Friday, 14 February 2025  |   जनता जनार्दन को बुकमार्क बनाएं
आपका स्वागत [लॉग इन ] / [पंजीकरण]   
 

उत्तरकाशी: मजदूरों को अब तक क्यों नहीं निकाल पाई रेस्क्यू टीम?

जनता जनार्दन संवाददाता , Nov 21, 2023, 15:00 pm IST
Keywords: Uttarkashi Tunnel   Collapse Rescue   उत्तरकाशी    Uttarakhand Tunnel Rescue Operation     
फ़ॉन्ट साइज :
उत्तरकाशी: मजदूरों को अब तक क्यों नहीं निकाल पाई रेस्क्यू टीम? उत्तरकाशी में 10 दिनों से सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने की मुहिम दिन ब दिन जोर पकड़ रही है. बड़ी-बड़ी मशीनों के साथ एक्सपर्ट्स भी मौके पर मौजूद हैं. माना जा रहा है कि जल्द ही मजदूरों को निकाल लिया जाएगा. रेस्क्यू मिशन के लिए 6 प्लान तैयार हैं. ताजा जानकारी मिली है कि 6 इंच के पाइप को 53 मीटर तक सुरंग में पहुंचा दिया गया है और इसकी मदद से खाना मजदूरों तक पहुंचाया गया है. उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़ा हर अपडेट यहां जानिए.

अंतरराष्ट्रीय टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि मुझे लगता है कि यहां की टीम ने शानदार काम किया है. 900 एमएम वाली पाइपलाइन भी एक ऑप्शन है. इस ऑपरेशन में कई तकनीकी कठिनाइयां हैं. इसी वजह से हम कई रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं.

टनल के अंदर के सुपर एक्सक्लूसिव वीडियो हैं. जिसमें 10 दिन से टनल में कैद मजदूर दिख रहे हैं. वीडियो में साफ दिख रहा है कि मजदूर सुरक्षित हैं. 

उत्तरकाशी के टनल में रेस्क्यू टीम को बड़ी कामयाबी मिली है. 6 इंच का पाइप डालकर खाना और जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है.

- मजदूरों को बचाने की मुहिम तेज है. 53 मीटर तक रेस्क्यू पाइप पहुंच गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन में अब IAF भी शमिल है.

- पाइप से खाना पहुंचाने के लिए प्लेटफार्म तैयार किया गया है. प्लेटफार्म के जरिए खाना भेजा रहा है. पहली बार बोतलों में खाना भरकर भेजा गया है. डॉक्टर्स की सलाह पर सोयाबीन और खिचड़ी भेजी गई.

- सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों की पहली तस्वीर सामने आई है. टनल में पाइप के जरिए दूसरी ओर कैमरा भेजा गया. कैमरे पर नजर सभी मजदूर आए.

टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स ने सरकार के काम को सराहा और कहा कि हमारे ऊपर मजदूरों के साथ ऑपरेशन में लगे कर्मचारियों को भी बचाने की जिम्मेदारी है.

- डीआरडीओ ने मौके पर दो रोबोटिक्स मशीन भेजीं. मलबे के कारण टनल में मशीन भेजने की कोशिश सफल नहीं हुई है.

वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल