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नक्सलियों ने मसूदन रेलवे स्टेशन पर लगाई आग, सहायक स्टेशन मास्टर सहित दो को बंधक बना दी जान से मारने की धमकी

नक्सलियों ने मसूदन रेलवे स्टेशन पर लगाई आग, सहायक स्टेशन मास्टर सहित दो को बंधक बना दी जान से मारने की धमकी पटना: बिहार के मसूदन रेलवे स्टेशन पर मंगलवार देर रात नक्‍सलियों ने हमला किया. इस हमले के बाद नक्‍सली सहायक स्टेशन मास्टर और एक रेलवे स्टाफ को अगवा करके ले गए. इसके बाद नक्‍सलियों ने सिग्‍नलिंग पैनल को भी फूंक दिया. बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद से भागलपुर-किऊल रेलखंड पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है.

मसूदन रेलवे स्टेशन के सहायक स्टेशन मास्टर को अगवा करने के बाद नक्सलियों ने मालदा डीआरएम को फोन किया है और उन्हें मारने की धमकी दी है यदि ट्रेनों की मसूदन ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही जारी रहेगी. सभी यात्रियों को एहतियातन तौर पर अन्य विकल्प से यात्रा करने का अनुरोध किया है.

पुलिस के अनुसार, हथियारबंद नक्सलियों ने मंगलवार देर रात करीब 12 बजे स्टेशन पर धावा बोल दिया और वहां सिग्नल पैनल में आग लगा दी. इससे रेलवे टेलीफोन व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई. घटना के बाद भागलपुर-किऊल रेलखंड पर ट्रेनों की आवाजाही थोड़ी देर के लिए बाधित रही. हालांकि बाद में सिग्नलिंग पैनल को ठीक कर लिया गया और ट्रेनों की आवजाही शुरू कर दी गई है.

घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली सहायक स्टेशन मास्टर मुकेश कुमार और पोर्टर नीरेंद्र मंडल को अपने साथ लेते चले गए. जमालपुर रेल पुलिस अधीक्षक शंकर झा ने बुधवार को बताया कि नक्सली हमले की खबर मिलते ही रेल अधिकारी मौके पर पहुंच गए और इन अगवा कर्मियों को छुड़ाने की कोशिश की जा रही है.

गौरतलब है कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने 20 दिसंबर को ऑपरेशन ग्रीन हंट और मिशन-2017 के तहत सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के खिलाफ बिहार और झारखंड बंद की घोषणा की है.
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वहीं जीआरपी मुख्यालय से इस घटना की जानकारी मंगलवार रात को ही जिले के सभी जीआरपी थानों को दे दी है. वहीं पुलिसकर्मियों के साथ स्टेशन पर मौजूद रहने को कहा गया है.
 
गौरतलब है कि 26 नवंबर को छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने जमकर उत्‍पात मचाया था. नक्‍सलियों ने अंतागढ़-रेल लाइन में लगी 5 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था. वहां काम कर रहे लोगों के साथ मारपीट की थी. यही नहीं रेललाइन का निर्माण करवा रहे ठेकेदार के बेटे को नक्सली अगवा कर अपने साथ ले गये और बाद में उसकी हत्या कर दी गई थी.

मामला कांकेर जिला मुख्यालय से करीब 103 किलोमीटर दूर स्थित कोसरोंडा का था, जहां रेल लाइन का काम चल रहा था. 30-40 वर्दीधारी नक्सलियों ने वाहनों में आग लगा दी और वहां काम करने वालों के साथ मारपीट की.

दरअसल रेल लाइन बिछाने के लिए वहां जंगल में पेड़ों की कटाई कर पेड़ के गोले को ढोने के लिये ठेकेदार, वन कर्मी और मजदूर कोसरोंडा के जंगल गये हुए थे. लकड़ी को उठाने के लिए लगी मशीनों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया. इस रेल लाइन से रावघाट का कच्चा लोहा भिलाई स्टील प्लांट लेकर जाना था.
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