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हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में 7 साल की बच्ची को जिंदा जलाया
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Dec 21, 2025, 11:23 am IST
Keywords: Bangladesh Violence Bangladesh Violence बांग्लादेश
बांग्लादेश एक बार फिर राजनीतिक हिंसा की आग में झुलसता नजर आ रहा है. एक छात्र नेता की हत्या से शुरू हुआ गुस्सा अब आम लोगों की जान पर भारी पड़ने लगा है. हालात इतने बेकाबू हो गए कि लक्ष्मीपुर सदर उपजिला में हुई आगजनी के दौरान एक मासूम बच्ची जिंदा जल गई. इस दर्दनाक घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार को लक्ष्मीपुर सदर उपजिला में एक बीएनपी नेता के घर को बाहर से बंद कर आग के हवाले कर दिया गया. घर के अंदर मौजूद एक निर्दोष बच्ची की मौके पर ही जलकर मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से झुलस गए. यह घटना उस हिंसक माहौल का हिस्सा है, जो छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद देशभर में फैल गया है. चुनावी रैली में गोली, इलाज के दौरान मौत हिंसा की जड़ 12 दिसंबर की उस घटना से जुड़ी है, जब ढाका के बिजोयनगर इलाके में एक चुनावी रैली के दौरान नकाबपोश हमलावरों ने शरीफ उस्मान हादी को गोली मार दी थी. सिर में गोली लगने के बाद उन्हें गंभीर हालत में सिंगापुर ले जाया गया, जहां गुरुवार को इलाज के दौरान 32 वर्षीय हादी ने दम तोड़ दिया. शनिवार को ढाका विश्वविद्यालय मस्जिद के पास स्थित काजी नजरुल इस्लाम की समाधि के निकट कड़ी सुरक्षा के बीच उनका अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार के बाद भड़का उबाल हादी की मौत की खबर फैलते ही बांग्लादेश के कई हिस्सों में तोड़फोड़ और हमलों का सिलसिला तेज हो गया. चटोग्राम में सहायक भारतीय उच्चायुक्त के आवास पर पथराव की घटना भी सामने आई. अंतिम संस्कार के तुरंत बाद हादी की पार्टी ‘इंकलाब मंच’ ने अंतरिम सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया. शाहबाग चौराहे पर हजारों समर्थकों की मौजूदगी में पार्टी प्रवक्ता ने हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की. हादी का राजनीतिक सफर और प्रभाव शरीफ उस्मान हादी जुलाई 2024 के बड़े विद्रोह के दौरान उभरे प्रमुख चेहरों में शामिल थे. वे भारत के मुखर विरोधी माने जाते थे और इंकलाब मंच के प्रवक्ता के तौर पर अपनी पहचान बना चुके थे. उन्होंने ढाका-8 संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 13वें आम चुनाव लड़ने की घोषणा भी की थी. उनके परिवार ने शाहबाग इलाके में एक स्मारक बनाने की मांग की है, जिसे सत्ता परिवर्तन आंदोलन की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है. हादी की मौत पर यूनुस सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया और राजधानी ढाका में सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी गई है. भारत में भी बढ़ाई गई चौकसी बांग्लादेश में जारी हिंसा के असर को देखते हुए भारत में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है. नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग के आसपास हाई अलर्ट घोषित किया गया है. दिल्ली पुलिस ने गुरुवार रात से अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं. शुक्रवार को इलाके में बैरिकेडिंग की गई और आने-जाने वाले वाहनों की सघन जांच की जा रही है. बांग्लादेश में हालात जिस तेजी से बिगड़ रहे हैं, उसने न केवल वहां की राजनीति को अस्थिर किया है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं. |
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