अमेरिका ने फिर बढ़ाया टैरिफ का दबाव, EU और मैक्सिको को 30%

जनता जनार्दन संवाददाता , Jul 13, 2025, 7:27 am IST
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अमेरिका ने फिर बढ़ाया टैरिफ का दबाव, EU और मैक्सिको को 30%

अमेरिकी व्यापार नीति एक बार फिर दुनिया भर में हलचल मचा रही है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर आक्रामक रुख अपनाते हुए यूरोपीय यूनियन और मेक्सिको से आयात होने वाले सामान पर 30 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है. यह शुल्क 1 अगस्त 2025 से प्रभावी होगा और पहले से ही तनावपूर्ण वैश्विक व्यापार वातावरण में एक और मोड़ ला देगा. यह फैसला ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया चैनल पर पोस्ट किए गए खुले पत्रों के ज़रिए सार्वजनिक किया, जिसमें उन्होंने इन देशों को अमेरिका के साथ व्यापार में “अनुचित लाभ उठाने” का आरोप भी लगाया.

ट्रंप का कड़ा रुख, नई व्यापार रणनीति

डोनाल्ड ट्रंप ने दो टूक कहा कि अमेरिका अपने औद्योगिक हितों की रक्षा के लिए यह कदम उठा रहा है. मेक्सिको को संबोधित अपने पत्र में उन्होंने माना कि अवैध प्रवास और फेंटेनाइल तस्करी रोकने में मैक्सिको ने आंशिक सहयोग जरूर दिया है, लेकिन “पर्याप्त प्रयास नहीं हुए” — और यही कारण है कि उसे भी अब टैरिफ की मार झेलनी पड़ेगी.

ट्रंप पहले ही जापान, दक्षिण कोरिया, कनाडा और ब्राज़ील जैसे देशों पर टैरिफ लगाने का ऐलान कर चुके हैं, जो 1 अगस्त से लागू होंगे. उन्होंने सभी देशों को 9 जुलाई तक की डेडलाइन दी थी, लेकिन EU और मैक्सिको के साथ कोई समझौता नहीं हो सका.

यूरोपीय संघ की रणनीति फेल?

यूरोपीय यूनियन की योजना थी कि अमेरिका के साथ औद्योगिक वस्तुओं पर शुल्क-मुक्त व्यापार समझौता किया जाए, लेकिन महीनों की वार्ता के बावजूद कोई स्थायी समाधान नहीं निकला. EU के भीतर भी मतभेद उभरकर सामने आए हैं — जहां जर्मनी जैसे देश जल्दी समझौता चाहते हैं, वहीं फ्रांस जैसे देश अमेरिका की शर्तों पर झुकने के खिलाफ हैं. अब EU को लगता है कि उसे किसी “अस्थायी और सीमित समझौते” से ही काम चलाना पड़ सकता है, लेकिन उसका लक्ष्य अब भी भविष्य में बेहतर और संतुलित समझौते की दिशा में है.

अमेरिका को हो रहा टैरिफ से फायदा?

ट्रंप सरकार के इस टैरिफ अभियान का असर अमेरिकी खजाने पर दिख रहा है. अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्तीय वर्ष में सीमा शुल्क से 100 अरब डॉलर से अधिक की कमाई हो चुकी है. ट्रंप इस आय को अमेरिकी उद्योगों में निवेश करने और घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के औजार के रूप में पेश कर रहे हैं.

वैश्विक व्यापार पर असर तय

टैरिफ से मेक्सिको और यूरोपीय बाजारों में अस्थिरता बढ़ने की आशंका है. मेक्सिको से अमेरिका को होने वाले निर्यात पर सीधा असर पड़ेगा, वहीं EU के लिए यह फैसला एक कूटनीतिक और आर्थिक चुनौती बन चुका है. विश्लेषकों का मानना है कि इससे ग्लोबल सप्लाई चेन पर भी प्रभाव पड़ सकता है, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था पहले ही अस्थिर है.

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