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सौ शहाबुद्दीन भी आ जाएं तो... सिवान में विपक्ष पर जमकर बरसे अमित शाह

जनता जनार्दन संवाददाता , Oct 24, 2025, 16:48 pm IST
Keywords: Amit Shah In Siwan   बिहार   विधानसभा चुनाव 2025   केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह  
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सौ शहाबुद्दीन भी आ जाएं तो... सिवान में विपक्ष पर जमकर बरसे अमित शाह

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण से ठीक पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिवान में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया. मंच से उन्होंने राज्य के मतदाताओं को 1990 के दशक के “जंगलराज” की याद दिलाई और दावा किया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने बिहार को अराजकता से विकास की राह पर ला खड़ा किया है.

अमित शाह ने सिवान की ऐतिहासिक भूमि को संबोधित करते हुए कहा कि यह जिला कभी अपराध और भय का पर्याय बन चुका था, जब लालू यादव और राबड़ी देवी के शासन में अपराधियों का बोलबाला था. उन्होंने विशेष रूप से पूर्व आरजेडी सांसद शहाबुद्दीन का नाम लेते हुए कहा कि सिवान का नाम एक समय हिंसा, खून-खराबे और आतंक के लिए बदनाम हो गया था.

गृह मंत्री ने कहा, “लालू-राबड़ी के जंगलराज में सिवान खून से लथपथ हो गया था. शहाबुद्दीन के अत्याचारों से लोग त्रस्त थे, लेकिन सिवान की जनता ने कभी हार नहीं मानी. उन्होंने वोट की ताकत से उस अंधकार युग को खत्म कर दिया.” अमित शाह ने यह भी कहा कि आज बिहार में कानून का राज है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य ने नई दिशा पकड़ी है. उन्होंने कहा, “अब सिवान में सौ शहाबुद्दीन भी आ जाएं तो किसी का बाल भी बांका नहीं कर सकते.”

शहाबुद्दीन के बेटे को टिकट देने पर आरजेडी पर हमला

शाह ने आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू यादव ने एक बार फिर से सिवान के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है. अमित शाह ने कहा, “लालू यादव ने फिर उसी शहाबुद्दीन के बेटे को रघुनाथपुर से टिकट दिया है. मैं सिवान की जनता से पूछना चाहता हूं, क्या आप फिर उसी आतंक के युग में लौटना चाहेंगे?” उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार को भय, भ्रष्टाचार और जातिवाद की राजनीति से मुक्त कराया है. शाह ने कहा, “नीतीश कुमार ने बिहार को अपराध और अराजकता से बाहर निकाला. अब सिवान में विकास की राजनीति होगी, न कि अपराधियों की.” 

लालू यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र

अमित शाह ने अपने भाषण में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर एक के बाद एक भ्रष्टाचार के मामलों की याद दिलाई. उन्होंने कहा कि लालू यादव ने 20 साल तक बिहार की सत्ता में रहते हुए विकास के नाम पर सिर्फ घोटाले किए. चारा घोटाला, लैंड फॉर जॉब स्कैम, रेलवे होटल घोटाला, बीपीएससी भर्ती घोटाला, हर जगह घोटालों की फेहरिस्त है.”

शाह ने जनता से सवाल पूछा, “क्या सिवान वालों को ऐसा शासन फिर चाहिए, जहां रोजगार की जगह रिश्वत का बोलबाला हो?” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार की सरकार ने पारदर्शिता और सुशासन को बिहार की पहचान बनाया है.

घुसपैठियों के मुद्दे पर राहुल गांधी पर तंज

अपने भाषण के अंतिम हिस्से में अमित शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और आरजेडी की नीति हमेशा “राष्ट्र विरोधी तत्वों को संरक्षण देने” वाली रही है. उन्होंने कहा, “राहुल बाबा कहते हैं कि घुसपैठियों को बिहार में रहने दो. लेकिन मैं सिवान की जनता से पूछना चाहता हूं, क्या घुसपैठियों को इस देश में रहने देना चाहिए?” सभा में मौजूद भीड़ ने “नहीं” के नारों से जवाब दिया, जिसके बाद शाह ने कहा,  “अगर बिहार की जनता फिर से एनडीए सरकार बनाती है, तो हम एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर देश से बाहर निकाल देंगे.”

नीतीश कुमार और मोदी के विकास कार्यों का बखान

अमित शाह ने एनडीए सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि बिहार में पिछले वर्षों में सड़कों, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में ऐतिहासिक सुधार हुए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बिहार को बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में करोड़ों रुपये की योजनाओं का लाभ मिला है.

उन्होंने  कहा, “पहले जिस सिवान में शाम होते ही लोग घरों में बंद हो जाते थे, आज वहीं नई सड़कों पर रोशनी और विकास नजर आता है. यह फर्क एनडीए सरकार ने पैदा किया है.” उन्होंने दावा किया कि अगर इस बार भी बिहार की जनता एनडीए को जनादेश देती है, तो अगले पांच वर्षों में हर जिले में नए उद्योग और रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे.

“फिर चाहिए विकास का बिहार या जंगलराज?”

अपने भाषण के अंत में अमित शाह ने जनता से भावनात्मक अपील की. उन्होंने कहा, “अब फैसला बिहार के लोगों को करना है, क्या आप विकास का बिहार चाहते हैं या फिर से लालटेन के उस दौर में लौटना चाहते हैं, जब सिवान की गलियों में भय का माहौल था?” 

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