पति को लगी पॉर्न देखने की लत तो पत्नी ने लगाई सुप्रीम कोर्ट से गुहार
जनता जनार्दन डेस्क ,
Feb 16, 2017, 11:51 am IST
Keywords: Woman Supreme court Husband Ban Website Adult Videos Family Marital life महिला सुप्रीम कोर्ट पति परिवार शादीशुदा घर वेबसाइट
नई दिल्ली: एेसे समय में जब सुप्रीम कोर्ट चाइल्ड पॉर्नोग्राफी बेवसाइटों के खतरे की जांच और उन्हें ब्लॉक करने के तरीके खोज रहा है, अब महिला ने एेसे ही मामले को लेकर शीर्ष अदालत में गुहार लगाई है। महिला ने कोर्ट को बताया कि कैसे पॉर्न उसकी शादीशुदा जिंदगी को बर्बाद कर रहा है।
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में मुंबई की एक महिला ने कहा कि उसकी शादीशुदा जिंदगी बर्बाद हो रही है क्योंकि उसके पति को अॉनलाइन पॉर्नोग्राफी की लत लग चुकी है। महिला ने कोर्ट से गुहार लगाई है कि वह केंद्र को आदेश दे कि वह जल्द ही एेसी साइट्स को बैन करने के लिए तुरंत कदम उठाए। उसने दलील दी कि अगर उसके पति जैसे पढ़े-लिखे शख्स को बड़ी उम्र में आकर इसकी लत लग सकती है तो यह युवाओं पर काफी बुरा असर डाल सकती है। याचिका में महिला ने कहा, मेरे पति को पॉर्न की लत लग चुकी है और वह इन दिनों इंटरनेट पर आसानी से मिलने वाले पॉर्न को देखते हैं। इसके कारण मेरे पति का दिमाग बिगड़ गया है, जिसके कारण मेरी शादीशुदा जिंदगी तबाह हो गई है। 2015 में शुरू हुई दिक्कत: सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर काम करने वाली महिला ने कोर्ट को बताया कि वह 30 वर्षों से खुशहाल शादीशुदा जिंदगी बिता रही थी, लेकिन समस्या की शुरुआत 2015 से हुई जब उनके पति को पॉर्न देखने की लत लग गई। इस दंपत्ति के दो बच्चे हैं। महिला ने कहा, पॉर्न की लत के कारण मुझे और मेरे बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उसने कहा कि बतौर सामाजिक कार्यकर्ता भी एेसे लोगों से मिलती हूं जो इंटरनेट पर मौजूद मुफ्त पॉर्न की लत से पीड़ित हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने चाइल्ड पॉर्नोग्राफी वेबसाइट्स को ब्लॉक करने को लेकर केंद्र सरकार से पूछा था। शीर्ष अदालत ने केंद्र से कहा था कि एेसी साइट्स पर प्रतिबंध लगाने में तकनीकी कठिनाई का बहाना आदेश का पालन न करने के आधार के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा। चाइल्ड पॉर्न साइट्स पर चिंता जताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा कि वह आईटी एक्सपर्ट्स के साथ बैठे और एेसी साइट्स को ब्लॉक करने के रास्ते खोजे। कोर्ट ने कहा कि वह भारतीय कानून के तहत यह मान्य नहीं है और आपको इन्हें ब्लॉक करना ही होगा। |
क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं? |
|
हां
|
|
नहीं
|
|
बताना मुश्किल
|
|
|