काव्य-संग्रह 'अकेले नहीं हैं हम' का लोकार्पण
जनता जनार्दन डेस्क ,
Feb 25, 2015, 13:13 pm IST
Keywords: Gems and India Achivmant Muse Award Dr. Young Poet. Moon San poems Aklay nai hai hum Dedicated 23th World Book Fair Pragati Maidan Dedication ceremony Dr. headed. JK Dagar
नई दिल्ली: सरस्वती रत्न एवं इंडिया एचीवमैंट अवार्ड से सम्मानित युवा कवि डाॅ. चन्द्र सैन के पहले काव्य-संग्रह ‘अकेले नहीं हैं हम’ का लोकार्पण कल 23वें विश्व पुस्तक मेला, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में किया गया।
इस लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता डाॅ. जे.के. डागर द्वारा की गई। कार्यक्रम में रायपुर, छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शताब्दी पाण्डेय मुख्य अतिथि थीं। इस अवसर पर श्री मुकेश गंभीर, श्री ओमेश बारुखी एवं हास्य कवि सी.एम. अटल विशिष्ट अतिथि थे। उल्लेखनीय है कि मंजुली प्रकाशन के मालिक और राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित साहित्यकार श्री योगेश भार्गव द्वारा डाॅ. चन्द्र सैन के काव्य-संग्रह का प्रकाशन किया गया है। समारोह में अनेक साहित्यकार, लेखक, काव्य-प्रेमी एवं गणमान्य व्यक्ति भारी संख्या में मौजूद थे। मंच संचालन कवयित्री संगीता शर्मा ने किया। इस अवसर पर डाॅ. चन्द्र सैन अपने एक प्रतिनिधि गीत ‘मुझको जो भी मिला, जाने वाला मिला/मेरी हसरत है अब, आने वाला मिले/अब तलक कितना, टूटा हूँ कैसे कहूँ/कोई भीतर से, समझाने वाला मिले।’ का सस्वर पाठ भी किया। |
क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं? |
|
हां
|
|
नहीं
|
|
बताना मुश्किल
|
|
|