धर्म-अध्यात्म
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नहाने के पानी में इस तरह करें तुलसी की लकड़ी का इस्तेमाल जनता जनार्दन संवाददाता ,  May 31, 2023
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना गया है. मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान धरती पर जो अमृत छलका था उसी से तुलसी की उत्पत्ति हुई. वहीं एक और कथा के अनुसार विष्णु द्वारा वृंदा को छलने और उसके सती हो जाने के बाद राख से एक पौधा उत्पन्न हुआ जिसे भगवान विष्णु से तुलसी नाम दिया. इसलिए तुलसी को पूजनीय माना जाता है. ....  समाचार पढ़ें
साल के आखिरी बड़ा मंगल पर गंगा दशहरा का संयोग जनता जनार्दन संवाददाता ,  May 28, 2023
ज्येष्ठ मास के सभी मंगलवार को बड़ा मंगल कहते हैं क्‍योंकि ज्‍येष्‍ठ के मंगलवार को ही हनुमान जी ने बूढ़े वानर का रूप रखकर भीम को हराकर अहंकार तोड़ा था. इसलिए बड़ा मंगल पर हनुमान जी के वरिष्‍ठ रूप की पूजा की जाती है और इसे बुढ़वा मंगल भी कहते हैं. ज्‍येष्‍ठ मास खत्‍म होने को है और इसके आखिरी बड़ा मंगल पर गंगा दशहरा का संयोग बन रहा है. आखिरी बड़ा मंगल और गंगा दशहरा 30 मई 2023 को पड़ रहा है. इसे बहुत अच्‍छा योग कहा जा रहा है. ....  समाचार पढ़ें
ये एक व्रत दूर कर देगा आपके जीवन के सारे दुख जनता जनार्दन संवाददाता ,  May 23, 2023
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि भगवान विष्‍णु को समर्पित है. हर महीने 2 एकादशी पड़ती हैं और इस तरह साल में 24 एकादशी पड़ती हैं. इसमें से कुछ एकादशी को विशेष माना गया है. ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी कहते हैं, क्‍योंकि इस दिन भगवान विष्‍णु के लिए निर्जला व्रत रखा जाता है. यह कठिन व्रत रखने से साल की सभी 14 एकादशी व्रत रखने जितना फल मिलता है. इसके अलावा निर्जला एकादशी व्रत करने से सारे पाप नष्‍ट हो जाते हैं ....  समाचार पढ़ें
हथेली में ये दुर्लभ रेखा बनाती है इंसान को करोड़पति जनता जनार्दन संवाददाता ,  May 18, 2023
हस्तरेखा शास्त्र में हथेली की रेखाओं और चिह्नों के माध्यम से इंसान के आचरण, व्यवहार, व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में अंदाजा लगाया जाता है. हथेली की हर रेखा और चिह्न इंसान के भाग्य का निर्माण करती है. इनमें से कुछ रेखा और चिह्न काफी सौभाग्यशाली माने जाते हैं. ऐसी ही एक रेखा मंगल है. मंगल रेखा का संबंध बजरंग बली से माना जाता है. हथेली पर जब मंगल और भाग्य रेखा का संयोग को तो इंसान जीवन में सब कुछ प्राप्त करता है. ऐसी मान्यता है कि अगर हाथ में मंगल रेखा हो तो शनि की साढ़े साती का भी उस पर कोई असर नहीं होता है. ....  समाचार पढ़ें
जीवन की बंधन से मुक्ति का एक मार्ग श्रीमद् भागवत कथा श्रवण : श्रीधराचार्य जी महाराज जनता जनार्दन संवाददाता ,  May 12, 2023
औरंगाबाद। स्थानीय क्षत्रिय नगर स्थित गीता कुंज में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तृतीय दिन भक्तों के बीच प्रवचन करते हुए जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री श्रीधराचार्य जी महाराज ने कहा कि जिस घर में भागवत कथा व पूजा होती है। उस घर में लक्ष्मी नारायण भगवान की कृपा सदैव बनी रहती है। जीवन की बंधन से मुक्ति का एक मार्ग श्रीमद् भागवत कथा श्रवण ही है ....  समाचार पढ़ें
24 घंटे में बदलेगी 5 राशि वालों की किस्‍मत जनता जनार्दन संवाददाता ,  Apr 21, 2023
तुला राशि: तुला राशि वालों को गुरु गोचर पारिवारिक जीवन में खुशियां देगा. आपके जीवन में जो भी समस्‍याएं थीं, वे अब खत्‍म होंगी. सुख-सुविधाएं बढ़ेंगी. घर-संपत्ति, वाहन खरीद सकते हैं. जीवनसाथी के साथ रिश्ता महबूत होगा. सरकारी काम बनेंगे. नौकरी-व्‍यापार के लिए लाभकारी समय है. मीन राशि: मीन राशि वालों के लिए गुरु गोचर व्‍यापार में लाभ कराएंगे. नौकरी करने वालों को ....  समाचार पढ़ें
कथावाचिका और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी ने बताई सच्‍चे प्यार की परिभाषा जनता जनार्दन संवाददाता ,  Apr 01, 2023
प्यार किसी को बना सकता है तो बर्बाद भी कर सकता है. इसलिए प्यार में किसी को धोखा न दें. आप असल जिंदगी में जैसे हैं वैसे ही खुद को पेश करें. ऐसा करने से सारी चीजें पहले से साफ हो जाएंगी तो सभी को ये जिंदगी खूबसूरत लगने लगेगी. ....  समाचार पढ़ें
त्‍योहारों के लिहाज से बेहद खास है अप्रैल महीना, हिंदू-मुस्लिम, सिख, ईसाई सब मनाएंगे पर्व जनता जनार्दन संवाददाता ,  Mar 30, 2023
अप्रैल महीने की शुरुआत एकादशी तिथि से हो रही है और चैत्र शुक्‍ल की इस एकादशी को कामदा एकादशी भी कहते हैं. इसके बाद अप्रैल महीने में हिंदू धर्म का पर्व अक्षय तृतीया, जैन धर्म का प्रमुख पर्व महावीर जयंती, मुस्लिम धर्म का प्रमुख त्‍योहार ईद उल फितर, सिखों का पर्व बैसाखी और ईसाईयों का पर्व गुड फ्राइडे मनाया जाएगा. इस तरह यह महीना भारत के सभी धर्मों के अनुयायियों के लिए उत्‍सव का महीना रहेगा. आइए जानते हैं कि अप्रैल 2023 के सभी प्रमुख व्रत- ....  समाचार पढ़ें
तीन दिन बाद बुध इन 5 राशियों की पलटेंगे किस्मत जनता जनार्दन संवाददाता ,  Mar 28, 2023
ग्रहों के राजकुमार बुध राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. 31 मार्च को दोपहर में 2 बजकर 44 मिनट पर वह मेष राशि में गोचर करेंगे. फिलहाल वह मीन राशि में उदित हैं. 14 अप्रैल को सूर्य भी मेष में आ जाएंगे. यहां उस वक्त बुध विराजमान होंगे. ये दोनों ग्रह मिलकर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे. बुध के इस राशि परिवर्तन से कई राशियों को न सिर्फ आर्थिक ....  समाचार पढ़ें
खाने-पीने के मामले में दूसरों को मात देते हैं ये राशि के लोग जनता जनार्दन संवाददाता ,  Mar 02, 2023
ज्योतिष शास्त्र का कहना है कि इस राशि वाले जातकों को मीठा खाना बहुत पसंद होता है. इन्हें मीठी चीजों में लगभग सभी चीजें पसंद होता है. मीठा चखने के लिए बेहद बैचेन रहते हैं. लेकिन खाने के शौकील होने के बावजूद ये लोग संतुलित खाना ही पसंद करते हैं. ....  समाचार पढ़ें
मई में होगा इन ग्रहों का गोचर, बनेगा बेहद शुभ योग जनता जनार्दन संवाददाता ,  May 03, 2023
मई के महीने में ग्रहों को गोचर मिथुन राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ रहने वाली रहेगी. आपके रूके हुए काम पूरे होंगे. कामों में सफलता मिलेगी. सामजिक मान-सम्मान में वृद्धि होगी. आर्थिक लाभ हो सकता है. ....  लेख पढ़ें
शनि के ये 3 खतरनाक योग जीवन को पूरी तरह कर देते हैं बर्बाद जनता जनार्दन संवाददाता ,  Apr 26, 2023
ज्योतिष शास्त्र में शनि को एक क्रूर और न्यायप्रिय देवता माना गया है. कहते हैं कि शनि व्यक्ति के अच्छे-बुरे कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं. शनि की कृपा से व्यक्ति को जीवन में किसी चीज की कमी नहीं रहती. वहीं, शनि की कुदृष्टि व्यक्ति को पूरी तरह से बर्बाद कर देती है. ज्योतिष शास्त्र में शनि की कुछ दशाएं और योग बहुत ही खतरनाक और हानिकारक माने गए हैं.ज्योतिष शास्त्र में ....  लेख पढ़ें
अपने घर पर ही रहकर मनायें गुरू पूर्णिमा का पर्व: सिद्धार्थ गौतम राम जी जनता जनार्दन संवाददाता ,  Jun 14, 2020
अपने घर पर ही रहकर मनायें गुरू पूर्णिमा का पर्व: सिद्धार्थ गौतम राम जी वाराणसी: देश भले ही अनलॉक हो गया है। लेकिन इस वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का खतरा बना हुआ है । ऐसी स्थिति मे अपने भक्तों को संक्रमण से दूर रखने के लिए विश्व विख्यात अघोरपीठ औघोराचार्य बाबा कीनाराम अघोर शोध एवं सेवा संस्थान क्रीकुण्ड शिवाला के पीठाधीश्वर अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी ने कहा कि आप सभी से विनम्र निवेदन है कि कोरोना वैश्विक महामारी कोविड19 के प्रकोप के कारण सम्पूर्ण मानव जाति के अस्तित्व पर संकट उत्पन्न हो गया है। ....  लेख पढ़ें
स्वामी सहजानन्द सरस्वती: जिनके जीवन गाथा में निहित है जगत सन्देश गोपाल जी राय ,  Feb 21, 2019
ह ठीक है कि उनके जीते जी जमींदारी प्रथा का अंत नहीं हो सका। लेकिन यह उनके द्वारा ही प्रज्ज्वलित की गई ज्योति की लौ ही है जो आज भी बुझी नहीं है, और चौराहे पर खड़े किसान आंदोलन को मूक अभिप्रेरित कर रही है। यूं तो आजादी मिलने के साथ हीं जमींदारी प्रथा को कानून बनाकर खत्म कर दिया गया। लेकिन आज यदि स्वामीजी होते तो फिर लट्ठ उठाकर देसी हुक्मरानों के खिलाफ भी संघर्ष का ऐलान कर देते। दुर्भाग्यवश, किसान सभा भी है और उनके नाम पर अनेक संघ और संगठन भी सक्रिय हैं, लेकिन स्वामीजी जैसा निर्भीक नेता दूर-दूर तक नहीं दिखता। किसी सियासी मृगमरीचिका में भी नहीं। ....  लेख पढ़ें
जब करपात्री जी मिले अघोरेश्वर अवधूत भगवान राम से अमिय पाण्डेय ,  Nov 19, 2018
बात करीब 1957 की है, बाबा जशपुर पैलेस मे थे,उन दिनो राजा साहब के गुरू स्वामी करपात्री जी भी महल मे ही प्रवास कर रहे थे, दरअसल राजा विजयभूषण जू देव का प्रथम दर्शन बाबा से अष्टभुजी( विँध्याचल) मे हुआ था,वहाँ पर किसी ने किशोर अवधूत की महिमा के बारे मे राजपरिवार को बताया थाl, फिलहाल इस घटना के पहले बाबा २-३ बार जशपुर पैलेस राजासाहब के अनुनय विनय पर जा चुके थे ....  लेख पढ़ें
मैलानी आश्रम अघोरियों के लिए शक्ति प्रतिष्ठित नीरज वर्मा ,  Nov 15, 2018
ये सब बहुत कुछ आपकी आंतरिक पवित्रता व अध्यात्मिक सामर्थ्य पर निर्भर है । ये स्थान आने वाले दिनों में क्रमशः एक महान शक्तिपीठ के रूप में स्थापित होने की संभावनाओं को दरकिनार नहीं करता है । और न ही आम जनमानस की लौकिक और आध्यात्मिक जगत की पारलौकिक लालसाओं की पूर्ति से इनकार करेगा । ....  लेख पढ़ें
रावण को शत शत नमन अमित मौर्या ,  Oct 18, 2018
रावण उत्तम कुल का था. वह वह पुलत्स्कर का नाती और विशेश्रवा का बेटा था. पुलत्स्कर ने विश्व संस्कृत को प्रथम रंगमंच दिया था और ग्रीक नाट्य साहित्य में उसका उल्लेख "पुलित्ज़र" के नाम से मिलता है. रावण ने अपनी बहन के आन के लिए अपना सबकुछ लुटा दिया और सीता को कभी भी अपने हरम में ले जाने के लिए कभी जबरजस्ती नही की वह ज्योतिष का प्रकांड विद्वान् था. उसकी लिखित "रावण संहिता" ज्योतिष विज्ञान की महान कृति है. रावण ने नृत्य और योग के मानक प्रस्तुत किये. प्रायः जो विद्वान् और पढ़े लिखे होते हैं वह कायर होते हैं और निर्णायक मौकों पर आर -पार की लड़ाई या युद्ध से बचते हैं पर रावण विद्वत्ता और साहस का अद्भुत संयोग था. वह महान विद्वान् और प्रतापी योद्धा था. वह रक्षसः आन्दोलन का प्रणेता था. इसीलिए उसे राक्षस कहा गया. हुआ यह कि उस समय इंद्र का राज्य था उसे लोग इंद्र इस लिए कहते थे क्यों कि वह इन्द्रीय हरकतें यानी कि वासना में लिप्त था . इंद्र एक आदिवासी /बनवासी ....  लेख पढ़ें
अमित मौर्य ,  Jul 31, 2018
धर्म सत्ता स्थापित करने का गैर राजनीति उपकरण जब -जब और जहां-जहां बना संस्कृत विकृति हो ही गयी ...संस्कृति छद्म और पाखण्ड से परे एक सात्विक परम्परा होती है ...वैदिक युग के बाद त्रेता में राम के नेतृत्व में धर्म और राजनीति का घाल मेल हुआ परिणाम सामने आया ...जर (आधिपत्य ), जोरू (पत्नी ) और जमीन के विवादों का वहिरुत्पाद "आध्यात्म " कहा जाने लगा ... ....  लेख पढ़ें
मानस मीमांसाः बाल्मीकि रामायण व रामचरित मानस में मूल अन्तर दिनेश्वर मिश्र ,  Sep 16, 2017
बाल्मीकिजी राम के समकालीन थे। उन्हें कहीं- कहीं दशरथ के मंत्रियों के समूह में सम्मिलित होना भी बताया गया है। अतः वे सर्वश्रेष्ठ राजा के रूप में राम को सर्व सद्गुण-संपन्नता के साथ अधिष्ठापित करते हैं। किन्तु गोस्वामीजी का मुख्य उद्देश्य राम की ईश्वरता की ओर श्रोता का ध्यान आकृष्ट करना रहा है। बाल्मीकि के राम अनुकरणीयता की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ हैं । ....  लेख पढ़ें
मानस मीमांसाः तुलसीदास के राम ब्यक्ति नहीं ब्रह्म, पूज्य व आराध्य, ऐतिहासिक दृष्टि दिनेश्वर मिश्र ,  Sep 15, 2017
दक्षिण तो दक्षिण, उत्तर में भी राम निर्विवाद नहीं हैं । यहाँ भी उन्हें एक ओर वर्ण-ब्यवस्था के आधार पर आलोचना का विषय बनाया जा रहा है। राम शुद्र बिरोधी और ब्राह्मणवादी हैं. कोई आश्चर्य नहीं होगा कि कुछ दिनों के बाद ब्राह्मणों को क्षत्रिय राम से विरत रहने की प्रेरणा दी जाय। श्रीराम को ब्राह्मण द्वेषी सिद्ध किया जाय ,क्योंकि उन्होंने महा विद्वान रावण का बध किया था। तब राम किसके पूज्य व आराध्य रह जायेंगे?यह सब ऐतिहासिक दृष्टि की देन है। ....  लेख पढ़ें
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