Saturday, 22 November 2025  |   जनता जनार्दन को बुकमार्क बनाएं
आपका स्वागत [लॉग इन ] / [पंजीकरण]   
 

बायोकैमिकल अटैक की साजिश, मंदिरों के प्रसाद में जहर, पकड़े गए आतंकियों का बड़ा खुलासा

बायोकैमिकल अटैक की साजिश, मंदिरों के प्रसाद में जहर, पकड़े गए आतंकियों का बड़ा खुलासा

गुजरात की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने अहमदाबाद से गिरफ्तार तीन आतंकियों से बड़े खुलासे किए हैं, जिनसे देशभर में सुरक्षा एजेंसियों की नींद हराम हो गई है. खुरासान मॉड्यूल से जुड़े ये आरोपी नई दिल्ली, लखनऊ और अहमदाबाद के प्रमुख मंदिरों में आने वाले भक्तों को ‘प्रसाद’ के जरिए निशाना बनाने की योजना बना रहे थे. उनके पास रिसिन नामक खतरनाक जैविक केमिकल का स्टॉक भी बरामद हुआ है, जिसे वे प्रसाद में मिलाकर लोगों को मारने का प्लान कर रहे थे.

सूत्रों के मुताबिक, रिसिन बेहद खतरनाक जैविक विष है. इसकी केवल 1 मिलीग्राम मात्रा भी इंसान की जान ले सकती है. रिसिन को निगलने, सांस के जरिए या इंजेक्शन के रूप में दिया जा सकता है. इतिहास में इसका इस्तेमाल 1978 में बुल्गारियन असंतोषी जॉर्जी मार्कोव की हत्या में हुआ था. गिरफ्तार आतंकियों के पास रिसिन बनाने की विस्तृत जानकारी, मंदिरों की रेकी, फोटो और वीडियो भी मिले हैं.

मंदिरों में प्रसाद के जरिए हमला

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पिछले कुछ महीनों में लखनऊ के हनुमान सेतु मंदिर, अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर और दिल्ली के प्रमुख धार्मिक स्थलों की रेकी की थी. उनका मकसद था कि मंदिरों में भक्तों को वितरित होने वाले प्रसाद में रिसिन मिलाकर बड़े पैमाने पर हत्याएं की जाएँ.

गिरफ्तार किए गए आतंकियों में शामिल हैं:

  • डॉक्टर मोहिउद्दीन (खुरासान मॉड्यूल से जुड़ा, पेशे से चिकित्सक, रिसिन बनाने में प्रमुख भूमिका)
  • सोहेल (लखीमपुर खीरी)
  • आजाद सैफी (शामली)

सूत्रों का कहना है कि ये आरोपी अफगानिस्तान में बैठे हैंडलर अबू खदीजा के सीधे संपर्क में थे. हैंडलर ने ऑनलाइन माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण दिया कि धार्मिक स्थलों पर हमला कर समाज में विभाजन फैलाया जाए.

यूपी के आतंकियों का नेटवर्क

सोहेल और आजाद दोनों ने यूपी के मुजफ्फरनगर के मदरसे से हाफिज की पढ़ाई पूरी की थी. इसके बाद सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी सामग्री से प्रभावित होकर वे खुरासान मॉड्यूल में शामिल हो गए.

एटीएस अभी भी गुजरात में मॉड्यूल की तलाश में सक्रिय है. लखीमपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में उनके संपर्कों पर छापेमारी जारी है. एजेंसियों का अनुमान है कि मॉड्यूल में और लोग शामिल हो सकते हैं, जिन्हें हथियार और फंडिंग सप्लाई की जा रही थी.

फरीदाबाद मॉड्यूल के भी मंदिरों पर थे निशाने

फरीदाबाद से गिरफ्तार आतंकियों डॉ मुजम्मिल, डॉ शाहीन शाहिद और डॉ परवेज ने खुलासा किया कि उनके निशाने पर अयोध्या का राम मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर थे. डॉ शाहीन ने अयोध्या में अपने स्लीपर सेल को सक्रिय कर 6 दिसंबर के दिन हमले की योजना बनाई थी. हालांकि, जम्मू-कश्मीर पुलिस और हरियाणा एटीएस ने इस मॉड्यूल को पहले ही भंग कर दिया.

साथ ही, डॉ उमर नबी ने दिल्ली के लाल किले के पास i20 कार में विस्फोटक रखकर आत्मघाती हमला किया था, जिसमें 12 लोग मारे गए थे.

अन्य आतंकवाद लेख
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल