पाक सेना के सहयोग के बिना आतंकियों की घुसपैठ संभव नहीं: एंटनी

पाक सेना के सहयोग के बिना आतंकियों की घुसपैठ संभव नहीं: एंटनी नई दिल्ली: भारत ने दो-टूक शब्दों में कहा है कि पाकिस्तान की मदद के बगैर घुसपैठ संभव नहीं है। रक्षा मंत्री एके एंटनी ने बुधवार को पाकिस्तान की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब दोनों देशों के सीमा पर सैनिक मौजूद हो तो फिर आतंकियों की घुसपैठ कैसे मुमकिन है।

एंटनी ने घुसपैठ के मसले पर कहा कि मैं यकीन के साथ कह सकता हूं कि कुछ भी पाकिस्तानी सेना की जानकारी या सहायता के बिना नहीं हुआ है। एंटनी ने ताबड़तोड़ हो रहे पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर के उल्लंघन पर कहा कि संघषर्विराम उल्लंघन की बढ़ती घटनाएं और घुसपैठ की कोशिश भारत के लिए चिंता की बात हैं।

उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान भारत के साथ रिश्ते सुधारने की बात करता है तो फिर आतंकियों की घुसपैठ में इजाफा क्यों हो रहा है। एंटनी ने कहा कि हमारी सेना किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।

एंटनी ने सीमा पार से घुसपैठ के प्रयासों तथा संघर्ष विराम उल्लंघन की बढ़ती घटनाओं पर बुधवार को चिंता जाहिर की और कहा कि ये पाकिस्तानी सेना की ‘शह’ के बिना संभव नहीं है।

एंटनी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हम इन सभी घटनाक्रमों पर नजर रखे हुए हैं। घुसपैठ को रोकने या घुसपैठ के प्रयासों को न्यूनतम करने के प्रयास के बजाय इस प्रकार के प्रयासों में वृद्धि हो रही है।

इसका मतलब यह है कि ऐसा सीमा पार के तत्वों के समर्थन से हो रहा है। लेकिन मुझे पक्का विश्वास है कि पाकिस्तानी सेना के समर्थन, सहयोग और जानकारी के बिना कुछ नहीं होता। यह हमारे लिए चिंता का विषय है।

रक्षा मंत्री ने हैरानी जताई कि पाकिस्तान के सशस्त्र बलों की जानकारी या समर्थन के बिना इस प्रकार के प्रयास कैसे हो सकते हैं क्योंकि अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा एक ओर भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल तो दूसरी ओर रेंजर्स करते हैं।

रक्षा मंत्री ने कहा कि सीमा के दोनों ओर सशस्त्र बलों की पूर्ण पहरेदारी होती है। इसलिए कैसे आतंकवादी पाकिस्तान के सशस्त्र बलों की जानकारी या समर्थन के बिना भारतीय सीमा में घुसपैठ कर सकते हैं?

उन्होंने कहा कि यह एक सवाल है जो हमें परेशान कर रहा है। एंटनी ने कहा कि भारत लगातार यह कहता रहा है कि वह पाकिस्तान के साथ संबंधों को सुधारने में ईमानदार है लेकिन सवाल ये है कि जब घुसपैठ हो रही है तो ये कैसे संभव हो सकता है।

गौर हो कि सिर्फ वर्ष 2013 में पाकिस्तान संघषर्विराम का 136 बार सीजफायर का उल्लंघन कर चुका है, जो पिछले आठ सालों में सबसे ज्यादा है । नियंत्रण रेखा पर सेना की तैयारियों पर ऐसे समय सवाल उठ खड़े हुए हैं जब पिछले 10 महीनों में भारतीय क्षेत्र के अंदर भारतीय सैनिकों पर हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं ।

साथ ही पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ के मामलों में पिछले साल की तुलना में तेजी से इजाफा होता चला जा रहा है। गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2012 में 120 आतंकवादी भारत में घुसे थे जबकि 2013 में अब तक 90 से अधिक आतंकवादी भारतीय सीमा में घुसपैठ कर चुके हैं।
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