​सुकमा में नक्सली हमला, 12 सीआरपीएफ जवान शहीद

जनता जनार्दन संवाददाता , Mar 11, 2017, 12:46 pm IST
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​सुकमा में नक्सली हमला, 12 सीआरपीएफ जवान शहीद रायपुर: छत्तीसगढ़ के सुकमा में शनिवार सुबह सीआरपीएफ जवानों पर हुए नक्सली हमले में 12 जवान शहीद हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक यह हमला सुकमा जिले के भेज्जी इलाके में हुआ। सुकमा एसपी ने इस हमले की पुष्टि की है।

शहीद हुए सभी जवान सीआरपीएफ की 219वीं बटालियन के थे। हमला शनिवार सुबह करीब 9 बजे हुआ। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बताया कि ताजा जानकारी के मुताबिक 12 सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए हैं। इससे पहले सूचना थी कि हमले में 3 जवानों की मौत हुई है और 6 बुरी तरह घायल हैं।

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, हमले के बाद नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों से 10 हथियार और रोडियो सेट्स लूट लिए हैं। घायल जवानों का भेज्जी में इलाज चल रहा है, साथ ही उन्हें रायपुर रेफर किया जाएगा.

हमले के दौरान जवानों द्वारा की गई जवाबी फायरिंग में दो नक्सलियों के मारे जाने की बात सामने आ रही है.

घटना के बाद नक्स‍ली सीआरपीएफ जवानों के 10 हथियार भी लेकर भाग गए. नक्सलियों ने इलाके में और भी आईईडी लगा रखे हैं, जिनकी खोज की जा रही है.

शहीद जवानों के नाम हीरालाल जांगड़े सहायक उपनिरीक्षक, नरेन्द्र कुमार सिंह आरक्षक, मंगेश पाण्डे, रामपाल सिंह यादव, गोरखनाथ, नंदकुमार अतरम, सतीश चंद्र वर्मा, के शंकर, वीआर मंदे, जगजीत सिंह एवं सुरेश हैं। घायल जवानों के नाम जगदीश प्रसाद निसोड़े, जयदेव परमाणिक, मो. सलीम हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नक्सली हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के प्रति संवेदना प्रकट की है. इस बारे में उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी स्थिति का जायजा लिया है.

केंद्रीय गृहमंत्री शनिवार शाम विशेष विमान से रायपुर पहुंचेंगे. सीएम डॉ रमन सिंह ने घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि नक्सलियों के पैर उखड़ रहे हैं, इसलिए उन्होंने यह कायराना करतूत की.

मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल इलाके में सर्चिंग चल रही है. हमारे जवान नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है. 2017 में नक्सलियों द्वारा किया गया यह सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है.

घटना के बाद स्पेशल डीजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी ने आपात बैठक बुलाई है. जिसमें एआईजी, एसआईबी और सीआरपीएफ के अधिकारी भी शामिल हो रहे है.

नक्सलियों ने 11 मार्च 2014 को इसी तरह टाहकवाड़ा में सीआरपीएफ की टीम पर हमला किया था, जिसमें 15 जवान शहीद हो गए थे और एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. झीरम घाटी हमले के बाद हुई इस नक्सली वारदात को झीरम में दूसरा सबसे बड़ा हमला भी कहा जाता है.

अब तक की बड़ी नक्सली वारदात

- सितंबर 2005 में गंगालूर रोड पर एंटी-लैंडमाइन वाहन के ब्लास्ट करने से 23 जवान शहीद हुए थे.

- जुलाई 2007 में एर्राबोर अंतर्गत उरपलमेटा एम्बुश में 23 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए.

- अगस्त 2007 में दारमेटला में मुठभेड़ में थानेदार सहित 12 जवान शहीद हुए.

- 12 जुलाई 2009 को जिला राजनांदगांव में एम्बुश (ब्लास्ट के बाद हुई फायरिंग) में पुलिस अधीक्षक सहित 29 जवान शहीद हुए. इसी प्रकार नारायणपुर के घौडाई क्षेत्र अंतर्गत कोशलनार में 27 सुरक्षाकर्मी एम्बुश में शहीद हो गए थे.

- 6 अप्रैल 2010 को ताड़मेटला में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हुए.
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