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यूपी के सोनभद्र में खनन के दौरान बड़ा हादसा, हेवी ब्लास्टिंग से दरका पहाड़
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Nov 16, 2025, 12:07 pm IST
Keywords: Sonbhadra Mine Accident उत्तर प्रदेश बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र राहत
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में एक बड़ा हादसा सामने आया है. यहां खनन के दौरान मलवा दरकने से कई मजदूर मलबे में दब गए हैं. इस दर्दनाक घटना में अब तक दो मजदूरों की जान चली गई है, जबकि कई और मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है. हादसे के बाद प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं. खनन स्थल पर क्या हुआ? बताया जा रहा है कि बिल्ली मारकुंडी क्षेत्र में कृष्णा माइनिंग वर्क के खदानों में काम चल रहा था. यहां पर 7 ड्रिल मशीनें काम कर रही थीं, और प्रत्येक ड्रिल मशीन पर दो-दो मजदूर काम करते थे. घटना उस वक्त हुई जब एक ड्रिल मशीन के संचालन के दौरान खदान से मलवा दरकने लगा, जिससे यह हादसा हुआ. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मलबे में कितने लोग दबे हैं, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि कई लोग खदान के अंदर फंसे हो सकते हैं. राहत और बचाव कार्य तेज हादसे की सूचना मिलते ही जिले के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करने के प्रयास किए गए. हालांकि, अंधेरे के कारण ऑपरेशन में कुछ देर हो रही है. बावजूद इसके, प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि जल्द से जल्द मलबे में फंसे मजदूरों को बाहर निकाला जाए. राहत कार्य में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को भी मौके पर बुलाया गया है. मिर्जापुर से भी अतिरिक्त टीम भेजी गई है, ताकि बचाव कार्य में कोई देरी न हो. मृतकों की पहचान और परिवारों की चिंता इस हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों की पहचान संतोष पुत्र सोभनाथ और इंद्रजीत पुत्र सोभनाथ के रूप में हुई है. दोनों मजदूर करमसार गांव के निवासी थे. हादसे के बाद उनके परिवारों में कोहराम मच गया है. वहीं, अन्य मजदूरों की तलाश जारी है, जिन्हें मलबे में दबे होने की संभावना है. प्रशासन के अधिकारी इस बात का दावा कर रहे हैं कि जल्द से जल्द रेस्क्यू ऑपरेशन में सफलता मिलेगी. मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान, राहत कार्य जारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे का संज्ञान लिया है और राहत कार्य में तेज़ी लाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने प्रशासन को तुरंत मलबा हटाने और दबे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की है. हादसे की जांच शुरू जिला अधिकारी बी एन सिंह ने बताया कि घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है. उन्होंने बताया कि फिलहाल यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि कितने लोग मलबे में दबे हैं, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन की प्राथमिकता दी गई है. प्रशासन हादसे के कारणों का जल्द से जल्द पता लगाने की कोशिश करेगा. प्रारंभिक रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हादसा हेवी ब्लास्टिंग की वजह से हुआ, जिसमें खदान से बड़े पत्थर गिरने की वजह से मलबा दरक गया. |
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