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मन की बात में पीएम मोदी ने दी छठ की बधाई, स्वदेशी खरीदारी पर की बात
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Oct 26, 2025, 14:29 pm IST
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नई दिल्ली: रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 127वें संस्करण के ज़रिए संवाद किया. इस बार का एपिसोड न केवल त्योहारों की रौनक से भरा था, बल्कि इसमें सामाजिक एकता, पर्यावरण, आत्मनिर्भरता और जनभागीदारी की झलक भी देखने को मिली. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत छठ महापर्व से की और फिर देश के विभिन्न हिस्सों में चल रही प्रेरणादायक पहलों का ज़िक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि छठ पर्व भारतीय संस्कृति में प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है. उन्होंने बताया कि यह पर्व सामाजिक एकता का जीवंत उदाहरण है, क्योंकि इस दौरान घाटों पर हर वर्ग, हर समुदाय एक साथ खड़ा होकर सूर्य उपासना करता है. प्रधानमंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि जो भी संभव हो, वे छठ उत्सव में एक बार अवश्य भाग लें और भारत की इस सांस्कृतिक विविधता को नज़दीक से अनुभव करें. आज चाय नहीं, कॉफी पर चर्चा अपने संबोधन में पीएम मोदी ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा, “आप सभी मेरे चाय से जुड़ेपन से परिचित हैं, लेकिन आज बात कॉफी की करेंगे.” उन्होंने ओडिशा की कोरापुट कॉफी का ज़िक्र करते हुए बताया कि इस क्षेत्र की कॉफी न केवल स्वाद में अद्भुत है, बल्कि इससे स्थानीय किसानों की ज़िंदगी में भी सकारात्मक बदलाव आया है. ऑपरेशन सिंदूर पर गर्व पीएम मोदी ने हाल ही में सफल हुए ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की और कहा कि इस मिशन ने हर भारतीय को गर्व से भर दिया है. उन्होंने बताया कि अब वे क्षेत्र, जो कभी माओवादी आतंक के साये में थे, आज शांति और उम्मीद के दीये जला रहे हैं. आत्मनिर्भर भारत और जीएसटी बचत उत्सव प्रधानमंत्री ने जीएसटी बचत उत्सव का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस अभियान के दौरान बाजारों में स्वदेशी वस्तुओं की खरीदारी में उत्साहजनक वृद्धि हुई है. उन्होंने इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत कदम बताया. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि लोगों ने खाद्य तेल की खपत में कमी लाने की उनकी अपील को गंभीरता से अपनाया है, जिससे देश में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे हैं. बेंगलुरु के इंजीनियर कपिल शर्मा की सराहना प्रधानमंत्री ने बेंगलुरु के इंजीनियर कपिल शर्मा की प्रशंसा की, जिन्होंने शहर की झीलों और जलाशयों को पुनर्जीवित करने का अभियान चलाया है. उनकी टीम ने अब तक 40 कुएं और 6 झीलों को नया जीवन दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे प्रयास न केवल पर्यावरण की रक्षा करते हैं, बल्कि समाज को जागरूक भी बनाते हैं. भारतीय नस्ल के कुत्तों को अपनाने की अपील पीएम मोदी ने याद दिलाया कि पांच वर्ष पहले उन्होंने भारतीय नस्ल के कुत्तों को अपनाने की अपील की थी. उन्होंने बताया कि BSF और CRPF जैसी सुरक्षा एजेंसियों ने इस दिशा में कदम बढ़ाया है और अब उनके दस्तों में भारतीय नस्ल के ‘श्वान’ शामिल किए जा रहे हैं, जो देशी परिस्थितियों में बेहतर ढंग से काम करते हैं. मैंग्रोव से बदली पर्यावरण की तस्वीर प्रधानमंत्री ने बताया कि तटीय इलाकों में मैंग्रोव संरक्षण के प्रयासों का असर अब साफ दिखने लगा है. इन इलाकों में डॉल्फिन्स, केकड़े और प्रवासी पक्षियों की संख्या बढ़ी है, जिससे स्थानीय पारिस्थितिकी मजबूत हो रही है और मछुआरों की आय में भी वृद्धि हुई है. ‘रन फॉर यूनिटी’ में शामिल होने का आह्वान कार्यक्रम के अंत में पीएम मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती (31 अक्टूबर) पर आयोजित ‘Run For Unity’ में देशवासियों से भाग लेने की अपील की. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने भारत की एकता को साकार रूप दिया, और उनकी जयंती पर दौड़ना केवल फिटनेस का प्रतीक नहीं बल्कि राष्ट्र की एकता के प्रति समर्पण का प्रतीक भी है. |
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