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दलाई लामा की हिंदी जीवनी अनश्वर का विमोचन, इतिहास में दर्ज हुईं कई अनसुनी कहानियाँ

जनता जनार्दन संवाददाता , Nov 17, 2025, 11:38 am IST
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दलाई लामा की हिंदी जीवनी अनश्वर का विमोचन, इतिहास में दर्ज हुईं  कई अनसुनी कहानियाँ

दिल्ली–एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. सर्दी गहराने के साथ राजधानी की हवा और अधिक खराब हो गई है. सोमवार सुबह भी दिल्ली के कई हिस्सों में गहरी धुंध और स्मॉग की परत फैली रही, जिससे दृश्यता प्रभावित हुई और लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई. हवा की गुणवत्ता आज भी ज्यादातर इलाकों में 350 से 400 के बीच दर्ज की गई, जो ‘बेहद खराब’ से लेकर ‘गंभीर’ श्रेणी में आती है. लगातार बुरी होती हालत को देखते हुए प्रशासन ने ग्रैप-3 लागू कर दिया है.

मौसम विभाग के अनुसार राजधानी में ठंड तेज होती जा रही है. बीते 24 घंटों में न्यूनतम तापमान गिरकर 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इस दौरान सुबह और देर शाम हल्का कोहरा व घनी धुंध छाई रहती है, जिससे स्मॉग की परत और घनी महसूस हो रही है. वैज्ञानिकों का कहना है कि तापमान गिरने और हवा की गति धीमी होने से प्रदूषक नीचे की ओर जमा हो जाते हैं, जिसके कारण प्रदूषण स्तर तेजी से बढ़ रहा है.

बवाना समेत कई इलाके ‘गंभीर’ श्रेणी में

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, बवाना आज भी राजधानी का सबसे प्रदूषित क्षेत्र रहा. यहां AQI 427 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ स्तर में आता है. इसके अलावा कई और जगहों पर भी हवा की स्थिति खतरनाक बनी हुई है—

  • वजीरपुर डिपो: 401
  • विवेक विहार: 396
  • आईटीओ: 394
  • आनंद विहार: 384
  • अशोक विहार: 392
  • चांदनी चौक: 384
  • सोनिया विहार: 380
  • नजफगढ़: 324

हालांकि कुछ इलाकों में मामूली सुधार देखा गया है, लेकिन कुल मिलाकर हवा अभी भी बेहद खराब से लेकर गंभीर स्तर पर बनी हुई है. विशेषज्ञों का अनुमान है कि तापमान और गिरने के साथ आने वाले दिनों में प्रदूषण और भी बढ़ सकता है.

राजधानी पर गैस चैंबर जैसे हालात

लोगों के लिए सामान्य रूप से सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है. स्मॉग की वजह से आंखों में जलन, गले में खराश और सांस फूलने जैसी समस्याएं बढ़ गई हैं. बड़े अस्पतालों में अस्थमा और फेफड़ों से जुड़ी परेशानियों वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.

मेदांता हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन ने कहा कि वर्तमान हालात बेहद चिंताजनक हैं और सरकार व एजेंसियों को तुरंत सख्त कदम उठाने चाहिए.

ग्रैप-3 लागू, सरकार ने दी चेतावनी

दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के लिए ग्रैप-3 (GRAP-III) लागू कर दिया गया है, जिसके तहत निर्माण से जुड़े कई काम रोक दिए गए हैं और भारी गाड़ियों के प्रवेश पर भी पाबंदियां लगाई जा रही हैं.

दिल्ली सरकार ने लोगों से निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने की अपील की है. इसके अलावा, प्रदूषण के खतरे को देखते हुए कक्षा पांच तक के स्कूलों को हाइब्रिड मोड पर बदल दिया गया है और कई कार्यालयों में कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम चुनने की सलाह दी गई है.

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