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नींद की कमी को मत कीजिए इग्नोर, हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Sep 12, 2025, 10:15 am IST
Keywords: sleeping viral इम्यून सिस्टम नींद मानसिक स्वास्थ्य
भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर लोग अपनी नींद से समझौता करने लगते हैं — देर रात तक जागना, मोबाइल स्क्रॉल करना या फिर ऑफिस के काम निपटाना अब आम बात हो गई है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोजाना कम नींद लेना धीरे-धीरे शरीर को अंदर से खोखला कर सकता है? विशेषज्ञों के मुताबिक, नींद केवल थकान मिटाने का जरिया नहीं, बल्कि यह शरीर और दिमाग के लिए उतनी ही ज़रूरी है जितनी एक संतुलित डाइट और नियमित व्यायाम. आइए जानते हैं, कम नींद लेने के क्या-क्या गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं: 1. हृदय रोगों का खतरा बढ़ता है अगर आप रोजाना 5-6 घंटे से कम सोते हैं, तो सावधान हो जाइए. नींद की कमी सीधे तौर पर ब्लड प्रेशर और दिल के दौरे की आशंका को बढ़ा देती है. जब शरीर को पर्याप्त आराम नहीं मिलता, तो ब्लड सर्कुलेशन बिगड़ता है और तनाव हार्मोन अधिक सक्रिय हो जाते हैं — ये दोनों ही दिल की सेहत के लिए नुकसानदायक हैं. 2. मेटाबॉलिज्म पर असर, डायबिटीज और मोटापा भी संभव नींद पूरी न होने पर शरीर का मेटाबॉलिक सिस्टम असंतुलित हो जाता है. इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ती है और शरीर में शुगर लेवल का नियंत्रण बिगड़ सकता है — जो आगे चलकर टाइप-2 डायबिटीज का कारण बन सकता है. साथ ही, नींद की कमी से भूख बढ़ाने वाले हार्मोन (घ्रेलिन) अधिक सक्रिय हो जाते हैं, जिससे वजन तेजी से बढ़ सकता है. 3. मानसिक स्वास्थ्य पर सीधा असर नींद की कमी का सबसे तेज़ असर हमारे दिमाग पर पड़ता है. रिसर्च बताती हैं कि पर्याप्त नींद न लेने वालों में चिड़चिड़ापन, तनाव, डिप्रेशन और मूड स्विंग्स की समस्या सामान्य लोगों की तुलना में कहीं ज्यादा होती है. नींद दिमाग को आराम देती है और नई ऊर्जा के साथ जागने में मदद करती है. इसकी अनदेखी मानसिक संतुलन को बिगाड़ सकती है. 4. इम्यून सिस्टम होता है कमजोर कम नींद लेना हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित करता है. जब शरीर को पर्याप्त नींद नहीं मिलती, तो वह वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में कमजोर पड़ने लगता है. इसका नतीजा ये होता है कि आप जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं और रिकवरी भी देर से होती है. कितनी नींद है जरूरी? वयस्कों के लिए: रोजाना 7-8 घंटे की नींद सबसे उपयुक्त मानी जाती है. बच्चों और किशोरों के लिए: 8-10 घंटे की नींद ज़रूरी होती है.बुजुर्गों के लिए: कम से कम 6-7 घंटे की नींद की सिफारिश की जाती है. |
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