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बिहार के चुनावी नतीजों के बीच जन सुराज के प्रत्याशी की हार्ट अटैक से मौत

जनता जनार्दन संवाददाता , Nov 15, 2025, 12:00 pm IST
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बिहार के चुनावी नतीजों के बीच जन सुराज के प्रत्याशी की हार्ट अटैक से मौत

बिहार चुनावी परिणामों के बीच एक दुखद खबर सामने आई है. जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी चंद्रशेखर सिंह की शुक्रवार, 14 नवंबर 2025 को अचानक हार्ट अटैक से मौत हो गई. यह घटना उस समय हुई जब बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो रहे थे और चंद्रशेखर सिंह अपनी सीट पर चुनावी परिणाम का इंतजार कर रहे थे. उनका इलाज पटना के एक निजी अस्पताल में चल रहा था, लेकिन तबियत बिगड़ने के बाद वे हार्ट अटैक के शिकार हो गए और उनकी जान चली गई. चंद्रशेखर सिंह की मौत ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरी इलाके में शोक की लहर पैदा कर दी है.

चंद्रशेखर सिंह तरारी विधानसभा सीट से जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार थे. उन्होंने इस चुनाव में 2271 वोट प्राप्त किए, लेकिन सीट पर उनकी हार के बाद उनका निधन हो गया. इस सीट पर बीजेपी के विशाल प्रशांत की जीत हुई है, जिन्होंने सबसे ज्यादा वोट हासिल किए. उनकी हार्ट अटैक से हुई मौत के बाद, गांव में गम का माहौल छा गया है और स्थानीय लोग इसे क्षेत्र की बड़ी क्षति मान रहे हैं.

चंद्रशेखर सिंह की मौत चुनावी परिणाम के साथ मेल खाती है, जहां उनकी पार्टी के उम्मीदवारों की उम्मीदें जरूर थीं, लेकिन व्यक्तिगत रूप से उनके स्वास्थ्य की स्थिति ने चुनाव परिणामों से पहले ही उन्हें रोक लिया. हालांकि उनका निधन अचानक हुआ, लेकिन पहले से ही उनकी सेहत में गिरावट थी. अक्टूबर के आखिरी दिन, 31 अक्टूबर को, चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें पहले हार्ट अटैक का सामना करना पड़ा था. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए पटना में भर्ती कराया गया था.

चंद्रशेखर सिंह का जीवन और राजनीतिक यात्रा

चंद्रशेखर सिंह के बारे में यह जानकर हैरानी होती है कि उन्होंने अपने जीवन के अधिकांश समय में शिक्षा क्षेत्र में काम किया था. वे एक सेवानिवृत्त प्रधान शिक्षक थे और समाज में उनकी प्रतिष्ठा भी बहुत मजबूत थी. वे मूल रूप से कुरमुरी गांव के निवासी थे, लेकिन उनका राजनीतिक करियर बहुत लंबा नहीं रहा. राजनीतिक पृष्ठभूमि से उनका कोई सीधा जुड़ाव नहीं था, लेकिन जन सुराज पार्टी के गठन के बाद वे प्रशांत किशोर के विचारों से प्रभावित हुए और पार्टी से जुड़कर चुनाव में उम्मीदवार बनने का अवसर पाया.

चंद्रशेखर सिंह का चुनावी सफर बहुत छोटा और अचानक शुरू हुआ था, लेकिन उनकी मौत ने उनके परिवार, गांव और क्षेत्र को गहरे दुख में डाल दिया. उनके निधन ने गांववासियों को हिला दिया है, क्योंकि उनके परिवार की एक अहम शख्सियत का अंत हो गया. उनके निधन के बाद गांव में शोक की लहर फैल गई और स्थानीय लोग इसे एक बड़े आघात के रूप में देख रहे हैं.

बीजेपी और सीपीआईएमएल का प्रदर्शन

चंद्रशेखर सिंह के निधन की खबर ने जहां एक ओर शोक का माहौल बना दिया, वहीं उनकी सीट पर मतगणना का दौर भी चलता रहा. तरारी सीट पर 29 राउंड की मतगणना पूरी हो चुकी है. इस चुनाव में बीजेपी के विशाल प्रशांत ने सबसे अधिक वोटों के साथ जीत दर्ज की. उन्हें कुल 96,887 वोट मिले, जो पहले स्थान पर रहे. इस सीट पर सीपीआईएमएल के मदन सिंह दूसरे स्थान पर रहे, जिन्होंने 85,423 वोट हासिल किए.

चंद्रशेखर सिंह की मृत्यु के बाद इस सीट पर जन सुराज पार्टी की स्थिति कमजोर हो गई, क्योंकि उनकी उपस्थिति और नेतृत्व के साथ पार्टी का समर्थन भी समाप्त हो गया. हालांकि, पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने अपनी पूरी कोशिश की, लेकिन इस असामयिक घटना ने उनके अभियान को अपूरणीय क्षति पहुँचाई.

स्थानीय प्रतिक्रिया और शोक

चंद्रशेखर सिंह की मौत के बाद उनके पारिवारिक सदस्य और समाज के लोग गहरे शोक में डूबे हुए हैं. उनके गांव कुरमुरी में शोक की लहर दौड़ गई है. इस दुखद खबर के सामने आते ही गांववाले उनके परिवार के प्रति संवेदनाएँ व्यक्त कर रहे हैं.

समाचार लिखे जाने तक, चंद्रशेखर सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव नहीं पहुंचा था, लेकिन उनके परिवार के सदस्य पटना से आरा की ओर यात्रा कर रहे थे, ताकि वे अपने अंतिम संस्कार की तैयारी कर सकें. उनका निधन न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरी समुदाय के लिए एक बड़े धक्के के रूप में आया है. चंद्रशेखर सिंह की सामाजिक प्रतिष्ठा और उनके लिए क्षेत्र में लोगों का आदर हमेशा जीवित रहेगा.

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