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केवल 11 प्रकाश वर्ष दूर मिला ऐसा ग्रह, जहां हो सकते हैं एलियंस

केवल 11 प्रकाश वर्ष दूर मिला ऐसा ग्रह, जहां हो सकते हैं एलियंस जेनेवा: अंतरिक्ष विज्ञानियों को एक रिसर्च में पृथ्वी के नजदीक नए ग्रह का पता चला है, जहां जीवन की संभावना काफी अधिक है यानी वहां एलियंस हो सकते हैं. एक एस्ट्रोनोमी और एस्ट्रोफिजिक्स मैगजीन की रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि पृथ्वी के आकारनुमा यह ग्रह रॉस 128 है. यह बहुत छोटा धुंधले लाल रंग का है और सिर्फ 11 प्रकाश वर्ष दूर है.

इस नई दुनिया को रॉस 128 बी नाम दिया गया है जो कि टेम्परेट प्लैनेट है. यह 'शांत तारा' के तौर पर जाना जाता है. खास बात यह है कि इसे रेडिएशन से खत्म होने का खतरा नहीं है.

रिसर्च में कहा गया है कि यहां रहने के लिए जरूरी कुछ सामान्य चीजें भी मिली हैं. यह ग्रह पृथ्वी की तुलना में थोड़ा भारी है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि यह चट्टानी संसार है, जिसकी सतहें ठोस हैं. होस्ट स्टार (मेजबान तारा) सूर्य की तुलना में ज्यादा ठंडा और धुंधला है. लेकिन, रॉस 128 बी ज्यादा छोटा है और उसका एक साल सिर्फ 9.9 दिन का है.

यह ग्रह पृथ्वी की तुलना में 38 फीसदी ज्यादा रेडिएशन ग्रहण करता है, जिससे उसका तापमान -76 से 68 डिग्री फॉरेनहाइट है, जो कि काफी संतुलित है. इससे ऐसा मालूम होता है कि वहां पृथ्वी की तरह वातावरण है.

लेखक ने रॉस 128 बी को एक शीतोष्ण ग्रह (टेंपरेट ग्रह) कहा है. यहां यह स्पष्ट नहीं होता है कि यह रहने योग्य क्षेत्र के अंतर्गत आता है या नहीं. यह एक गोल्डीलॉक्स क्षेत्र है, जहां एक ग्रह बस उतना ही गर्म होता है, जिससे उसकी सतह पर लिक्विड वाटर (तरल पानी) पर्याप्त मात्रा में मौजूद हो.

हालांकि, टेलिस्कोप अभी इतना सक्षम नहीं है कि वह ग्रह पर पड़ने वाले प्रकाश की वेव लेंथ (तरंग दैर्ध्य) का विश्लेषण कर सके, जिससे वहां वायुमंडल के अस्तित्व और जीवन की क्षमता के बारे में जानकारी मिल सके. लेकिन जब साल 2024 में 39 मीटर का बड़ा टेलिस्कोप ऑनलाइन आ जाएगा तो यह संसार उसके टार्गेट पर सबसे पहले होगा.

रॉस 128 पृथ्वी का सबसे नजदीक एक्स्ट्रासोलर नहीं है. एक्सोप्लानेट प्रॉक्सिमा बी जिसकी कक्षाएं सूर्य के नजदीक हैं, वह रॉस 128 बी के ज्यादा नजदीक है और सिर्फ 4.2 प्रकाश वर्ष दूर है. लेकिन इसके मेजबान तारे (होस्ट स्टार) प्रॉक्सीमा सेंटॉरी जो कि लाल और धुंधला है, जिसकी तुलना हॉर्मोनल टीनेजर से होती है.

जेनेवा यूनिवर्सिटी में एस्ट्रोनॉमर और इस स्टडी के को-ऑथर निकोला एस्टुडिलो-डिफ्रू के अनुसार, तारों की कक्षाएं आकाशगंगा के माध्यम से प्रथ्वी की ओर ही चल रही हैं. ऐसे में 71,000 साल में यह हमारा सबसे नजदीकी पड़ोसी हो जाएगा और रॉस 128 की सबसे नजदीकी टेम्परेट प्लानेट होगा.
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