पाक राष्ट्रपति चुनाव: कोई भी हारे, होगी भारत की जीत

पाक राष्ट्रपति चुनाव: कोई भी हारे, होगी भारत की जीत नई दिल्ली/इस्लामाबाद: पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली और चार अन्य प्रांतीय केंद्रों में देश के नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए जारी मतदान खत्म हो चुका है। नया राष्ट्रपति मौजूदा राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का स्थान लेगा।
     
नेशनल असेम्बली और चार प्रांतीय केंद्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 10 बजे मतदान आरंभ हुआ, जो अपराहन तीन बजे तक लगातार जारी रहा। सत्तारूढ़ पीएमएल-एन के उम्मीदवार एवं भारत में जन्मे ममनून हुसैन के देश के 12वें राष्ट्रपति का चुनाव जीतने की संभावनाएं प्रबल हैं। उनका मुकाबला इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के उम्मीदवार न्यायाधीश (सेवानिवृत) वजीहुद्दीन अहमद से है।
     
वैसे इस बार के चुनाव भारत के लिए भी खास हैं। कारण, दोनों उम्मीदवारों को भारत से एक खास रिश्ता है। कैसे, आइये आपको बताते हैं....

ममनून हुसैन
आगरा में जन्मे पाकिस्तान के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ममनून हुसैन की जीत की संभावना के बीच यह शहर साल 2001 की अटल बिहारी वाजपेयी-परवेज मुशर्रफ वार्ता के बाद एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के रिश्ते सुधारने की दिशा में एक उम्मीद बनकर उभरा है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ समर्थित हुसैन के चुनाव में आसानी से जीतने की संभावना बन रही है। हुसैन के पूर्वजों का घर आगरा के नाई की मंडी क्षेत्र में है, जो अब एक बेकरी बन चुका है, लेकिन पुराने लोग उन्हें और उनके रिश्तेदारों को याद करते हैं। हुसैन का जन्म 1940 में हुआ था और विभाजन के बाद उनका परिवार पाकिस्तान चला गया था।

वजीहुद्दीन अहमद
1 दिसंबर 1938 को नई दिल्ली में दिल्ली हाईकोर्ट के प्रसिद्ध वकील वहीउद्दीन अहमद के घर इनका जन्म हुआ। बंटवारे के बाद अहमद का परिवार पाकिस्तान आ गया। तहरीक-ए-इंसाफ के उम्मीदवार वजीहुद्दीन अहमद भी कराची से ही है। अहमद पेशे से वकील हैं। वे 2007 में ऑल पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (एपीडीएम) के समर्थन से परवेज मुशर्रफ के ख़िलाफ़ राष्ट्रपति चुनाव लड़ चुके हैं। उस समय कई न्यायाधीशों, वकीलों और राजनेताओं ने जनरल परवेज़ मुशर्रफ़ के ख़िलाफ़ अभियान चलाया था।

मतदान की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद आज ही मतगणना की जाएगी और शाम तक अनौपचारिक परिणामों की घोषणा की जाएगी। पाकिस्तान का चुनाव आयोग विजेता उम्मीदवार के संबंध में औपचारिक अधिसूचना जारी करेगा। पाकिस्तान में राष्ट्रपति रस्मी प्रमुख होता है, लेकिन वह सैन्य बलों का संवैधानिक प्रमुख होता है।
    
पाकिस्तान में अब तक 11 राष्ट्रपति रह चुके हैं, जिनमें से पांच सैन्य जनरल थे। इनमें से चार ने तख्तापलट करके अवैध रूप से सत्ता पर कब्जा किया था। मेजर सिकंदर मिर्जा देश के पहले राष्ट्रपति थे।
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