कविता के हत्यारे को कल होगी सजा

जनता जनार्दन संवाददाता , Sep 22, 2011, 16:07 pm IST
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कविता के हत्यारे को कल होगी सजा      मेरठ : साल 2006 के चर्चित कविता रानी मर्डर केस पर आज फैसला आ गया है। विशेष सीबीआई कोर्ट के फैसले के तहत तीनों आरोपियों योगेश, रविंद्र कुमार और सुल्तान को दोषी करार दिया गया है और तीनों को सजा कल यानी शुक्रवार को सुनाया जायेगा।

 अपने खास फैसले में कोर्ट ने चौथे आरोपी अशोक को अदालत ने बरी कर दिया है। ये फैसला करीब 33 लोगों की गवाही पर हुआ है। आपको बता दें इस मर्डर केस में कुल पांच लोगों को आरोपी बनाया गया था। मुख्य आरोपी रवींद्र प्रधान की साल 2008 में जेल में ही मौत हो गई थी।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की प्रवक्ता कविता रानी बुलंदशहर स्थित घंसुरपुर गांव की निवासी थी। वो दिवाली के अवकाश के बाद 23 अक्टूबर 2006 को मेरठ यूनिवर्सिंटी वापस आयी थी, ऐसा उनके घर वालों का कहना है लेकिन कविता हॉस्टल नहीं पहुंची जिसके बाद 31 अक्टूबर को उनके घरवालों ने उसके लापता होने की खबर बुलंदशहर कोतवाली में दर्ज करायी। लेकिन बाद में बुलंदशहर पुलिस ने ये मामला मेरठ पुलिस को सौंप दिया। हॉस्टल के कमरे से कविता के कुछ पुराने खत, एक डायरी और धमकी भरे कागज बरामद हुए थे। डायरी मे कुछ राजनेताओं के नाम और नंबर थे। जिसके बाद मेरठ पुलिस ने रवींद्र प्रधान, सुलतान, योगेश, अशोक को गिरप्तार कर लिया था। इस मामले में कुछ राजनेताओं के नाम उछले जिससे की पूरे यूपी में हडकंप मच गया ।

पूछताछ से पता चला कि रविंन्द्र प्रधान जबरदस्ती कविता से शादी करना चाहता था और कविता को उसने काफी धमकाया भी था। दोनों ही नेताओं की अश्लील सीडी बना कर उन्हें ब्लैकंमेल किया करते थे। इस मामले में सबसे पहला नाम उस समय यूपी के मंत्री रहे मेहराजुद्दीन का आया जिनकी अश्लील सीडी तैयार कर उनसे 35 लाख रुपये वसूल किए थे रविद्र और कविता ने।  और इसी रकम के बंटवारे को लेकर कविता की हत्या कर दी गई। लेकिन कविता की लाश कहीं से बरामद नहीं हुई। 
   
10 जनवरी 2007 को केस सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था। सीबीआई ने रवींद्र प्रधान, सुलतान, योगेश,अशोक और रविन्द्र के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी थी। केस की सुनवाई के दौरान 29 मई 2008 को डासना जेल में रवींद्र प्रधान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।

गिरफ्तारी के बाद आरोपी सुलतान ने पुलिस और सीबीआई के सामने कविता की हत्या करने का जुर्म कबूल किया था। शव को गाजियाबाद स्थित नहर में फेंकने की बाद बताई थी। पुलिस ने कविता का शव बरामद करने के लिए नहर में कई दिनों तक छानबीन की थी। मगर शव बरामद नहीं हुआ था।
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