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महाराष्ट्र: सीट बंटवारे को लेकर अभी फंसा है पेंच
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Sep 09, 2019, 22:31 pm IST
Keywords: Maharastra ChifMinister Shivsena BJP Maharastra महाराष्ट्र महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
![]() मुंबई: महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव के लिए आज से बीजेपी- शिव सेना के बीच सीट बँटवारे के लिए बातचीत का सत्र शुरु हुआ. सीट बँटवारे को लेकर आज दोनों पार्टी के नेताओं के बीच अहम बैठक हुई. पिछले कई दिनों से बनते बिगड़ते हालात को देखते हुए बीजेपी केंद्र नेतृत्व ने चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव को मुंबई भेजा है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस और भुपेंद्र यादव के नेतृत्व में बीजेपी चुनाव समिति की बैठक हुई जिसमें महाराष्ट्र की स्थिति और गठबंधन के सीट बंटवारे का जायज़ा लिया गया. इस बैठक से पहले बीजेपी-सेना नेताओं के बीच बैठक हुई जिसमें दोनों ही पार्टी के नेताओं सीटों की मांग को लेकर अपनी अपनी बात रखी. इस बैठक के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस के बीच सीट बँटवारे पर अंतिम बातचीत होगी. इस बैठक के बाद बीजेपी के मंत्री गिरीश महाजन और चंद्रकांत पाटिल ने शिवसेना नेता सुभाष देसाई के साथ हुई बैठक की जानकारी मुख्यमंत्री के दी वही सुभाष देसाई ने अपने पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को जानकारी दी. बीजेपी ने सभी 288 विधानसभा सीटों पर इच्छुक उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया और निरीक्षकों से हर विधानसभा की रिपोर्ट मंगवाई. इसी रिपोर्ट पर आज हुई चुनाव समिति की बैठक में चर्चा हुई. इन रिपोर्ट के आधार पर ही बीजेपी शिवसेना से सीट बँटवारे पर बातचीत कर रही है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी और शिवसेना के बीच पहले चरण की बातचीत हो चुकी है जिसमें बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के दौरान बने फॉर्मूले पर रज़ामंदी नहीं बनी है. बीजेपी ने (बीजेपी-160 शिवसेना- 110 मित्र पक्ष - 18 का) फॉर्मूला शिवसेना के सामने रखा जिसे शिवसेना मंज़ूर नहीं किया. शिवसेना चाहती है कि उन्हें कम से कम 125 सीटें दी जाए लेकिन बीजेपी इस मानने के लिए तैयार नहीं है. सूत्र बताते हैं कि 11-12 सितंबर को मुंबई में गठबंधन के सीट बंटवारे का ऐलान हो जाएगा. दोनों ही पार्टियाँ एक-दूसरे के लिए ज़्यादा सीटें हासिल करने की कोशिश में है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी 110 के प्रस्ताव के थोड़ा उपर जाकर शिवसेना के सीट दे सकती है जिसे शिवसेना भी मंज़ूर कर सकती है. |
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