त्‍योहारों के लिहाज से बेहद खास है अप्रैल महीना, हिंदू-मुस्लिम, सिख, ईसाई सब मनाएंगे पर्व

जनता जनार्दन संवाददाता , Mar 30, 2023, 12:40 pm IST
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त्‍योहारों के लिहाज से बेहद खास है अप्रैल महीना, हिंदू-मुस्लिम, सिख, ईसाई सब मनाएंगे पर्व

अप्रैल महीने की शुरुआत एकादशी तिथि से हो रही है और चैत्र शुक्‍ल की इस एकादशी को कामदा एकादशी भी कहते हैं. इसके बाद अप्रैल महीने में हिंदू धर्म का पर्व अक्षय तृतीया, जैन धर्म का प्रमुख पर्व महावीर जयंती, मुस्लिम धर्म का प्रमुख त्‍योहार ईद उल फितर, सिखों का पर्व बैसाखी और ईसाईयों का पर्व गुड फ्राइडे मनाया जाएगा. इस तरह यह महीना भारत के सभी धर्मों के अनुयायियों के लिए उत्‍सव का महीना रहेगा. आइए जानते हैं कि अप्रैल 2023 के सभी प्रमुख व्रत-त्‍योहार. 

कामदा एकादशी - 1 अप्रैल

चैत्र मास के शुक्‍ल पक्ष की एकादशी के दिन कामदा एकादशी व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान विष्‍णु की पूजा की जाती है. इससे सारे पाप नष्‍ट होते हैं और लंबी तपस्‍या करने जितना फल मिलता है. 

अनंद त्रयोदशी सोम प्रदोष- 3 अप्रैल

प्रत्‍येक महीने की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत रखा जाता है. प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है. इस बार प्रदोष व्रत सोमवार को पड़ रहा है, इसे सोम प्रदोष कहा जाएगा. चूंकि सोमवार भी भगवान शिव को समर्पित है इसलिए यह प्रदोष व्रत रखना विशेष लाभ देगा. 

महावीर जयंती 4 अप्रैल

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तेरस को जैन धर्म के तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती मनाई जाती है. महावीर स्‍वामी जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर हैं. उनकी जयंती हर साल जैन धर्मावलंबी धूमधाम से मनाते हैं. 

हनुमान जयंती 6 अप्रैल

हनुमान जयंती हर साल चैत्र मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है. इस साल संकटमोचन प्रभु हनुमानजी की जयंती 6 अप्रैल को पड़ रही है. 

गुड फ्राइडे - 7 अप्रैल

गुड फ्राइडे को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे भी कहते हैं. यह ईसाई धर्म के लोगों का प्रमुख त्‍योहार है. इसी दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया है. 

ईष्‍टर- 9 अप्रैल 

गुड फ्राइडे के बाद 9 अप्रैल को ईस्‍टर मनाया जाएगा. ऐसी मान्‍यता है कि ईस्‍टर के दिन ईसा मसीह का फिर से जन्‍म हुआ था.

बैसाखी पर्व - 14 अप्रैल

बैसाखी पंजाबी और सिख समुदाय के लोगों का त्‍योहार है. इसे नई फसल आने के मौके पर मनाया जाता है. इस दिन भांगड़ा किया जाता है, जगह-जगह मेले लगते हैं. 

वरुथिनी एकादशी - 16 अप्रैल

वैशाख मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को वरुथिनी एकादशी व्रत या वरुथिनी कहा जाता है. इस द‍िन भगवान व‍िष्‍णु की पूजा करने से व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं. 

प्रदोष व्रत - 17 अप्रैल 

अप्रैल के महीने में दूसरा प्रदोष व्रत भी सोमवार को है. 

मासिक शिवरात्रि - 18 अप्रैल

हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि व्रत रखा जाता है. मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. साथ ही सारे कष्‍ट दूर होते हैं. 

अक्षय तृतीया - 22 अप्रैल

वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया कहते हैं. यह हिंदूओं का प्रमुख त्‍योहार है और इसे शादी, गृह प्रवेश, मुंडन, नई चीजें खरीदने के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है. इस दिन सोना खरीदना बहुत शुभ होता है. 

ईल उल फितर - 22 अप्रैल

ईद-उल-फित्र मुस्लिमों का एक पवित्र त्योहार है जो रमजान महीना खत्‍म होने के बाद मनाया जाता है. रमजान महीना खत्‍म होने पर चांद देखने के बाद ईद का त्‍योहार मनाया जाता है. 

 

गंगा जयंती - 26 अप्रैल

वैशाख मास के शुक्‍ल पक्ष की सप्‍तमी को गंगा सप्‍तमी और गंगा जयंती के रूप में मनाया जाता है. माना जाता है कि इसी दिन देवी गंगा का प्राकट्य हुआ था. इस दिन गंगा नदी में स्‍नान करने और दान पुण्य करने का बहुत महत्‍व है. 

जानकी जयंती - 29 अप्रैल

वैशाख मास के शुक्‍ल पक्ष की नवमी को राजा जनक को भूमि से बालिका मिली थी. जिनका नाम उन्‍होंने सीता रखा. माता सीता का जन्‍मोत्‍सव जानकी जयंती या सीता नवमी कहा जाता है. 

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