम तला हुआ पनीर: कौन सा विकल्प है सेहत के लिए बेहतर?
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Oct 16, 2025, 18:13 pm IST
Keywords: Raw paneer Fried Paneer Benefits पनीर पोषक तत्व
![]() पनीर एक ऐसा डेयरी उत्पाद है जो दूध से बनाया जाता है और भारतीय रसोई में इसकी लोकप्रियता काफी ज्यादा है. यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत के लिए भी कई लाभकारी गुण रखता है. पनीर को कई तरीकों से खाया जाता है, जैसे कि कच्चा या तला हुआ. अक्सर लोगों के मन में सवाल होता है कि सेहत के लिहाज से कच्चा पनीर बेहतर होता है या तला हुआ. आइए इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते हैं. कच्चा पनीर ताजा दूध से बनाया जाता है और इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन्स की भरपूर मात्रा होती है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व हड्डियों और मांसपेशियों के लिए बेहद जरूरी होते हैं. कच्चे पनीर में कार्बोहाइड्रेट कम और प्रोटीन अधिक होता है, जिससे यह लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है और भूख नियंत्रित करने में मदद करता है. इसके अलावा, कच्चे पनीर में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होते हैं, जो दिल की सेहत के लिए लाभकारी होते हैं. कच्चा पनीर: सेहत के लिए फायदेमंद कच्चा पनीर पाचन तंत्र को भी बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्या को कम करता है. इसके सेवन से त्वचा और बालों को भी पोषण मिलता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि कच्चा पनीर सुबह के वक्त ब्रेकफास्ट में खाना सबसे अच्छा होता है. इसे सलाद के साथ या हल्के मसालों जैसे नींबू, काली मिर्च और सेंधा नमक के साथ भी खाया जा सकता है. तला हुआ पनीर: स्वादिष्ट लेकिन संयमित मात्रा में तला हुआ पनीर जैसे पनीर टिक्का या पनीर बटर मसाला स्वाद में बहुत लाजवाब होता है, लेकिन इसका सेवन करते समय कुछ सावधानियां बरतनी आवश्यक हैं. तले हुए पनीर में कैलोरी और फैट की मात्रा अधिक होती है, जो वजन बढ़ाने का कारण बन सकती है. इसके अलावा, ज्यादा तला हुआ पनीर को खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ सकता है, जो हृदय रोगों का खतरा बढ़ाता है. पाचन के लिहाज से भी तला हुआ पनीर थोड़ा भारी होता है, जिससे अपच और गैस जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए इसे रोजाना खाने से बचना चाहिए और कभी-कभार ही सीमित मात्रा में सेवन करना बेहतर होता है. तले हुए पनीर के साथ हल्का भोजन जैसे सलाद या सूप लेना कैलोरी संतुलन बनाए रखने में मदद करता है. कच्चा या तला हुआ: कौन बेहतर? स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कच्चा पनीर पोषण की दृष्टि से अधिक फायदेमंद है क्योंकि इसमें प्राकृतिक तत्व और कम फैट होता है. यह वजन नियंत्रित करने, पाचन में सुधार करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है. दूसरी ओर, तला हुआ पनीर स्वादिष्ट जरूर होता है लेकिन अधिक कैलोरी और फैट के कारण इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए. कुल मिलाकर, यदि आप अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहते हैं तो रोजाना कच्चे पनीर को अपनी डाइट में शामिल करना उचित होगा, जबकि तले हुए पनीर का सेवन विशेष अवसरों या कभी-कभार करना चाहिए. पनीर के सही सेवन के टिप्स कच्चे पनीर को खाने का सबसे सही समय सुबह का होता है, क्योंकि इससे दिन की शुरुआत ऊर्जा और पोषण से भरपूर होती है. इसे सलाद, रैप या सैंडविच में शामिल किया जा सकता है. तला हुआ पनीर खाने के दौरान कोशिश करें कि तेल कम और गुणवत्ता वाला हो, ताकि शरीर पर इसके नकारात्मक प्रभाव कम हों. अंत में, पनीर चाहे किसी भी रूप में हो, इसे ताजा और स्वच्छ स्थिति में ही सेवन करना चाहिए ताकि स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या से बचा जा सके. सही मात्रा और सही तरीके से पनीर खाने से न केवल स्वाद का आनंद मिलेगा बल्कि आपका शरीर भी स्वस्थ और मजबूत रहेगा. |
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