अमेरिकी नेता ने ट्रंप को दी नसीहत! भारत पर टैरिफ लगाने पर जताई चिंता

जनता जनार्दन संवाददाता , Aug 24, 2025, 9:31 am IST
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अमेरिकी नेता ने ट्रंप को दी नसीहत! भारत पर टैरिफ लगाने पर जताई चिंता

अमेरिका की पूर्व राजदूत और रिपब्लिकन पार्टी की प्रभावशाली नेता निक्की हेली ने भारत को एक स्पष्ट और सख्त संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि भारत को रूसी तेल खरीद के मसले पर डोनाल्ड ट्रंप की चिंताओं को गंभीरता से लेना चाहिए, और जल्द से जल्द व्हाइट हाउस के साथ इस पर रचनात्मक हल निकालना चाहिए.

निक्की हेली ने यह टिप्पणी ऐसे समय पर की है जब भारत और अमेरिका के रिश्तों में व्यापार और ऊर्जा के मुद्दों पर तनाव की आहट सुनाई दे रही है.

“भारत को चीन जैसा नहीं समझा जाना चाहिए”

हेली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, "भारत और अमेरिका दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र हैं. हमारे दशकों पुराने रिश्ते इस तनाव को पीछे छोड़ने की मजबूत नींव प्रदान करते हैं."

हेली ने साफ किया कि अमेरिका को भारत के साथ अपने रिश्ते चीन के नजरिए से नहीं देखने चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका-भारत के बीच संबंध बिगड़ते हैं तो पिछले 25 वर्षों की मेहनत बर्बाद हो जाएगी और इसका सीधा फायदा चीन को मिलेगा.

अतिरिक्त टैरिफ का खतरा

हेली ने खुलासा किया कि भारत द्वारा रूस से बड़ी मात्रा में तेल खरीदना अमेरिका में चिंता का विषय है. उनका कहना है कि यह रूसी अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रहा है, जिससे यूक्रेन पर हमला जारी रखने में मदद मिल रही है.

उन्होंने बताया कि ट्रंप प्रशासन भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने पर विचार कर रहा है, और यह शुल्क पहले से मौजूद 25% टैरिफ के अतिरिक्त होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत को वैश्विक व्यापार में अधिक खुलेपन और पारदर्शिता की दिशा में आगे बढ़ना होगा क्योंकि भारत लंबे समय से दुनिया की सबसे संरक्षणवादी (प्रोटेक्शनिस्ट) अर्थव्यवस्थाओं में से एक रहा है.

चीन का जवाब और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला

निक्की हेली ने यह भी माना कि मौजूदा भू-राजनीतिक परिदृश्य में भारत की भूमिका बेहद रणनीतिक और अनिवार्य है. उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका को चीन पर निर्भरता कम करनी है, तो भारत से बेहतर विकल्प नहीं हो सकता. उन्होंने बताया कि कई ऐसे उद्योग हैं—जैसे कपड़ा, सस्ते मोबाइल फोन और सोलर पैनल—जिन्हें अमेरिका में तुरंत उत्पादन करना संभव नहीं है. ऐसे में भारत ही एक व्यवहारिक विकल्प है.

रक्षा और भू-राजनीतिक संतुलन में भारत की भूमिका

हेली ने कहा कि भारत अमेरिका, इजरायल और अन्य सहयोगियों के साथ रक्षा साझेदारी में एक अहम कड़ी बन चुका है. भारत न केवल अमेरिकी रक्षा उपकरणों का बड़ा बाजार बन रहा है, बल्कि वह मध्य पूर्व की स्थिरता में भी भूमिका निभा सकता है.

भारत की भौगोलिक स्थिति को उन्होंने विशेष रूप से महत्वपूर्ण बताया, यह कहते हुए कि भारत चीन की ऊर्जा और व्यापार लाइफलाइन के बीच में मौजूद है. यदि किसी बड़े संघर्ष की स्थिति उत्पन्न होती है, तो भारत चीन के लिए रणनीतिक चुनौती बन सकता है.

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