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श्रीलंका राहत मिशन को लेकर झूठ फैला रहा था पाकिस्तान
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Dec 03, 2025, 9:29 am IST
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नई दिल्ली: श्रीलंका में आए भयंकर चक्रवात ‘दित्वाह’ ने पूरे देश को तबाह कर दिया है, और अब राहत पहुंचाने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच एक नया विवाद उभर आया है. पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत जानबूझकर उसकी मानवीय सहायता वाली राहत उड़ानों को रोक रहा है, जिससे श्रीलंका तक राहत पहुंचाने में देरी हो रही है. हालांकि, भारत ने पाकिस्तान के इन आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है और कहा कि उसने राहत उड़ान को तत्काल मंजूरी दी थी. पाकिस्तान ने फैलाया ये झूठ पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत ने उसकी राहत उड़ान को 60 घंटे तक रोक कर रखा, जिसके कारण पाकिस्तान का राहत अभियान बाधित हुआ. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि जब अनुमति दी गई तो वह इतनी सीमित थी कि उड़ान संचालन के लिए प्रभावी नहीं थी. इसके साथ ही, पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत ने वापसी उड़ान के लिए कोई अनुमति नहीं दी, जिससे उसका राहत मिशन पूरी तरह से प्रभावित हुआ. भारत ने दिया करारा जवाब भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को पूरी तरह नकारते हुए कहा कि उसने पाकिस्तान की राहत उड़ान को उसी दिन, केवल चार घंटे के भीतर मंजूरी दे दी थी. भारत ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के अनुरोध के बाद, उसने इस मुद्दे को मानवीय दृष्टि से देखा और बिना किसी राजनीति के 1 दिसंबर को शाम 5:30 बजे मंजूरी जारी कर दी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने पाकिस्तान के आरोपों को ‘हास्यास्पद’ करार दिया और कहा कि पाकिस्तान का बयान गलत सूचना फैलाने का प्रयास है. जयसवाल ने यह भी कहा कि भारत श्रीलंका के लिए पूरी मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसी हर कोशिशों में कोई राजनीतिक इरादा नहीं होता. पाकिस्तान की मीडिया पर आरोप भारत ने पाकिस्तान की मीडिया को भी कटघरे में खड़ा किया, जो पाकिस्तान के आरोपों को झूठा बता रही है. भारतीय अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तानी मीडिया ‘फेक न्यूज’ फैला रही है और इसका उद्देश्य सिर्फ भारत की छवि को नुकसान पहुँचाना है. भारत ने यह भी साफ किया कि सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही उड़ान की मंजूरी दी गई, और यह एक बहुत त्वरित निर्णय था. भारत का राहत अभियान भारत श्रीलंका में आई इस प्राकृतिक आपदा के बाद राहत कार्यों में जुटा हुआ है. श्रीलंका के कई जिले चक्रवात और बाढ़ के कारण पूरी तरह से कट गए हैं, सड़कों और पुलों का बड़ा हिस्सा नष्ट हो चुका है. इस कठिन घड़ी में भारत ने ‘ऑपरेशन सागर बंधु’ की शुरुआत की है, जिसके तहत राहत सामग्री, चिकित्सा सहायता और अन्य जरूरी संसाधन श्रीलंका भेजे जा रहे हैं. भारत का कहना है कि श्रीलंका के संकट के दौरान वह हमेशा मदद के लिए आगे आया है और इस बार भी उसकी पूरी कोशिश होगी कि श्रीलंकाई लोगों को त्वरित मदद मिल सके. विवाद के बीच पाकिस्तानी राहत प्रयास पाकिस्तान ने यह भी कहा कि वह श्रीलंका के ‘भाईचारे वाले लोगों’ की मदद के लिए जल्द से जल्द राहत भेजना चाहता है, लेकिन भारत द्वारा की गई देरी से उसके राहत प्रयासों में रुकावट आ रही है. पाकिस्तान ने यह आरोप भी लगाया कि भारत की ओर से दी गई अनुमति में बेहद सीमित समय था, जिससे उनका राहत अभियान पूरी तरह से प्रभावित हुआ है. |
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