चर्चा में
राम मंदिर मुद्दा: क्या कहते हैं राजनीतिज्ञ व आमजन जनता जनार्दन डेस्क ,  Dec 30, 2015
वर्ष 1992 के बाद से उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा किसी न किसी रूप में चर्चा का केंद्र बन ही जाता है। खासकर जब सूबे में या केंद्र में चुनावी माहौल हो, तब तो जोर-शोर से चारों ओर चर्चाएं होने लगती हैं। मंदिर निर्माण का मामला हालांकि अभी न्यायालय में विचाराधीन है और यह बात सभी जानते हैं, फिर भी कुछ सियासतदां सरेबाजार मंदिर निर्माण की ....  लेख पढ़ें
मंडी में बिक रहे हैं 'सलमान' और 'शाहरुख' जनता जनार्दन डेस्क ,  Sep 25, 2015
ईद-उल-अदहा (बकरीद) के मौके पर बकरा मंडी में 'सलमान खान' और 'शाहरुख खान' भी बिक रहे हैं। दरअसल मालिकों ने अपने बकरों को ये नाम दिए हैं। बालीवुड सितारों के नाम पर बकरों का नाम रखने की वजह यह है कि मालिकों को लगता है कि इससे लोग उनके बकरों की तरफ आकर्षित होंगे।दोनों खान सितारों की प्रतिद्वंद्विता बकरा मंडी में भी दिख रही है। कुछ ज्यादा ही हट्टे कट्टे बकरे का नाम सलमान है तो जिसका रंग कम है यानी जो काला है उसका नाम है एसआरके। ....  लेख पढ़ें
अनैतिकता के खेल में नैतिकता की खोज करना ही गलत बी. पी. गौतम ,  Jun 29, 2015
इंडियन प्रीमियर लीग के अध्यक्ष/कमिश्नर, चैंपियंस लीग के अध्यक्ष, बीसीसीआई के उपाध्यक्ष, पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष, मोदी इंटरप्राइज़ेज़ के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक और गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया के कार्यकारी निदेशक के रूप में दुनिया भर में अपनी योग्यता का झंडा गाड़ चुके ललित कुमार मोदी आज कल फिर न सिर्फ चर्चाओं में हैं, बल्कि भारत सरकार के लिए बेवजह मुसीबत बने हुए हैं। ....  लेख पढ़ें
कभी चर्चा में थी ललित-वसुंधरा की दोस्ती जनता जनार्दन डेस्क ,  Jun 20, 2015
आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की दोस्ती भले ही आज कमजोर पड़ गई हो, लेकिन एक वक्त था जब राजस्थान में दोनों की नजदीकियां चर्चा में थी।ललित मोदी ने टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में राजे के साथ अपनी दोस्ती स्वीकार की थी। उन्होंने इंडिया टूडे से इस सप्ताह कहा, मेरी दोस्ती वसुंधरा राजे से 30 साल पुरानी है। वह मेरे परिवार और मेरी पत्नी की करीबी मित्र हैं। ....  लेख पढ़ें
..और बाजार से हटने लगी मैगी जनता जनार्दन डेस्क ,  Jun 04, 2015
देश में मैगी 25 सालों से लोगों, खासकर बच्चों की मनपसंद डिश रही है। लेकिन फिलहाल वह कुछ पदार्थों की निर्धारित सीमा से अधिक मौजूदगी को लेकर विवादों में घिरी है और कभी इसके दीवाने रहे उपभोक्ता अब मैगी से दूरी बनाने लगे हैं। कंपनी ने भी अब मैगी की बिक्री न करने का फैसला लिया है।मैगी के नमूनों की जांच में कुछ पदार्थ तय सीमा से अधिक मात्रा में मिले हैं, जिसके चलते मैगी खाने को लेकर लोग सावधानी बरत रहे हैं। मैगी बनाने वाली कंपनी नेस्ले हालांकि इस मामले में अपना रुख कायम किए हुए है। कंपनी का कहना है कि उसके उत्पाद खाने के लिए सुरक्षित हैं। ....  लेख पढ़ें
गजेन्द्र की मौत चेतावनी है.... डॉ अमित कुमार सिंह ,  Apr 28, 2015
यहॉ तो सिर्फ गूंगे और बहरे लोग बसते हैं, खुदा जाने यहॉ पर कैसे जलसा हुआ होगा"-दुष्यंत कुमार की ये पंक्तिया जंतर-मंतर के उस रैली पर सौ फीसदी लागू होती है, जिसमे बीते बुधवार किसान गजेन्द्र ने आत्महत्या कार ली। यह मौत अमानवीय थी। यह भीड़ की असंवेदना की परकाष्ठा थी। इसकी क्षति अपूरणीय है। परंतु फर्ज़ कीजिए,अगर यह मौत दिल्ली में नहीं होती तो, ....  लेख पढ़ें
'मीडिया' पुलिस के लिए है 6 दिसंबर, अयोध्यावासियों के लिए नहीं' जनता जनार्दन डेस्क ,  Dec 06, 2014
अयोध्या में हर रोज की तरह ही छह दिसंबर को भी जनजीवन सामान्य है। यहां लोग छह दिसंबर 1992, बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी की वजह से न तो डरे हुए हैं और न इस मुद्दे पर ज्यादा बात करने को तैयार हैं। अयोध्यावासियों का कहना है कि उनके लिए हर सुबह एक सी होती है चाहे वह छह दिसंबर ही क्यों न हो। ....  लेख पढ़ें
नैतिकता के पैमाने से टीओआई और दीपिका दोनों ही बाहर बी.पी. गौतम ,  Sep 23, 2014
टाइम्स ऑफ इंडिया के ऑनलाइन एंटरटेनमेंट सेक्शन पर डाले गए वीडियो और ट्वीट पर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की आपत्ति के बाद उपजा विवाद अभी थमा नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया बचाव में अपने तर्क दे रहा है और दीपिका पादुकोण अपने तर्क पर अडिग हैं। ग्लैमर की दृष्टि से टाइम्स ऑफ इंडिया सही नजर आ रहा है और एक स्त्री के नजरिये से अभिनेत्री दीपिका पादुकोण सही नजर आ रही है, लेकिन नैतिकता के मापदंड पर दोनों ही खरे उतरते नजर नहीं आ रहे हैं। ....  लेख पढ़ें
वाकई, सज़ा के पात्र हैं वेद प्रताप वैदिक बी.पी. गौतम ,  Jul 21, 2014
भारत के सब से बड़े दुश्मनों में से एक हाफ़िज़ सईद से मिलने वाले पत्रकार वेद प्रताप वैदिक कई तरह की दलीलें दे रहे हैं, जो सब निरर्थक ही महसूस हो रही हैं। उनका कहना है कि वह साक्षात्कार लेने के उद्देश्य से हाफ़िज़ सईद से मिले, जबकि सोशल मीडिया पर जारी होने वाली विवादित तस्वीर से पहले उन्होंने हाफ़िज़ सईद का कोई साक्षात्कार नहीं लिखा और न ही उन्होंने मुलाक़ात को लेकर कहीं कोई चर्चा की, जिससे स्पष्ट है कि उनकी मुलाक़ात को एक पत्रकार की मुलाक़ात नहीं माना जा सकता। ....  लेख पढ़ें
मुददा शैक्षिक योग्यता नहीं, बल्कि स्मृति ईरानी हैं बी.पी. गौतम ,  May 29, 2014
स्मृति ईरानी की शैक्षिक योग्यता को लेकर कांग्रेस नेता अजय माकन की ट्विटर पर की गई टिप्पणी ध्यान देने योग्य भी नहीं है, फिर भी बहस छिड़ गई है। भाजपा और कांग्रेस नेता ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर दोनों दलों के समर्थक भी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। स्मृति ईरानी की शैक्षिक योग्यता पर सवाल खड़ा करने वाले अजय माकन स्वयं उच्च शिक्षित हैं, इसलिए उन्हें भली-भांति ज्ञात ही होगा कि मानव संसाधन विकास मंत्री ही नहीं, बल्कि किसी भी विभाग का मंत्री बनने के लिए संविधान में शैक्षिक योग्यता अनिवार्य नहीं है, ऐसे में अजय माकन किसी भी मंत्री की शैक्षिक योग्यता पर सवाल कैसे खड़ा कर सकते हैं। ....  लेख पढ़ें
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