![]() |
इजरायल ने एयर स्ट्राइक के बाद ईरान को दी धमकी, अब क्या होगा?
जनता जनार्दन ,
Jun 13, 2025, 18:21 pm IST
Keywords: इजरायल ईरान भारतीय विदेश मंत्रालय Randhir Jaiswal News Iran News
![]() इजरायल और ईरान के बीच तनाव एक नए, बेहद खतरनाक मुकाम पर पहुंच चुका है. हाल के इजरायली सैन्य हमलों के बाद अब इजरायल ने ईरान को खुली चेतावनी दी है: "या तो परमाणु समझौते पर साइन करो या हम ऐसे कदम उठाएंगे जो ईरानी शासन की नींव हिला देंगे." इजरायल के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने ईरान इंटरनेशनल को दिए बयान में कहा है कि अगर तेहरान अमेरिका के साथ परमाणु समझौते को लेकर ईमानदारी नहीं दिखाता, तो इजरायल के अगले कदम कहीं ज्यादा गंभीर होंगे. अधिकारी ने स्पष्ट कहा, "ईरान के पास दो ही रास्ते हैं - या तो समझौता करे या ऐसे हमलों का सामना करे जो उसके शासन की स्थिरता को खत्म कर देंगे." इजरायल का कड़ा संदेश: वार्ता में समय नहीं गंवाएंगे इजरायली सुरक्षा अधिकारी का आरोप है कि ईरान ने अब तक परमाणु वार्ता में अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ धोखा किया है. अधिकारी ने कहा, "ईरान ने जानबूझकर बातचीत को लटकाए रखा और इस दौरान यूरेनियम संवर्धन तेज कर दिया. अगर ईरान शुरू से ईमानदार होता तो शायद इजरायल को सैन्य कार्रवाई की जरूरत ही नहीं पड़ती." इजरायल का यह रुख इस ओर संकेत करता है कि अब उसके सैन्य ऑपरेशन सिर्फ ईरानी परमाणु ठिकानों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि ईरान की सत्ता के शीर्ष स्तर को भी निशाना बनाया जा सकता है. क्या अब अगला निशाना ईरानी नेतृत्व? इजरायल के हालिया हमलों में ईरान के कई सैन्य और परमाणु ठिकानों को भारी नुकसान हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 100 से ज्यादा ठिकानों पर हमले किए गए हैं, जिसमें ईरान के कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और छह से ज्यादा प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं. ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम और मिसाइल लॉन्चिंग फैसिलिटीज भी गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. सूत्रों का कहना है कि इजरायल अब ईरान के खिलाफ वही रणनीति अपनाने की तैयारी में है जो उसने पहले लेबनान में हिज्बुल्लाह के खिलाफ अपनाई थी- "खतरे को बढ़ने से पहले ही खत्म कर देना." इजरायली अधिकारी ने कहा, "ईरानी सैन्य कमांड स्ट्रक्चर इस वक्त बुरी तरह हिल चुका है, ईरान सैन्य रूप से बेहद कमजोर स्थिति में है. और अभी इजरायल के पास और भी बड़े आश्चर्य बचे हैं." इजरायल की रणनीति में बड़ा बदलाव इजरायली सूत्रों के मुताबिक, अब तक इजरायल की नीति ईरान की क्षेत्रीय आतंकवादी नेटवर्क, जैसे हिज्बुल्लाह और सीरिया स्थित मिलिशियाओं को निशाना बनाने की रही है, लेकिन अब रणनीति बदल गई है. अब इजरायल सीधे ईरानी शासन के 'पावर स्ट्रक्चर' को कमजोर करने पर फोकस कर रहा है. अधिकारी ने कहा, "हम ईरानी नागरिकों के खिलाफ नहीं हैं. इजरायल सिर्फ उस शासन को निशाना बना रहा है जो अपने लोगों के बजाय आतंकवाद पर खर्च कर रहा है. ईरानी जनता बेहतर नेतृत्व की हकदार है जो उनके लिए जीवन स्तर सुधारे, न कि वैश्विक संकट खड़े करे." क्या ईरान झुकेगा या संघर्ष और बढ़ेगा? इजरायल की यह कड़ी चेतावनी अब ईरान के सामने मुश्किल विकल्प रखती है. या तो अमेरिका के साथ परमाणु समझौते को अंतिम रूप दे या फिर इजरायल के संभावित बड़े हमलों के लिए तैयार रहे. स्थिति बेहद संवेदनशील है और दोनों देशों की अगली चालें पूरे क्षेत्र की स्थिरता तय करेंगी. आने वाले दिन इस संघर्ष का निर्णायक मोड़ हो सकते हैं. |
क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं? |
|
हां
|
|
नहीं
|
|
बताना मुश्किल
|
|
|