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यह ग्रह मकर राशि में होंगे व्रकी, इन राशियों की बदलेगी किस्मत, जानें अपनी राशि का हाल
जनता जनार्दन संवाददाता ,
May 04, 2025, 10:38 am IST
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![]() 4 मई को प्लूटो मकर राशि में व्रकी होंगे। बता दें कि बीते 25 फरवरी 2020 को प्लूटो मकर राशि में प्रवेश किए थे और 6 अप्रैल 2039 तक मकर राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस बीच प्लूटो कभी वक्री तो कभी मार्गी होते रहेंगे। 4 मई को रात 8 बजकर 52 मिनट पर प्लूटो मकर राशि में वक्री होंगे यानि उल्टे गति से गोचर करेंगे इसके बाद 14 अक्टूबर की सुबह 8 बजकर 20 मिनट पर मार्गी हो जाएंगे। प्लूटो को सौरमंडल के बौने ग्रहों में गिना जाता है। आकाशमंडल में ये दूसरा सबसे बड़ा बौना ग्रह है। इसे यम ग्रह के नाम से भी जाना जाता है। अन्य बौने ग्रहों की गिनती में एरिस, सीरीस, माकेमाके और हउमेया आते हैं। अन्य ग्रहों की तरह प्लूटो भी सूर्य की परिक्रमा करता है। सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में प्लूटो को लगभग 248.09 वर्ष लगते हैं। प्लूटो की स्थिति में बदलाव होने पर इससे जुड़े कामों पर गहरा असर देखने को मिलता है और इससे संबंधित कामों में जैसे- सैटेलाइट, टेलिकम्युनिकेशन और सिग्नल से जुड़े काम शामिल हैं। साथ ही रेडियो, टीवी, परमाणु शक्ति, रेडियो संचालन का काम करने वाले, एक्सरे मशीन, राडार, गुरुत्वाकर्षण, पाइप फिटिंग और अन्य बड़ी परियोजनाओं में काम करने वालों के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता या सहकारी समिति बनाने वाले लोगों पर भी प्लूटो का पूरा प्रभाव रहता है, इसलिए इन सब लोगों को प्लूटो के इस मूवमेंट पर खास ध्यान देना चाहिए। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि प्लूटो के मकर राशि में वक्री होने से आपके जीवन पर क्या असर होगा। साथ ही इस दौरान निगेटिव सिचुएशन से बचने के लिए और पॉजिटिव सिचुएशन का लाभ पाने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए। मेष राशिप्लूटो आपके दसवें भाव में वक्री होंगे। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। प्लूटो के इस वक्री गोचर से आपको करियर में सफलता मिलने के चांसेस बनेंगे। दूसरे लोग आपके व्यक्तित्व को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे। लिहाजा वक्री प्लूटो के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए आज से 11 दिनों तक अपना सिर ढक्कर रखें। वृष राशिप्लूटो आपके नवें भाव में वक्री होंगे। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। वक्री प्लूटो के इस गोचर के प्रभाव से आपको भाग्य का साथ मिलेगा। साथ ही आपको आर्थिक रूप से लाभ होगा। लिहाजा प्लूटो की शुभ स्थिति बनाए रखने के लिए आज से लेकर लगातार 21 दिन तक केसर का तिलक लगाएं। मिथुन राशिप्लूटो आपके आठवें भाव में वक्री होंगे। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमारे आयु से है। इस दौरान आपको कुछ ऐसी बात परेशान कर सकती है, जो आपको अपनों के अलावा किसी दूसरे से पता चलेगी। लिहाजा वक्री प्लूटो की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए बहते पानी में चार कच्चे नारियल प्रवाहित करें। कर्क राशिप्लूटो आपके सातवें भाव में वक्री होंगे। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। जीवनसाथी आपके कार्यों में सहयोग करते रहेंगे, लेकिन सबके साथ तालमेल बनाकर चलने में ही समझदारी है। लिहाजा प्लूटो की अशुभ स्थिति से बचने के लिए आज से लेकर 21 दिनों तक भगवान के दर्शन करें। सिंह राशिप्लूटो आपके छठे भाव में वक्री होंगे। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। वक्री प्लूटो के गोचर के प्रभाव से आपके शत्रु आपसे दूरी बनाकर रहेंगे। कार्यक्षेत्र पर आप सबकी नजरों में रहकर काम करना चाहेंगे। लिहाजा वक्री प्लूटो के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए भाई-बहनों के साथ अच्छा तालमेल बनाकर रखें। कन्या राशिप्लूटो आपके पांचवें भाव में वक्री होंगे। जन्मपत्रिका के पांचवें स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। वक्री प्लूटो के इस गोचर से आपके संतान पक्ष से खुशखबरी मिलने के योग है। अगर आपकी संतान आईटी क्षेत्र से जुड़ी है, तो उसे नौकरी के ऑफर मिल सकता है। लिहाजा प्लूटो के शुभ फल बनाये रखने के लिए चांदी से बना हाथी घर में रखें। तुला राशिप्लूटो आपके चौथे भाव में वक्री होंगे। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। इस गोचर के प्रभाव से आपको नई चीजों को सीखने का मन करेगा। आपको नये वाहन और भवन का सुख मिलेगा। लिहाजा शुभ फल बनाये रखने के लिए चांदी की कोई चीज पहनकर रखें। वृश्चिक राशिप्लूटो आपके तीसरे भाव में वक्री होंगे। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाई-बहन और यश से है। इस दौरान भाई बहनों के साथ अच्छे रिश्ते बने रहेंगे। आप किसी रिसर्च या दिमागी रूप से अधिक मेहनत वाले कार्यों की तरफ आकर्षित होंगे। लिहाजा प्लूटो के शुभ फल पाने के लिए जब भी मौका मिले सफेद चीजों का दान करें। धनु राशिप्लूटो आपके दूसरे भाव में वक्री होंगे। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। इस दौरान पैसों की स्थिति अच्छी रहेगी। अगर आपकी तरक्की का एक रास्ता बंद होता भी है, तो आप तुरंत दूसरा रास्ता ढूंढने में लग जायेंगे। अतः प्लूटो के अच्छे परिणाम हासिल करने के लिए चांदी की ठोस गोली अपने पास रखें। मकर राशिप्लूटो आपके पहले भाव यानि लग्न स्थान में वक्री होंगे। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है। आपको बता दूं कि प्लूटो के इस गोचर से आपकी छठी इन्द्रि में इजाफा होगा, कुंभ राशिप्लूटो आपके बारहवें भाव में वक्री होंगे। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। प्लूटो के इस गोचर के प्रभाव से आप अपने खर्चे बढ़ेंगे को नियंत्रण करने में सफल होंगे। आप दूसरों के रहस्यों को जानने के लिए उत्सुक रहेंगे। लिहाजा शुभ फल बनाये रखने के लिए आपके घर में जहां पर भोजन बनता है, आपको वहां बैठकर भोजन करना चाहिए। मीन राशिप्लूटो आपके ग्यारहवें भाव में वक्री होंगे। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है। प्लूटो के इस गोचर से आपके पास भौतिक साधनों की कोई कमी नहीं होगी। इस दौरान आपकी कोई खास इच्छा पूरी होगी। बहुतसे लोग आपका मित्र बनने की कोशिश करेंगे। अतः अच्छी स्थिति बनाये रखने के लिए अगर संभव हो तो 21 दिनों तक चांदी के गिलास में पानी पिये या मस्तक पर |
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