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......रेशम की डोरी से संसार बांधा है

जनता जनार्दन डेस्क , Aug 09, 2014, 12:03 pm IST
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......रेशम की डोरी से संसार बांधा है लखनऊ: बहना ने भाई की कलाई पर प्यार बांधा है, रेशम की डोरी से संसार बांधा है। भाई-बहन के प्यार को प्रदर्शित करने वाले इस फिल्मी गीत की धुन वास्तव में भाई-बहन के बीच अनोखे बंधन को मजबूती प्रदान करता है। त्योहार निकट आते ही बहनें जहां अपने भाईयों की पसंद का ख्याल रखते हुए तरह-तरह की राखियों की खरीददारी कर रही हैं। वहीं राखियों के बदले बहनों को उपहार देने के लिए भाई भी गिफ्ट खरीदने में जुटे हैं। बाजारों में लोगों की पसंद के हिसाब से राखियां सजाई गई हैं। वहीं उपहार की दुकानें भी गुलजार हो रही हैं।

शहर के प्रमुख बाजारों की सड़कों की पटरी पर दर्जनों राखियों की दुकानें सजी हैं। जहां सुबह से लेकर देर रात तक महिलाओं और युवतियों की भीड़ लगी रहती है। महिलाएं और युवतियां चुन-चुन कर रेशम की डोर से बनी राखियों की खरीददारी कर रही है। राखी का व्यवसाय करने वाले सुनील सिंह का कहना है कि इस बार महंगाई का असर राखी बाजार पर भी पड़ा है। करीब पांच रुपये से लेकर पांच सौ रुपये तक की कीमत की राखियां बाजार में सजाई गई हैं। महिलाएं और युवतियां अपने बजट के हिसाब से खरीददारी कर रही हैं।

बढ़ा चाइनीज राखियों का बाजार
अन्य त्योहारों की भांति ही रक्षाबंधन में चाइना बाजार हावी होता जा रहा है। छोटे बच्चों से लेकर बड़ों के लिए बाजार में चाइनीज राखियां भरी पड़ी हैं। चाइनीज राखियों में बच्चों के लिए खास फीचर तैयार किए गए हैं। यह राखियां बच्चों को खासा लुभा रही हैं। खास बात यह है कि चाइनीज राखियों की कीमत देशी राखियों से कम है। ऐसे में लोगों का रुझान इन राखियों की ओर बढ़ रहा है।

सोने-चांदी की राखियों पर भी नजर
कहते हैं कि भाई-बहन का प्यार कुदरत का दिया हुआ अनमोल तोहफा है। इसे साबित करने के लिए किसी धातु या धन की आवश्यकता नहीं होती। लेकिन लोग अपनी हैसियत के हिसाब से एक दूसरे को तोहफा देने में कैसे चूक सकते हैं। ऐसे में रक्षाबंधन के त्योहार को देखते हुए शहर के सर्राफा व्यवसायियों ने सोने और चांदी की आकर्षक राखियां तैयार कराई हैं।

इन राखियों की कीमत अधिक होने के कारण बिक्री तो कम है। लेकिन तमाम बहनें अपने भाईयों को खुश करने के लिए सोने-चांदी की राखियों की खरीददारी कर रही है। शहर के सर्राफा व्यवसायी मनमोहन गोयल कहते हैं कि इस बार उन्होंने कई बहनों के ऑर्डर पर धातु की राखियां बनवाई हैं। सोने-चांदी की राखियां महंगी होने के कारण इनकी अधिक खरीददारी नहीं होती।

भाई देंगे बहनों को उपहार
बहनों को उपहार देने के लिए भाइयों की आमद बाजारों में बढ़ गई है। बहनों की पसंद का ख्याल रखते हुए भाइयों ने भी उपहारों की खरीददारी शुरू कर दी है। गिफ्ट गैलरी के संचालक सौरभ पुरवार कहते हैं कि रक्षाबंधन को देखते हुए उन्होंने नए गिफ्ट आइटम मंगाए हैं। कहते हैं कि इन दिनों फोटो फ्रेम, बड़े चाकलेट पैक, टैडी बियर आदि गिफ्ट काफी पसंद किए जा रहे हैं।

पसंद आ रहे रोली और चंदन के पैकेट
रक्षाबंधन के त्योहार में भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के बाद बहनें उनके माथे पर रोली और चंदन का तिलक लगाती हैं। इस बार बाजार में बहनों की सुविधा को देखते हुए पैकेटबंद रेडीमेड रोली और चंदन आ गया है। यह पैकेट बहनों को खासा लुभा रहे हैं। बहनों के हिसाब से पांच से 10 रुपये में मिलने वाला यह पैकेट हर्बल होने के कारण नुकसानदायक नहीं है और अधिक टिकाऊ है। जबकि घर में हल्दी, चावल और चूना से बनने वाला तिलक जल्दी ही छूट जाता है।
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