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तेजी से फैल रहा है कोरोना का JN1 वेरिएंट, सिंगापुर में आए 14 हजार नए मामले

जनता जनार्दन संवाददाता , May 19, 2025, 16:55 pm IST
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तेजी से फैल रहा है कोरोना का JN1 वेरिएंट, सिंगापुर में आए 14 हजार नए मामले

कोरोना वायरस का एक नया वेरिएंट JN.1 एक बार फिर एशिया के कई देशों में चिंता का कारण बन रहा है. सिंगापुर, चीन, हॉन्गकॉन्ग और थाईलैंड में संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़े हैं. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा हालात घबराहट की वजह नहीं हैं, बल्कि सतर्कता और समय पर बचाव की आवश्यकता है.

क्या है JN.1 वेरिएंट?

JN.1 वेरिएंट दरअसल ओमिक्रॉन के एक उप-संस्करण BA.2.86 से विकसित हुआ वेरिएंट है, जिसे पहली बार अगस्त 2023 में पहचाना गया था. इसमें लगभग 30 म्यूटेशन हैं जो इसे संक्रमण फैलाने में सक्षम बनाते हैं, हालांकि यह वेरिएंट अब तक की रिपोर्ट्स के अनुसार गंभीर बीमारी या मृत्यु दर को बढ़ाने वाला साबित नहीं हुआ है.

WHO ने इसे दिसंबर 2023 में "वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट" घोषित किया था.

सिंगापुर में मामले बढ़े

सिंगापुर में मई की शुरुआत से अब तक 14,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जो अप्रैल के अंत में दर्ज 11,100 मामलों की तुलना में 28% की वृद्धि है.

रोजाना अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 30% तक बढ़ी है. लेकिन राहत की बात यह है कि गंभीर या ICU मामलों में कोई उल्लेखनीय बढ़ोतरी नहीं देखी गई है.

स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि यह लहर उन लोगों को ज्यादा प्रभावित कर सकती है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है या जिन्होंने हाल में बूस्टर डोज नहीं ली है.

चीन और थाईलैंड में सतर्कता बढ़ी

  • चीन में कोविड से संबंधित जांच में संक्रमण दर दोगुनी हो गई है.
  • थाईलैंड के दो क्षेत्रों में मामलों में अचानक तेजी देखी गई है.

इन दोनों देशों की सरकारों ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को अलर्ट पर रखा है और नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है.

क्या मौजूदा वैक्सीन्स इसके खिलाफ असरदार हैं?

स्टडीज के अनुसार JN.1 वेरिएंट पहले की वैक्सीन्स और प्राकृतिक संक्रमण से बनी एंटीबॉडीज़ को काफी हद तक चकमा दे सकता है, लेकिन फिर भी गंभीर बीमारी से बचाव संभव है.

XBB.1.5 मोनोवैलेंट बूस्टर वैक्सीन को JN.1 के खिलाफ प्रभावी माना जा रहा है:

  • WHO के अनुसार, यह बूस्टर संक्रमण की संभावना को 19% से 49% तक कम कर सकता है.
  • यह शरीर में एंटीबॉडीज़ की संख्या बढ़ाता है और बीमारी के गंभीर रूप को रोकने में मदद करता है.

भारत में क्या स्थिति है?

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार,

  • भारत में 19 मई 2025 तक केवल 93 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं.
  • मुंबई और कुछ अन्य शहरों में हल्के लक्षणों वाले मामले सामने आए हैं, विशेषकर युवाओं में.
  • कोई बड़ी लहर या गंभीर संक्रमण की सूचना नहीं है.

हेल्थ एक्सपर्ट्स ने बूस्टर वैक्सीन लेने और मास्क-हाइजीन जैसे उपाय जारी रखने की सलाह दी है, खासकर कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को.

क्या करें, क्या न करें?

करें:

  • समय पर बूस्टर वैक्सीन लें
  • भीड़-भाड़ में मास्क पहनें
  • सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें
  • डॉक्टर से सलाह लें और RT-PCR टेस्ट कराएं

न करें:

  • लक्षणों को छिपाएं या स्वयं इलाज करें
  • अफवाहों पर विश्वास करें
  • गैर-जरूरी यात्रा करें, खासकर यदि स्वास्थ्य कमजोर हो.
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