'सात फेरों का बन्धन' कब और क्यों बन गया 'रक्षा बन्धन'

जनता जनार्दन संवाददाता , Jun 16, 2011, 15:58 pm IST
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 'सात फेरों का बन्धन' कब और क्यों बन गया 'रक्षा बन्धन' मेरठ: शहर में एक युवक की शादी बड़ी ही चर्चा का विषय बन गई हैं । उसने जिस लड़की को शादी के लिए पसंद किया था, उसकी बजाय उसकी छोटी बहन को अग्नि के इर्द-गिर्द सात फेरे लेकर अपनी पत्नी स्वीकार कर लिया था और फिर विवाह के करीब सवा महीने बाद उससे राखी बंधवाकर उसे अपनी बहन मान लिया हैं। हालांकि, युवती के पिता ने इस रिश्ते को मानने से भी इंकार कर दिया है।

मेरठ के डीआईजी प्रेम प्रकाश ने मीडिया सूत्रों को बताया कि इस मामले को कानूनी तरीके से सुलझाने से पहले पुलिस परिवार परामर्श केंद्र की भी मदद लेगी। इसके लिए कथित पति पत्नी नीतीश और आरती को रविवार को परामर्श केंद्र भी बुलाया गया है।

 मेरठ की देवलोक कॉलोनी के निवासी नीतीश का विवाह छह मई को रूद्रपुर निवासी नेहा के साथ होना था। नेहा के पिता पीएसी में दारोगा हैं। विवाह से पहले चार मई को नेहा अपने प्रेमी के साथ घर से चली गई थी। बदनामी के डर से नेहा के घरवालों ने उसकी छोटी बहन आरती का विवाह नीतीश के साथ कर दिया।

 मीडिया सूत्रों के अनुसार, आरती के परिजन इस बात से अनभिज्ञ थे कि आरती भी अपने प्रेमी विनीत के साथ छिप कर विवाह कर चुकी थी। नीतीश के साथ छह मई को विवाह के बाद आरती ने उसे सच बता दिया। आठ जून को नीतीश ने रूद्रपुर निवासी विनीत को बुलाया और आरती को ले जाने को कहा। इस दौरान नीतीश ने आरती को अपनी बहन भी बना लिया हैं।

कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए नीतीश और आरती ने डीआईजी प्रेम प्रकाश को पूरी बात बताई है। डीआईजी के अनुसार, इस मामले को सुलझाने के लिए नीतीश और आरती को रविवार को परामर्श केंद्र पर भी बुलाया गया है।
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