कला
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लोक संस्कृति सेवा संस्थान के बैनर तले भोजपुरी महोत्सव का हुआ आयोजन जनता जनार्दन संवाददाता ,  Nov 14, 2023
लोक संस्कृति सेवा संस्थान द्वारा आयोजित भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग से 8 नवंबर 2023 को भोजपुरी महोत्सव का आयोजन किया गया. जिसमें रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्न हुए। बतादे की मुलायम नगर ज्ञान विहार पानी टंकी के पास लखनऊ में सुप्रसिद्ध कलाकारों द्वारा गायन वादन के साथ ही एक से बढ़ एक नृत्य कार्यक्रम हुआ एवं मंच द्वारा मौजूद सम्मानित अतिथिगण का सम्मान संस्थान के अध्यक्ष संतोष राय ए ....  समाचार पढ़ें
दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में गजेंद्र साहू की एकल कला प्रदर्शनी, उनके 45 साल के उत्कृष्ट रचनात्मक कार्य प्रदर्शित जनता जनार्दन संवाददाता ,  Apr 09, 2023
प्रख्यात कलाकार गजेंद्र प्रसाद साहू की एकल कला प्रदर्शनी नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में विजुअल आर्ट गैलरी में चल रही है. पांच दिनों तक चलने वाली इस प्रदर्शनी का नाम 'चित्रकाव्य' है, जिसे 10 अप्रैल 2023 तक देखा जा सकेगा. ....  समाचार पढ़ें
फिल्मी नहीं है टी-सीरीज के भूषण कुमार की सफलता की कहानी जनता जनार्दन डेस्क ,  Feb 10, 2017
जनवरी के आखिर में टी-सीरीज ने बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। यह कंपनी 14 अरब से ज्यादा व्यू के साथ यूट्यूब पर नंबर-1 चैनल बन गई। यह अब ऑल टाइम सबसे ज्यादा देखा गया चैनल बनने से भी ज्यादा दूर नहीं है। ....  समाचार पढ़ें
राष्‍ट्रपति ने किया संगीत नाटक अकादमी में स्‍वामी विवेकानंद सभागार का उद्घाटन जनता जनार्दन संवाददाता ,  Jul 06, 2016
राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राजधानी के संगीत नाटक अकादमी में स्‍वामी विवेकानंद सभागार का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्‍होंने कहा कि स्‍वामी विवेकानंद में प्राचीन भारत के खुलेपन, आत्‍मसात और हमेशा आह्वान करने की विचारधारा सन्निहित थी। इसी तरह भारतीय नृत्‍य कथक प्रभावों को आत्‍मसात करने की एक शैली है जो ईसा पूर्व चौथी शताब्‍दी से महाभारत काल से इसे यादगार बनाए हुए है। ....  समाचार पढ़ें
अच्‍छी फोटोग्राफी एक जटिल कला है: अरुण जेटली जनता जनार्दन डेस्क ,  Mar 22, 2016
केन्‍द्रीय वित्‍त, कॉरपोरेट मामले तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि राष्‍ट्रीय फोटोग्राफी पुरस्‍कार उन रचनात्‍मक पेशेवरों को सरकार द्वारा सम्‍मान और पहचान देने की एक बड़ी पहल है, जिन्‍होंने अपने रचनात्‍मक चित्रों की महारत से इतिहास में क्षणों को परिभाषित किया है। फोटोग्राफर प्रतिकूल परिस्थितियों में कार्य करते हैं और दिन के उन क्षणों को तस्‍वीरों में कैद करने के लिए लंबी प्रतीक्षा करते हैं, जो जनमानस के मन में प्रभाव डालने वाले हों। ....  समाचार पढ़ें
राष्‍ट्रपति ने उत्कृष्ट शिल्‍पकारों को शिल्‍पगुरू और राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार किए प्रदान जनता जनार्दन संवाददाता ,  Dec 10, 2015
राष्‍ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में शिल्पगुरू और राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने वर्ष 2012, 2013 और 2014 के लिए 21 शिल्पगुरू पुरस्कार और 59 राष्ट्रीय पुरस्कार उत्कृष्ट शिल्पियों को प्रदान किए। ....  समाचार पढ़ें
राष्ट्रपति करेंगे 'ई-आर्ट कैटलॉग' का विमोचन जनता जनार्दन डेस्क ,  Dec 10, 2014
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 11 दिसंबर को 'राष्ट्रपति भवन की कला विरासत: एक चयन' शीर्षक से एक इलेक्ट्रॉनिक आर्ट कैटलॉग का विमोचन बेवसाइट 'प्रेसिडेंटऑफइंडियाडॉटएनआईसीडॉटइन' पर करेंगे।राष्ट्रपति भवन पहली बार भवन का संपूर्ण कला संग्रह विश्व के लोगों के लिए खोल रहा है। इस कैटलॉग में राष्ट्रपति भवन की 113 उच्च गुणवत्ता वाली पेंटिंग के फोटोग्राफ्स और चुनी हुई कला वस्तुओं का संग्रह होगा। ....  समाचार पढ़ें
कला उद्योग के लिए उतार-चढ़ाव वाला रहा वर्ष 2013 जनता जनार्दन डेस्क ,  Dec 26, 2013
यह वर्ष अपने आखिरी पड़ाव पर है, तथा भारतीय कला जगत एवं उद्योग के लिए काफी उतार-चढ़ाव वाला साबित हुआ। वर्ष की शुरुआत भारतीय कला मेला (आईएएफ) के जरिए कला जगत के लिए सकारात्मक रही, और राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खरीदारों से इसे काफी सराहना भी मिली।वर्ष के मध्य में रुपये की कीमत में डॉलर के मुकाबले आई भारी गिरावट के चलते कला उद्योग में भी गिरावट देखने को मिली, लेकिन बाद में इसे जबरदस्त बढ़त भी मिली। विश्वविख्यात नीलामीकर्ता 'क्रिस्टी' ने पहली बार भारत में कदम रखा और पहले ही नीलामी सत्र में एस. गायतोंडे की 1979 में बनाई गई पेंटिंग 23.7 करोड़ रुपये में खरीदी गई, जिसने भारतीय कला उद्योग में सकारात्मक रुझान बने रहने का संकेत दिया। ....  समाचार पढ़ें
सुन भइ साधो जनता जनार्दन डेस्क ,  Jul 18, 2013
महाकवि सूरदास के व्यक्तित्व और कवित्व पर आधारित एक पात्रीय नाटक की प्रस्तुति हिन्दी अकादमी, दिल्ली द्वारा दिल्ली सैलीब्रेट कार्यक्रमों की कड़ी में हिन्दी साहित्य के भक्तिकालीन कवियों के व्यक्तित्व एवं कवित्व पर आधारित चार दिवसीय कार्यक्रमों का उद्घाटन भक्तकवि सूरदास के जीवन पर आधारित एक पात्रीय नाट्य प्रस्तुति से हुआ। ....  समाचार पढ़ें
साढ़े तीन महीने में तैयार हुई केट मिडलटन की पेंटिंग जनता जनार्दन डेस्क ,  Jan 12, 2013
डचेज आफ कैम्ब्रिज केट मिडलटन की पहली आधिकारिक पेंटिंग जारी कर दी गई है। इस पेंटिंग पर आलोचकों की मिलीजुली प्रतिक्रिया प्राप्त हो रही है।चित्रकार पॉल एम्सले ने कैनवस पर केट की इस तस्वीर को उकेरा है। केट की इस तस्वीर को बनाने में पॉल को कई महीने लगे हैं और उन्होंने इस चित्र में कई तैल स्तरों का इस्तेमाल किया है। ....  समाचार पढ़ें
रावण को शत शत नमन अमित मौर्या ,  Oct 18, 2018
रावण उत्तम कुल का था. वह वह पुलत्स्कर का नाती और विशेश्रवा का बेटा था. पुलत्स्कर ने विश्व संस्कृत को प्रथम रंगमंच दिया था और ग्रीक नाट्य साहित्य में उसका उल्लेख "पुलित्ज़र" के नाम से मिलता है. रावण ने अपनी बहन के आन के लिए अपना सबकुछ लुटा दिया और सीता को कभी भी अपने हरम में ले जाने के लिए कभी जबरजस्ती नही की वह ज्योतिष का प्रकांड विद्वान् था. उसकी लिखित "रावण संहिता" ज्योतिष विज्ञान की महान कृति है. रावण ने नृत्य और योग के मानक प्रस्तुत किये. प्रायः जो विद्वान् और पढ़े लिखे होते हैं वह कायर होते हैं और निर्णायक मौकों पर आर -पार की लड़ाई या युद्ध से बचते हैं पर रावण विद्वत्ता और साहस का अद्भुत संयोग था. वह महान विद्वान् और प्रतापी योद्धा था. वह रक्षसः आन्दोलन का प्रणेता था. इसीलिए उसे राक्षस कहा गया. हुआ यह कि उस समय इंद्र का राज्य था उसे लोग इंद्र इस लिए कहते थे क्यों कि वह इन्द्रीय हरकतें यानी कि वासना में लिप्त था . इंद्र एक आदिवासी /बनवासी ....  लेख पढ़ें
क्या मिट्टी के बर्तन प्रदर्शनी की शोभा मात्र रह जाएंगे? जनता जनार्दन डेस्क ,  May 09, 2013
आज भौतिकता की दौड़ मे पुरानी हस्तकला से कुंभकारों द्वारा बने मिट्टी के बर्तनों को छोड़ कर लोग प्लास्टिक, कांच एवं अन्य धातुओं से बने बर्तनों तथा अन्य सामग्री का प्रयोग करने लगे हैं। शासन की उपेक्षा का शिकार कुंभकारों का अपना पुश्तैनी कारोबार मंदी की मार के साथ ही बंद होने की कगार पर खड़ा है। ....  लेख पढ़ें
नए आयामों में ढलती मधुबनी चित्रकला जनता जनार्दन संवाददाता ,  Dec 04, 2011
कुछ दिनों पहले कोलकाता में आयोजित राष्ट्रीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी में मिथिला की कला, जो मधुबनी पेंटिंग के नाम से जानी जाती है देखी और वहां के कुछ कलाकारों से साक्षात्कार हुआ। यहां शिल्प का जो वैविध्य देखने को मिला, उससे इस तथ्य को पुष्टि हुई कि परम्परा केवल अतीत का प्रेषण नहीं अथवा उसे विरासत में प्राप्त करना ही नहीं है; बल्कि परम्परा की व्यवहारगत और प्रतीकात्मक पुनुरुक्ति द्वारा अपनी अस्मिता बनाए रखने की चेष्टा, एक ऐसी प्रक्रिया है जो मस्तिष्क में अनुगूंजे भावों को वर्तमान से जोड़ती है एवम् व्यक्ति के चित्त और सामाजिक ढांचे को स्थायित्व प्रदान करती है। ....  लेख पढ़ें
अरुंधति की न्यूड पेंटिग पर बवाल क्यों ? अनंत विजय ,  Apr 11, 2011
क्रिकेट के विश्वकप के शोरगुल में एक अहम घटना दब कर रह गई। यह एक ऐसी घटना है जो सरकार पोषित संस्था के कार्यकलापों पर सवालिया निशान खड़ा करती है। मैं बात कर रहा हूं ललित कला अकादमी की जिसके अध्यक्ष हिंदी के वरिष्ठ कवि, आलोचक और कला प्रेमी अशोक वाजपेयी हैं। सवाल इस लिए खड़े हो रहे हैं कि एक मशहूर चित्रकार डॉक्टर प्रणब प्रकाश ने अकादमी पर मनमानी का आरोप लगाया है। प्रणब प्रकाश का आरोप है कि उसने अरुंधति की एक न्यूड पेंटिग बनाई जिसकी वजह से ललित कला अकादमी ने उसकी पेंटिंग प्रदर्शनी की इजाजत नहीं दी। ....  लेख पढ़ें
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