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नहीं रहे शानदार अमरोही

जनता जनार्दन संवाददाता , Aug 22, 2011, 16:38 pm IST
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नहीं रहे शानदार अमरोही

मुम्बई: प्रख्यात फिल्मकार कमाल अमरोही के बेटे शानदार अमरोही का गोवा में निधन हो गया है। वह 68 साल के थे।रविवार सुबह उनका निधन हुआ।

शानदार के छोटे भाई ताजदार अमरोही ने मीडिया को बताया, "हां, मेरे भाई का निधन हो गया है। मृत्यु के कारणों का हम बाद में खुलासा करेंगे।

मैं इस समय उनके अंतिम संस्कार के लिए बायकला के नजदीक मझगांव कब्रिस्तान में हूं।"

इस बीच महान फिल्मकार कमाल अमरोही के पुत्र शानदार अमरोही के निधन से उनकी जीवनी लेखिका बरखा राय स्तब्ध हैं। बीते जमाने की फिल्म निर्माता बरखा राय, मशहूर अभिनेत्री रीना राय की बहन हैं और इन दिनों शानदार के साथ रहकर उनकी आत्मकथा लिख रहीं थीं।

शानदार का 68 वर्ष की आयु में रविवार को दिल का दौरा पड़ने से गोवा में निधन हो गया।  बरखा 'फ्राम नाउव्हेयर टू समव्हेयर' नाम से शानदार की आत्मकथा के लिए वीडियो शूट कर रही थीं।

बरखा ने आईएएनएस से साक्षात्कार में कहा, "मैं इस समय स्तब्ध हूं। क्या हो गया मैं अभी यह नहीं समझ सकती।"

घटनाक्रम को बताते हुए बरखा ने कहा, "शानदार बिल्कुल ठीक थे। हम लोग एक वीडियो को शूट कर अपने-अपने कमरों में चले गए।"

राय के अनुसार, "रात करीब 2.30 बजे घरेलू नौकरानी के द्वारा शानदार ने मुझे बुलाया। उन्होंने मुझसे किताब के विमोचन के विषय में चर्चा की। उन्होंने शूटिंग के विषय में हंसी मजाक किया। तभी वह कुछ असहज महसूस करने लगे और कहा कि उन्हें गर्मी महसूस हो रही है। कुछ देर बाद वह गिर गए।"

बरखा ने बताया कि शानदार को अस्पताल लेकर गए लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

जब बरखा से शानदार की जीवनी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि किताब के बारे में कुछ निर्णय लेना जल्दबाजी होगी।

बरखा ने कहा, "किताब लगभग पूरी है..बहुत थोड़ा ही बचा है। जहां तक इसके विमोचन का सवाल है यह बताना मुश्किल होगा। वीडियो पूरा है। आडियो भी पूरा है। सब कुछ अच्छी तरह से सुनियोजित था। लेकिन आप तो जानते हैं कि भगवान की कुछ अपनी योजना होती है।"

आत्मकथा लिखने के क्रम में शानदार और बरखा अच्छे दोस्त बन गए थे।

बरखा ने कहा, "मैं उनके परिवार से कभी नहीं मिली। मैं पूर्ण रूप से पेशेवर हूं। लेकिन किताब लिखने के क्रम में हम अच्छे दोस्त बन गए। वह मेरे पिता की तरह थे। लेकिन हम लोग एक दूसरे को दोस्त कह कर बुलाते थे।"

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