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श्री श्री रविशंकर योग पर युरोपिअन संसद को करेंगे संबोधित

श्री श्री रविशंकर योग पर युरोपिअन संसद को करेंगे संबोधित लखनऊ: युनाइटेड नेशन्स द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय दिवस घोषित होने के बाद यह पहला अवसर है कि युरोपिअन सांसदों का दल भारत के साथ संबंध को और मधुर बनाने हेतु सभी राजनैतिक दल ने इस बहुप्रतीक्षित विषय पर इसको आयोजित किया गया है। "‘द योगा वे" नामक शीर्षक के आयोजन को आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर संबोधित करेंगे जो कि योग पर अपने विशेष विचार व्यक्त करेंगे। वे वहां पर योग के साथ साथ ध्यान के साथ साथ प्रश्नों के भी उत्तर देंगे।

‘‘यह पहला अवसर है जब इस विषय पर युरोपिअन संसद ने सुप्रसिध्द योग राजदूत को चुना है और यह तब हुआ है जब भारत सरकार ने योग और आयुर्वेद के लिये एक अलग से मंत्रालय स्थापित किया है।‘‘ युरोपिअन युनियन, बेल्जियम और लक्ज़म्बर्ग में भारत के राजदूत मंजीव सिंह पुरी ने कहा।

‘द योगा वे‘ युरोपिअन संसद के 11 गणमान्य व्यक्तियों के समूह जो कि भारत के साथ संबंध के लिये है, के द्वारा आयोजित किया गया है। ‘‘युरोप के सभी राजनैतिक दलों ने ऐसी पहली बार एकजुटता दिखाई है।‘‘ इस समूह के अध्यक्ष जैफ्यरी वैन आॅरडन ने कहा। ‘‘यह युरापिअन संसद के लिये गर्व के क्षण है जब आने वाली 21 जून को योग दिवस के लिये पहला इस तरह का आयोजन किया है।‘‘ श्रीलंकाई मूल के युरोपिअन सांसद ने कहा।
गत अनेक वर्षों से आर्ट ऑफ लिविंग पूरे विश्व में अच्छे स्वास्थ्य के लिये इस प्राचीन योग ज्ञान के वर्धन के लिये कार्य कर रही है। संस्था ने सफलतापूर्वक ‘योगाथन‘ का आयोजन भी कर चुकी है जो कि विश्व भर में आकर्षण का केंद्र रहा है। इस अनूठे आयोजन में स्वास्थ्य के लाभ के लिये योग के महत्व को बताने के लिये किया गया था, जिसमें अलग अलग स्कूल, कॉलेज, पाकर्स, स्टेडियम, कारागर और रिहेबिलियेशन केंद्रों में  कुल मिलाकर 1.29 मिलीयन लोगों ने 2012 में भाग लिया था और 1.8 मिलीयन लोगों ने 2014 में भाग लिया था।

युनोइटेड नेशन्स की जर्नल असंेबली ने दिसंबर 2014 मंे 21 जून को ‘अतर्राष्ट्रीय योग दिवस‘ मनाने के लिये प्रस्ताव पारित किया था।

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