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जापान में नानकाई ट्रफ से आने वाले मेगाक्वेक का खतरा, 3 लाख लोगों की जान को खतरा

जनता जनार्दन संवाददाता , Jul 06, 2025, 9:58 am IST
Keywords: भविष्यवाणी   japan   news  
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जापान में नानकाई ट्रफ से आने वाले मेगाक्वेक का खतरा, 3 लाख लोगों की जान को खतरा

जापान में हाल ही में नानकाई ट्रफ क्षेत्र में संभावित "मेगाक्वेक" के खतरे के चलते चिंता का माहौल बना हुआ है. विशेषज्ञों के अनुसार, इस भूकंप के कारण भारी जानमाल का नुकसान हो सकता है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था और जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. जापान सरकार इस खतरे से निपटने के लिए अपनी तैयारियों को तेज़ कर रही है ताकि जनहानि को कम किया जा सके और लोगों को जल्द राहत पहुंचाई जा सके.

मेगाक्वेक की संभावना: क्या है खतरा?

इस साल जनवरी में एक रिपोर्ट में कहा गया था कि अगले 30 वर्षों में नानकाई ट्रफ क्षेत्र में 8.0 या उससे अधिक तीव्रता का भूकंप आने की संभावना 75 से 82 प्रतिशत तक हो सकती है. यह अनुमान जापान में भूकंपों की बढ़ती संभावना को लेकर चिंता को और बढ़ा रहा है. मार्च में आई एक और रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गई थी कि एक तेज़ भूकंप के साथ सुनामी का आना भी विनाशकारी परिणामों का कारण बन सकता है. इन खतरों को देखते हुए, जापान सरकार ने तटबंधों के निर्माण को तेज़ करने और आपदा प्रबंधन व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं.

नानकाई ट्रफ और मेगाक्वेक के कारण

नानकाई ट्रफ एक समुद्री खाई है जो 800 किलोमीटर लंबी है और इसमें फिलीपीन सागर प्लेट और अमुरियन प्लेट के बीच स्थित सीमा पर भूकंप उत्पन्न होते हैं. इस क्षेत्र में प्लेटों का आपस में टकराना और धकेलना भूकंपों का कारण बनता है. जब ये भूकंप आते हैं, तो उनकी तीव्रता 8.0 या उससे अधिक होती है, जिससे भारी तबाही होती है. ऐसे मेगाक्वेक्स आमतौर पर हर 90 से 200 साल में आते हैं, और जब आते हैं तो ये कई बार एक के बाद एक होते हैं. उदाहरण के लिए, 1854 में एंसेई-टोकाई और एंसेई-नानकाई भूकंप एक दिन के अंतर पर आए थे और उन्होंने व्यापक तबाही मचाई थी.

भविष्यवाणी और सार्वजनिक चिंता

जापान की प्रसिद्ध भविष्यवक्ता रियो तात्सुकी, जो "बाबा वेंगा" के नाम से जानी जाती हैं, ने 1999 में नानकाई क्षेत्र के लिए एक चेतावनी दी थी. तात्सुकी का दावा था कि 2025 में जापान और फिलीपीन के बीच समुद्र तल के नीचे एक बड़ी दरार खुलेगी, जिससे बहुत बड़ी सुनामी उत्पन्न होगी. उनका कहना था कि यह सुनामी 2011 में आए तोहोकू भूकंप और सुनामी से भी अधिक खतरनाक होगी. तात्सुकी की भविष्यवाणी के बाद, जापान में नानकाई ट्रफ से संबंधित चिंताओं में और भी इज़ाफा हुआ है.

पर्यटन उद्योग पर प्रभाव

जापान में नानकाई ट्रफ के खतरे की जानकारी के बाद से पर्यटन उद्योग पर भी नकारात्मक असर पड़ा है. इस वर्ष जापान में विदेशी पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड गिरावट आई है, क्योंकि पर्यटक इस क्षेत्र में संभावित भूकंप और सुनामी के खतरे से घबराए हुए हैं. लोग अब जापान के समुद्र में किसी भी संभावित हलचल से डरते हैं और इसका असर यात्रा उद्योग पर भी दिखाई दे रहा है.

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