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सीजफायर के बावजूद लेबनान में इजरायल की एयरस्ट्राइक! हिजबुल्लाह के चीफ ऑफ स्टाफ की मौत
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Nov 24, 2025, 10:43 am IST
Keywords: एयरस्ट्राइक हिजबुल्लाह लेबनान की राजधानी बेरूत गाज़ा Lebnan GAZA
लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी हिस्से दाहीये में रविवार, 23 नवंबर 2025 को इज़रायल ने एक बड़ी हवाई कार्रवाई की, जिसने पूरे इलाके में दहशत फैला दी. इज़रायल डिफेंस फोर्सेज़ (IDF) का कहना है कि इस हमले में हिज़्बुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडरों में गिने जाने वाले हायथम अली तबताबाई की मौत हो गई है. हालांकि हिज़्बुल्लाह की ओर से इस दावे की आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं की गई है. दहीये इलाका हिज़्बुल्लाह का प्रमुख गढ़ माना जाता है, और रविवार को हुई एयरस्ट्राइक कई महीनों बाद राजधानी में हुआ सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि विस्फोटों की आवाज़ इतनी तेज़ थी कि लोग घबराकर घरों से निकल आए. कई भवनों को नुकसान पहुंचा, जबकि कई वाहन भी मलबे में दब गए. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि इस हमले में कम से कम पाँच लोगों की मौत हुई है और बीस से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें कई आम नागरिक शामिल हैं. इज़रायल के हमले में मारा गया तबताबाई इज़रायल का दावा है कि मारा गया व्यक्ति तबताबाई था, जिसे हिज़्बुल्लाह की सैन्य रणनीति का मुख्य आधार माना जाता है. वह 1980 के दशक से संगठन के साथ जुड़ा था और उसने ‘रेडवान फोर्स’ नामक विशेष इकाई तैयार की थी. माना जाता है कि उसने सीरिया में कई महत्वपूर्ण अभियानों का नेतृत्व किया और पिछले वर्ष इज़रायल–लेबनान सीमा पर हुए संघर्षों में प्रमुख भूमिका निभाई. बाद में उसे संगठन का चीफ ऑफ़ जनरल स्टाफ नियुक्त किया गया. अमेरिका ने 2018 में उसके बारे में किसी भी तरह की जानकारी देने पर 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित किया था. पिछले 8 अक्टूबर से जारी है संघर्ष यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब इज़रायल और हिज़्बुल्लाह के बीच टकराव लगातार बढ़ रहा है. दोनों पक्षों के बीच मौजूदा संघर्ष पिछले वर्ष 8 अक्टूबर से जारी है, जब हिज़्बुल्लाह ने गाज़ा में अपने सहयोगियों के समर्थन में इज़रायल पर हमले शुरू किए थे. इस वर्ष सितंबर में इज़रायल के ‘पेज़र्स ऑपरेशन’ के बाद तनाव और तेज़ हो गया था और सीमाई इलाकों में लगातार झड़पें देखी जा रही हैं. रविवार को हुए हमले को लेकर अमेरिकी अधिकारियों ने भी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि इस ऑपरेशन के बारे में इज़रायल ने पहले से वाशिंगटन को सूचित नहीं किया था. अमेरिका को हमले की जानकारी बाद में मिली, हालांकि यह भी स्वीकारा गया कि उन्हें यह अंदेशा जरूर था कि आने वाले दिनों में इज़रायल लेबनान में कोई बड़ी कार्रवाई कर सकता है. इस हमले के बाद मध्य-पूर्व में पहले से मौजूद तनाव और गहरा हो गया है और अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि हिज़्बुल्लाह इस कार्रवाई का जवाब कैसे देता है. |
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