बातचीत-महेश जायसवालः सपा के पास अनुभव भी, जोश भी, टिकट मिला तो लड़ूगा चुनाव

बातचीत-महेश जायसवालः सपा के पास अनुभव भी, जोश भी, टिकट मिला तो लड़ूगा चुनाव चंदौली: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले की 4 विधानसभाओं में से एक सीट है मुगलसराय विधानसभा की. मुगलसराय विधानसभा 380 को मिनी महानगर के रूप में भी जाना जाता है.

मुगलसराय में एशिया का सबसे बड़ा रेलवे यार्ड तो है ही, यहां से देश के सादगी पसंद और 'जय जवान जय किसान' का नारा देने वाले प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री से जुड़ी यादें आज भी जिंदा हैं.

ऐसे में जबकि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गयी है, तब हम इस चुनावी जंग में शिरकत करने वाले संभावित लोगों के सियासी सफ़र, सोच व संघर्ष के साथ आपके बीच हैं.

उत्तर प्रदेश में चूंकि सत्ता समाजवादी पार्टी की है, इसलिए विधानसभा चुनाव के दावेदार लोगों से जुड़ी बातचीत की शुरुआत भी इसी दल के नेता से करते हैं. इस क्रम में समाजवादी पार्टी के नेता महेश जायसवाल ने जनता जनार्दन के संवाददाता अमिय पाण्डेय से खास मुलाकात की, जिसमें जायसवाल का समाजवाद, क्षेत्र के विकास आदि के प्रति क्या नज़रिया है, स्पष्ट झलका.

महेश जायसवाल ने बताया कि शुरू से उनका लगाव राजनीति और समाज सेवा की तरफ था. इसीलिए तकरीबन 20 साल पहले सपा की सदस्यता लेने के बाद लगातार वह जनसेवा के साथ ही समाजवादी पार्टी की राज्य और जिला समितियों में सक्रीय सदस्य बने रहे तथा विभिन्न पदों पर रहते हुए समाजवादी पार्टी को मजबूत करने के साथ ही आम जनता के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करते रहे.

अपने हंसमुख, मिलनसार तथा मृदुभाषी व्यवहार के चलते मुगलसराय क्षेत्र में जनप्रिय महेश जायसवाल समाजवादी पार्टी के सक्रीय सदस्यों में से एक हैं. हाल ही में बाढ़ पीड़ितों की भी इन्होंने काफी मदद की और फ़िलहाल चंदौली जिले के सपा के कोषाध्यक्ष हैं.

महेश जायसवाल ने कहा कि यातायात ही उन्नयन का मुख्य द्वार है, लिहाज़ा नक्सल प्रभावित इलाके के रूप में जाने जाने वाले मुगलसराय की पहचान विकास के रूप में अभी तक नहीं हो सकी है. कारण यहां विधानसभा सीट पर बसपा का कब्जा है और नगर पालिका अध्यक्ष भाजपा का है.

मुगलसराय में अभी विकास की बहुत संभावना है, और युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सम्पूर्ण प्रदेश में विकास कर भी रहे हैं. इस विकास से कदमताल करने के लिए जरूरी है कि इस दल की नुमाइंदगी विधानसभा में और स्थानीय स्तर पर हो.

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के बीच इन दिनों कुछ भी ठीक नहीं चल रहा और उनके बीच मतभेद है, जैसे सवाल के जवाब में जायसवाल ने बताया कि यह परिवार का निजी मामला है, इसका हल निकल आएगा. हम सभी कार्यकर्ता समाजवाद के साथ हैं.

हम कार्यकर्ता नेता जी के मार्गदर्शन की क़द्र करते हैं और समाजवाद के लिए किए गए उनके संघर्षॉ के साथ ही यह भी जानते हैं कि अखिलेश यादव जैसे युवा मुख्यमंत्री ने पिछले सालों में इस प्रदेश में जितना विकास किया है उतना कोई और नहीं कर सकता है.

राज्य की राजनीति में चर्चाओं का बाजार भले ही गर्म है, पर हर समाजवादी कार्यकर्ता जानता है और दूसरे सभी लोग भी यह जानते हैं कि अगली सरकार सपा की ही बननी है और नेताजी के नेतृत्व में ही बनेगी और फिर से अखिलेश यादव ही सपा की तरफ से प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे. प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव भी यही कह रहे तो दिक्कत बाहरी लोगों को क्यों हो रही समझ नहीं आ रहा..

अगर समाजवादी पार्टी आपको मौका देगी तो क्या आप मुगलसराय विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे? के जवाब में जायसवाल का कहना है पार्टी हाईकमान ने अगर इस लायक माना और निर्देश दिया तो न केवल मुगलसराय से चुनाव लड़ूंगा, बल्कि यहां की जनता के सहयोग और समर्थन से जीतकर मुगलसराय के लिए इतना काम करूंगा कि इसे 'विकसित  मुगलसराय' के रूप में जाना जाएगा.

महेश जी वैश्य समुदाय और मुगलसराय के मतदाताओं के बीच समाजवाद का आप जानापहचाना चेहरा हैं. मुगलसराय की जनता, युवा बुद्धजीवी आपको पसंद करते हैं, समाजवादी भी आपके साथ हैं, मेरी भी शुभकामनाएं आपके साथ हैं, लेकिन अगर पार्टी आपको टिकट नहीं देती है तो आप क्या करेंगे?

जवाब में महेश जायसवाल ने बताया कि पार्टी जिसको भी टिकट देगी मैं उसके साथ हूं, मैं नेताजी, और समाजवाद के साथ हूं. पर अगर विधानसभा का उम्मीदवार बना तो यह मुगलसराय क्षेत्र के साथ यहां की जनता की जीत होगी.
अन्य दो टूक बात लेख
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल