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इजराइल के खिलाफ मुस्लिम देशों को भारत का नाम लेकर भड़का रहा पाकिस्तान
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Sep 11, 2025, 11:58 am IST
Keywords: रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ इजरायल
कतर की राजधानी दोहा में हमास के ठिकानों पर इजरायल द्वारा किए गए हवाई हमले की गूंज अब अंतरराष्ट्रीय राजनीति में नई बयानबाज़ी को जन्म दे रही है. इस हमले के बाद जहां कतर और अरब देशों ने तीखी प्रतिक्रिया दी, वहीं पाकिस्तान ने इस मौके का इस्तेमाल मुस्लिम देशों को भड़काने और भारत को निशाना बनाने के लिए किया. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इजरायल के खिलाफ भड़काऊ बयान देते हुए भारत को बीच में लाकर खाड़ी देशों की विदेश नीति को प्रभावित करने की कोशिश की है. उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान की कथित "सफलता" की झूठी कहानी पेश करते हुए मुस्लिम देशों को इजरायल के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया. इजरायल पर सीधा हमला, भारत पर परोक्ष निशाना ख्वाजा आसिफ ने अपने आधिकारिक बयान और सोशल मीडिया पोस्ट्स में इजरायल को "दुष्ट राष्ट्र" बताते हुए कहा कि मुस्लिम देशों को अब एकजुट होकर उसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि इजरायल का उद्देश्य मुस्लिम दुनिया को कमजोर करना और उनकी आर्थिक ताकत को खत्म करना है. इसके साथ ही, उन्होंने पाकिस्तान की सैन्य ताकत का बखान करते हुए भारत का हवाला देकर लिखा,"हम एक आर्थिक रूप से कमजोर राष्ट्र होने के बावजूद, पांच गुना बड़े भारत से भिड़े और उसे सबक सिखाया."हालांकि, सच्चाई यह है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी उसे शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था. गल्फ देशों को दी "नसीहत", इजरायल से दूरी बनाने की अपील पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने खाड़ी देशों, विशेष रूप से यूएई, सऊदी अरब और ओमान को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि इजरायल के प्रति नरम रुख अपनाना एक ‘भूल’ है. उन्होंने लिखा, "यह सोचना कि इजरायल से नजदीकियां उन्हें सुरक्षित रखेंगी, एक मूर्खता है."पाकिस्तान की इस बयानबाज़ी का उद्देश्य साफ है—खाड़ी देशों को भारत और इजरायल के नजदीकियों से काटना और खुद को मुस्लिम नेतृत्व के केंद्र के रूप में स्थापित करना. शहबाज शरीफ का भी भड़काऊ बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी इस मौके पर राजनीतिक रोटियां सेंकने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने कतर पर हुए इजरायली हमले को “अत्यंत भड़काऊ और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन” बताया. शहबाज ने कहा, "पाकिस्तान, कतर की संप्रभुता और फिलिस्तीन की जनता के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है. यह हमला क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए बड़ा खतरा बन सकता है." क्या है मामला? 9 सितंबर 2025 को इजरायल ने कतर की राजधानी दोहा में स्थित हमास के ठिकानों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए थे. इन हमलों में हमास के प्रमुख सदस्य और एक कतरी सुरक्षा अधिकारी मारे गए थे. दोहा के कटारा और वेस्ट बे लैगून इलाकों में बमबारी से कई इमारतें ध्वस्त हो गईं. कतर ने इस कार्रवाई को अपनी संप्रभुता पर हमला करार दिया और अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन की बात कही. हालांकि, इजरायल का कहना है कि उसने यह कदम आतंकी संगठन हमास के खिलाफ आत्मरक्षा में उठाया, क्योंकि कतर इन आतंकियों को शरण और आर्थिक सहायता प्रदान करता रहा है. भारत को बीच में घसीटने की कोशिश पाकिस्तान ने इस पूरे घटनाक्रम को एक मौका बनाकर भारत को भी निशाने पर लेने की कोशिश की है. रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का भारत को "सबक सिखाने" वाला बयान न सिर्फ ऐतिहासिक तथ्यों से परे है, बल्कि यह दिखाता है कि पाकिस्तान, इजरायल-कतर विवाद को भी भारत विरोधी एजेंडे के तहत भुनाने की कोशिश कर रहा है. |
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