Sunday, 23 November 2025  |   जनता जनार्दन को बुकमार्क बनाएं
आपका स्वागत [लॉग इन ] / [पंजीकरण]   
 

बाबा वेंगा की वो भविष्यवाणी जो आपको डरा देगी!

जनता जनार्दन संवाददाता , Oct 03, 2025, 18:16 pm IST
Keywords: भविष्यवाणी   बाबा वेंगा    Baba Venga   Venga News   वायरस  
फ़ॉन्ट साइज :
बाबा वेंगा की वो भविष्यवाणी जो आपको डरा देगी!

क्या आप भविष्य पर विश्वास करते हैं? बेशक करते होंगे. लेकिन यदि कोई आप से कह दे कि आपके साथ भविष्य में ऐसा कुछ होने वाला है जिस से आपको सतर्क रहने की जरूरत है, तो क्या आप भरोसा करोगे? शायद हां या फिर शायद नहीं. हालांकि अगर साइंस की बात हो तो आप जरूर विश्वास करेंगे. लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं जो भविष्य बताने का दावा तो करते ही हैं बल्कि उनकी प्रिडिक्शन्स सच भी हुई हैं. 

ऐसे ही एक भविष्यवक्ता रही बाबा वेंगा. इन्हें बाल्कन की नास्त्रेदमस भी कहा जाता है. कहा जाता है कि इनकी कई भविष्यवाणियां है जो सच हुई है. इस कारण लोगों को अब इनकी बातों पर विश्वास और भी गहरा हो गया है. दरअसल बाबा वेंगा ने 2088 को लेकर कुछ ऐसी भविष्यवाणी की है, जो शायद आपको हैरत में डाल दे. हालांकि सच होगी या नहीं ये तो समय ही बताएगा. आइए पहले जान लेते हैं कि आखिर वो भविष्यवाणी है क्या? 

तेजी से बूढ़े होंगे लोग 

सुनने में अजीब जरूर लगेगा लेकिन ऐसी जानकारी सामने आई कि बाबा वेंगा की ओर से भविष्यवाणी की गई. जिसमें कहा गया कि साल 2088 में एक ऐसा वायरस आएगा ये वायरस इंसानों को काफी जल्दी बूढ़ा बना देगा. ऐसा संभव होगा कि इसका असर इतना गहरा होगा कि युवा अवस्था में ही लोग बुढ़ापे की ओर बढ़ जाएंगे और उनकी जीवन अवधि काफी घट जाएगी. आज जब दुनिया क्लाइमेट चेंज, प्रयोगशालाओं में बनाए जा रहे वायरस और बायोलॉजिकल वॉर की आशंकाओं से जूझ रही है तो बाबा वेंगा की यह भविष्यवाणी और भी डरावनी लगने लगती है.

कौन थीं बाबा वेंगा?

1911 में उत्तरी मैसेडोनिया के एक गांव में जन्मी वांगेलिया पांडेवा दिमित्रोवा, आगे चलकर बाबा वेंगा नाम से मशहूर हुईं. 12 वर्ष की उम्र में एक तूफान ने उनकी आंखों की रोशनी छीन ली, लेकिन इसके बाद उनके जीवन में ऐसा मोड़ आया जिसने उन्हें सामान्य इंसान से अलग बना दिया। कहा जाता है कि अंधेपन के बाद उन्होंने भविष्य देखने की क्षमता विकसित कर ली थी. 30 वर्ष की उम्र से पहले ही वह लोगों के बीच अपनी उपचार विधियों और भविष्यवाणियों के लिए प्रसिद्ध हो गईं. यहां तक कि बुल्गारिया के राजा बोरिस तृतीय और सोवियत संघ के नेता लियोनिद ब्रेजनेव भी उनसे मिलने और सलाह लेने पहुंचे थे.

अन्य विज्ञान-तकनीक लेख
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल