WorldCup के लिए पंत अनफिट, अब कौन होगा विकेट के पीछे खड़ा?

जनता जनार्दन संवाददाता , Jun 27, 2023, 10:53 am IST
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WorldCup के लिए पंत अनफिट, अब कौन होगा विकेट के पीछे खड़ा?

 4 साल के अंतराल पर खेले जाने वाले वनडे वर्ल्ड कप के लिए दुनिया भर की टीमें पसीना बहा रही हैं. पिछले चार वर्ल्ड कप यानी 16 साल में भारत को कम से कम इस बात की चिंता नहीं रही कि विकेट के पीछे कौन खड़ा होगा. लेकिन अब महान क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी इस बार खेल में नहीं होंगे तो सवाल उठ रहा है कि उनकी कमी कौन भरेगा, वहीं बेहतरीन विकेटकीपर ऋषभ पंत भी सड़क हादसे से पूरी तरह उभर नहीं पाए हैं.

वनडे वर्ल्ड कप 5 अक्टूबर से भारत में खेला जाना है और अब 101 दिन बचे हैं. भारत का टीम प्रबंधन अभी भी सही संयोजन ढूंढने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में चयनकर्ता भी टीम प्रबंधन के सामने हर स्थान के लिए कई विकल्प रखना चाहते हैं.

केएल राहुल 2019 वनडे वर्ल्ड कप भी खेल चुके हैं. तब उन्होंने 9 मैचों में 45 की औसत से 361 रन बनाए थे. हालांकि, तब वे एक विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेले थे. राहुल की हालिया खराब फॉर्म भी उनके दावे को कमजोर कर सकती है, हालांकि उनके अनुभव और बल्लेबाजी के कारण उन्हें तवज्जो दी जा सकती है.

ताकत - राहुल स्पिन और तेज गेंदबाजी को खेलने में सक्षम हैं. उनमें बड़े शॉट खेलने की क्षमता है. भले ही फील्डिंग उनके अनुकूल न हो, फिर भी वे गैप ढूंढ लेते हैं.

कमजोरी- फिटनेस के मामले में राहुल कमजोर नजर आते हैं. बल्लेबाजी के दौरान उनके चोटिल होने की संभावना हमेशा बनी रहती है. वह अभी भी एनसीए में रिहैब कर रहे हैं. ऐसे में उनका चयन काफी हद तक फिटनेस पर भी निर्भर करेगा.

ईशान किशन को भी पंत की जगह का दावेदार माना जा रहा है. ईशान किशन ने वनडे क्रिकेट में बांग्लादेश के खिलाफ दोहरा शतक लगाया है. वह पिछले कुछ समय से लगातार भारतीय टीम का हिस्सा हैं.

ताकत - बड़े शॉट खेलने में सक्षम. शानदार विकेटकीपिंग करते हैं. टी20 विश्व कप के रूप में भारत की ओर से आईसीसी टूर्नामेंट खेलने का अनुभव है.
कमजोरी - स्पिनरों को खेलने में परेशानी होती है. ऑफसाइड पर ज्यादा शॉट नहीं खेलते हैं. स्ट्राइक रोटेट कम करते हैं.

केरल के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन भी भारतीय टीम में मौका पाने के प्रबल दावेदार हैं. हालांकि संजू सैमसन समय-समय पर टीम से बाहर होते रहे हैं. कभी फॉर्म को लेकर तो कभी चोट को लेकर.

ताकत - जानिए वनडे फॉर्मेट के हिसाब से स्ट्राइक रेट कैसे बनाए रखना है. सैमसन ने धैर्य के साथ बल्लेबाजी की. आसानी से विकेट नहीं खोते और फुल टाइम विकेटकीपिंग करते हैं.
कमजोरी - कोई बड़े टूर्नामेंट का अनुभव नहीं. चोटिल होने की संभावना रहती है. संजू की बल्लेबाजी में निरंतरता नहीं है. पिछली 10 पारियों में वह सिर्फ दो ही अर्धशतक लगा पाए हैं.

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