एफएसएसएआई ने कसा शिकंजा, मैगी को बाजार से हटाने का आदेश

जनता जनार्दन डेस्क , Jun 05, 2015, 17:17 pm IST
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एफएसएसएआई ने कसा शिकंजा, मैगी को बाजार से हटाने का आदेश नई दिल्ली/भोपाल: स्विट्जरलैंड की प्रमुख कंपनी नेस्ले पर शिकंजा कसते हुए केंद्रीय खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई ने शुक्रवार को मैगी इंस्टैंट नूडल की सभी नौ स्वीकृत किस्मों को मनुष्य के खाने के लिए असुरक्षित और खतरनाक करार देते हुए इन्हें बाजार से वापस लेने का निर्देश दिया है।

भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकार (एफएसएसएआई) ने यह भी कहा कि नेस्ले ने ‘मैगी ओट्स मसाला नूडल्स’ को बिना स्वीकृति के पेश किया है और यह कहते हुए इसे वापस लेने का निर्देश दिया कि कंपनी ने उत्पाद के लिए जोखिम एवं सुरक्षा आकलन नहीं किया।

एफएसएसएआई ने एक आदेश में कहा ‘मैगी इंस्टैंट नूडल्स की स्वीकृत सभी नौ किस्मों को बाजार से वापस लिया जाए जिन्हें मनुष्य के खाने के लिए असुरक्षित और खतरनाक पाया गया है। साथ ही उक्त उत्पादों का प्रसंस्करण, आयात, वितरण और बिक्री तुरंत प्रभाव से रोका जाए।’

एफएसएसएआई ने यह भी कहा कि नेस्ले ने स्वाद बढ़ाने वाले तत्व ‘एमएसजी’ पर लेबलिंग नियमों का भी उल्लंघन किया और कंपनी को तीन दिन के भीतर अनुपालन रपट सौंपने का आदेश दिया गया है।

आदेश में कहा गया कि कंपनी ‘मेगी ओट्स मसाला नूडल्स विद टेस्टमेकर’ नामक खाद्य उत्पाद को बाजार से वापस लिया जाये। इस उत्पाद के लिये न तो सुरक्षा आकलन किया गया और न ही उत्पाद स्वीकृति दी गई थी।’ एफएसएसएआई ने नेस्ले को नोटिस जारी किया है और कहा है कि वह 15 दिन के भीतर जवाब दे कि मैगी की नौ किस्मों को दी गई स्वीकृति क्यों न रद्द कर दी जाये।

एफएसएसएआई के मुख्य कार्यकारी वाई एस मलिक ने कहा ‘कंपनी को तीन दिन के भीतर अनुपालन रपट सौंपने का निर्देश दिया गया है और बाजार से उत्पाद वापसी प्रक्रिया पूरी होने तक दैनिक आधार पर प्रगति प्रगति रपट सौंपे।’ दिल्ली के बाद चार अन्य राज्यों - गुजरात, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड - ने मैगी नूडल्स की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है क्योंकि यह लोकप्रिय खाद्य उत्पाद सख्त खाद्य सुरक्षा जांच के घेरे दायरे में आया है।

मैगी सुरक्षित, लेकिन भारतीय बाजार से हटा रहे हैं इसे: नेस्ले
मैगी में सीसा और ‘एमएसजी’ की मात्रा अधिक पाए जाने के मद्देनजर विभिन्न राज्यों द्वारा इस पर प्रतिबंध लगाए जाने के बीच नेस्ले ने शुक्रवार को कहा कि ‘बेबुनियाद भ्रम’ की वजह से वह भारतीय बाजार से इस उत्पाद को हटा रही है।

कंपनी ने कहा है कि निराधार भ्रम की वजह से उपभोक्ताओं का भरोसा हिला है। हालांकि, कंपनी का अभी भी मानना है कि उसके नूडल्स खाने के लिये पूरी तरह सुरक्षित हैं। मैगी नूडल्स पर दिल्ली, तमिलनाडु, गुजरात और अन्य राज्यों में प्रतिबंध लगाए जाने के मद्देनजर नेस्ले के वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पॉल बुल्के स्थिति का जायजा लेने स्विटजरलैंड से दिल्ली पहुंचे हैं।

बुल्के ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा ‘हमें लग रहा है कि बेबुनियाद वजहों से भ्रम पैदा हुआ जिससे उपभोक्ताओं का भरोसा हिला है।’ जिस वक्त यह संवाददाता सम्मेलन चल रहा था, लगभग उसी समय केंद्रीय खाद्य सुरक्षा नियमाक एफएसएसएआई ने मैगी की सभी नौ किस्मों को मानव के खाने के लिए असुरक्षित और खतरनाक करार देते हुए इन्हें बाजार से वापस लेने का आदेश दिया।

मध्य प्रदेश में भी मैगी की बिक्री पर रोक
देश के कई राज्यों और नेपाल जैसे देशों के साथ ही अब मध्य प्रदेश ने भी शुक्रवार से अपने यहां मैगी नूडल्स की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है।

केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार के साथ मंत्रालय में बैठक के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संवाददाताओं से कहा, ‘जब तक यह साबित नहीं हो जाता कि मानव स्वास्थ्य के लिए मैगी नूडल्स हानिकारक नहीं है, तब तक मध्यप्रदेश में उसकी बिक्री प्रतिबंधित रहेगी’।

केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार यहां रायसेन जिले के तामोट में प्लास्टिक पार्क का शिलान्यास करने आए हैं, जो कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संसदीय क्षेत्र विदिशा का हिस्सा है। इस शिलान्यास समारोह में खुद सुषमा भी उपस्थित रहेंगी।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश सरकार ने मैगी नूडल्स के नमूने प्रयोगशाला जांच में असफल होने के बाद उसकी बिक्री प्रतिबंधित करने का फैसला किया है। लोकप्रिय ब्राण्ड मैगी नूडल्स, पड़ौसी देश नेपाल के अलावा दिल्ली सहित गुजरात, तमिलनाडु, केरल, जम्मू-कश्मीर एवं उत्तराखण्ड आदि राज्यों में पहले ही प्रतिबंधित की जा चुकी है।
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