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पाकिस्तान में शहबाज की अब कोई औकात नहीं, मुनीर कर रहे दौरे पर दौरा

जनता जनार्दन संवाददाता , Jul 12, 2025, 12:49 pm IST
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पाकिस्तान में शहबाज की अब कोई औकात नहीं, मुनीर कर रहे दौरे पर दौरा

पाकिस्तान के सेना प्रमुख, जनरल असीम मुनीर, इस समय अपने देश में सबसे शक्तिशाली शख्स बन गए हैं. हाल ही में वे विभिन्न देशों का दौरा कर रहे हैं और उनके सामने अपने देश के लिए रणनीतिक साझेदारियों को मजबूत करने का महत्वपूर्ण कार्य है. उन्होंने 21 जुलाई को श्रीलंका का दौरा करने की योजना बनाई है, जबकि एक महीने पहले ही वे अमेरिका के वॉशिंगटन में थे, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनके सम्मान में लंच आयोजित किया था. अब खबरें आ रही हैं कि मुनीर श्रीलंका के बाद इंडोनेशिया का दौरा करेंगे, ताकि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत किया जा सके.

मुनीर के विदेश दौरे और पाकिस्तान की बढ़ती साख

असीम मुनीर के इन विदेश दौरों के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को अपेक्षाकृत कम महत्व दिया जा रहा है. मुनीर का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान की विदेश नीति को नए ढंग से आकार देना है, जहां वह खासतौर पर दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के साथ रिश्तों को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. श्रीलंका और इंडोनेशिया जैसे देशों के साथ पाकिस्तान का सहयोग बढ़ाने की उनकी योजना है, जिससे पाकिस्तान का अंतरराष्ट्रीय कद और सशक्त हो सके.

इंडोनेशिया से रिश्तों की अहमियत

मुनीर का जकार्ता दौरा खासतौर पर महत्वपूर्ण है क्योंकि इंडोनेशिया के साथ पाकिस्तान के रिश्ते हमेशा से बहुत जटिल रहे हैं. इंडोनेशिया, जो दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम बहुल देश है, भारत के साथ मजबूत रिश्तों में बंधा हुआ है. पाकिस्तान के लिए यह चिंता का विषय है, क्योंकि इंडोनेशिया ने आतंकवाद और क्षेत्रीय अखंडता के मुद्दों पर हमेशा भारत का समर्थन किया है. इस कारण मुनीर का प्रयास यह है कि पाकिस्तान और इंडोनेशिया के बीच द्विपक्षीय साझेदारी को पुनः मजबूत किया जाए, जो कि इंडोनेशिया में लोकतांत्रिक व्यवस्था के स्थिर होने के बाद कमजोर पड़ गई थी.

पाकिस्तान और भारत के रिश्ते पर असर

भारत और इंडोनेशिया के बीच बढ़ते रिश्ते पाकिस्तान के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं. खासकर, 2024 में कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ कड़े कदम उठाने की कोशिश की थी, जिसे इंडोनेशिया ने नकार दिया था. वहीं, भारत ने लगातार ओआईसी (ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन) के मंच पर पाकिस्तान द्वारा किए गए भारत विरोधी प्रयासों को विफल करने के लिए इंडोनेशिया से सहयोग लिया है. इस प्रकार, मुनीर का उद्देश्य अपने देश के लिए इंडोनेशिया से अच्छी साझेदारी बनाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि पाकिस्तान की कूटनीतिक स्थिति को मजबूती मिल सके.

आतंकवाद और क्षेत्रीय स्थिरता पर सहयोग

इंडोनेशिया के साथ पाकिस्तान का आतंकवाद-रोधी सहयोग भी महत्वपूर्ण है. हाल ही में भारत और इंडोनेशिया के बीच आतंकवाद-रोधी कार्यक्रमों पर चर्चा हुई थी, जिसमें दोनों देशों ने आतंकवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ साझा प्रयास करने की बात की थी. इंडोनेशिया ने पापुआ न्यू गिनी में आतंकवादी ढांचे और कट्टरपंथी विचारधाराओं को खत्म करने में सफलता पाई है, जो पाकिस्तान के लिए एक प्रेरणा हो सकता है.

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