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कश्मीर को सीरिया नहीं बनने देंगे: केंद्र के नए वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा
जनता जनार्दन डेस्क ,
Oct 28, 2017, 8:58 am IST
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![]() खुफिया ब्यूरो (आईबी) की दो वर्षो तक कमान संभाल चुके शर्मा ने कहा कि उनका मकसद हिंसा समाप्त करना है। उन्होंने कहा, 'इसके लिए जितनी जल्दी हो सके अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा, 'किसी को भी यहां तक कि एक रिक्शा चालक और ठेला चालक भी जो राज्य में शांति स्थापना में अपना योगदान दे सकते हैं उन्हें बातचीत में शामिल करना है। उन्होंने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत तौर पर यह देखकर काफी दुख होता है कि कश्मीरी युवाओं ने जो राह चुनी है वह समाज को बर्बाद कर सकती है। दिनेश्वर शर्मा ने न्यूज एजेंसी को दिए साक्षात्कार में गुमराह युवकों के आतंकी कमांडर बनने की ओर इशारा करते हुए कहा, 'मैं दर्द महसूस करता हूं और कई बार भावुक भी हो जाता हूं। मैं चाहता हूं कि सभी तरफ से जितनी जल्दी हो सके हिंसा समाप्त की जाए।' उन्होंने कहा कि खलीफा (इस्लाम को स्थापित करने) की बात करने के चलते कश्मीर में अलकायदा प्रमुख जाकिर मूसा और हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी को ज्यादा प्राथमिकता मिली है। अगर ऐसा ही रहा तो सीरिया और लीबिया जैसे हालात हो जाएंगे। पूर्व आईबी चीफ ने कहा कि कश्मीर के युवा जिस तरफ बढ़ रहे हैं वह अतिवाद है और यह पूरी तरह से कश्मीरी समाज को तबाह कर देगा। शर्मा ने कहा, 'मुझे कश्मीर के लोगों की चिंता है। अगर यह चलता रहा तो यहां के हालात यमन, सीरिया और लीबिया जैसे हो जाएंगे। कई समूह आपस में लड़ना शुरू कर देंगे। लिहाज यह अहम है कि हम सभी इस वार्ता में सहयोग करें ताकि कश्मीरियों की परेशानी कम हो सकें।' दिनेश्वर शर्मा ने कहा, 'मुझे कश्मीर के युवाओं को बताना होगा कि वे लोग सिर्फ अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं और फिर चाहे वे इसे आजादी, इस्लामिक खलीफा या इस्लाम के नाम पर करें। सभी कश्मीरियों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। इसके लिए पाकिस्तान, लीबिया, यमन और किसी भी देश का उदाहरण ले सकते हैं जहां यह सब हो रहा है। यह मुल्क दुनिया के सबसे ज्यादा हिंसक स्थान बन गए हैं। मैं चाहता हूं कि यह सब भारत में न हो।' |
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