नक्सलवाद के सामने नहीं झुकेंगे: मनमोहन

नक्सलवाद के सामने नहीं झुकेंगे: मनमोहन रायपुर: देश के नक्सलवाद के सामने कभी भी नहीं झुकने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को कहा कि इस अपराध को अंजाम देने वालों का शीघ्रता से पता लगाया जायेगा और उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा किया जायेगा।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने छत्तीसगढ़ में नक्सली में मारे गए लोगों के परिवार को राष्ट्रीय राहत कोष से पांच-पांच लाख रुपये और घायल लोगों में प्रत्येक को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए नक्सली हमले में 27 लोग मारे गए थे और कई लोग घायल हुए थे।

कांग्रेस भवन में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे नेता नंद कुमार पटेल, महेन्द्र कर्मा, उदय मुदलियार ने अपना बलिदान दिया है। हालांकि देश नक्सलियों के आगे नहीं झुकेगा। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कांग्रेस नेताओं के काफिले पर कल छत्तीसगढ़ में हुए हमले को दुखद करार देते हुए कहा कि हम इस अपराध को अंजाम देने वालों का शीघ्र पता लगायेंगे और सरकार उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा करने को प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने ऐसे जघन्य कृत्य को अंजाम दिया है वे क्षेत्र में शांति और विकास के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास उनके नेताओं के बलिदान का रहा है। हमने चुनौतियों का सामना किया है। यह हमला हमारे समक्ष चुनौती है, लेकिन हमें आगे बढ़ना है।

मनमोहन और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हमले में मारे गए कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं और सुरक्षाकर्मियों को आज यहां श्रृद्धांजलि दी और अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल जाना। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने बहादुरी से शहादत दी है। वे ऐसी ताकतों के सामने नहीं झुके। उन्होंने कहा कि यह हमला नक्सलवादी ताकतों के खिलाफ संघर्ष के लिए हमें प्रेरित करेगा।

इस हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रृद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने राज्य प्रशासन से घायलों को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधा प्रदान करने को कहा। प्रधानमंत्री ने राज्य के मुख्यमंत्री और अधिकारियों के साथ प्रदेश की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और स्थिति से निपटने में राज्य को सभी संभव मदद देने की पेशकश की।

बहरहाल, कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा कारणों से सिंह और गांधी की जगदलपुर की यात्रा को रद्द कर दिया गया है। दोनों नेताओं का जगदलपुर में अस्पताल में घायलों को देखने जाने का कार्यक्रम था। कांग्रेस भवन में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत, राज्यसभा सांसद मोतीलाल बोरा, मोहसिना किदवई एवं पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास कुर्बानी का इतिहास रहा है। उसने हमेशा चुनौतियों का सामना किया है। उन्होंने कहा कि चुनौतियां और भी आती रहेंगी, लेकिन हमें हिम्मत नहीं हारनी है। उन्होंने कहा कि यह घटना हमें अलगाववादी ताकतों के खिलाफ संघर्ष के लिए प्रेरित करेगी।
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