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जम्मू-कश्मीर के डोडा में बादल फटने से भारी तबाही, हालात गंभीर

जनता जनार्दन संवाददाता , Aug 26, 2025, 16:05 pm IST
Keywords: Doda Cloudburst   जम्मू-कश्मीर   मौसम विभाग   केंद्रीय मंत्री  
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जम्मू-कश्मीर के डोडा में बादल फटने से भारी तबाही, हालात गंभीर

जम्मू-कश्मीर के डोडा ज़िले में शनिवार को अचानक बादल फटने से हालात बेकाबू हो गए हैं. ज़ोरदार बारिश के बीच कई घर बहने और दबने की आशंका जताई जा रही है. स्थानीय प्रशासन और बचाव दल मौके पर डटे हुए हैं और राहत कार्य तेजी से चल रहा है. भारी बारिश के कारण कई इलाकों में आवाजाही भी पूरी तरह से ठप हो चुकी है.

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल आपात बैठक बुलाई और हालात की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से हालात पर नजर बनाए हुए हैं और ज़रूरत पड़ने पर हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है. सीएम ने उपायुक्तों को तत्काल राहत कार्यों के लिए अतिरिक्त फंड जारी करने के निर्देश भी दिए हैं.

डोडा के डिविजनल कमिश्नर ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के कारण एनएच-244 (डोडा–किश्तवाड़) का एक हिस्सा बह गया है, जिससे वहां यातायात पूरी तरह बाधित है. लोगों को सलाह दी गई है कि जब तक सड़क पूरी तरह बहाल न हो जाए, तब तक यात्रा से बचें.

उमर अब्दुल्ला का जम्मू दौरा

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने यह भी बताया कि वह श्रीनगर से जल्द ही जम्मू रवाना होंगे ताकि जमीनी स्तर पर राहत कार्यों का जायज़ा लिया जा सके. उन्होंने कहा कि जम्मू क्षेत्र के कई हिस्सों में हालात अत्यंत संवेदनशील हैं और प्रशासन पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है.

केंद्रीय मंत्री की प्रतिक्रिया

केंद्रीय मंत्री और उधमपुर के सांसद डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी डोडा के डीसी से फोन पर बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने बताया कि भलेसा के चरवा इलाके में अचानक बाढ़ आने की सूचना है, लेकिन फिलहाल किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है. उनके कार्यालय को स्थिति की नियमित अपडेट दी जा रही है.

मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग ने आने वाले 40 घंटों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. बसंतर, तवी और चिनाब नदियों का जलस्तर चेतावनी स्तर के करीब पहुंच चुका है. प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों से अपील की है कि वे नदी किनारे और बाढ़ संभावित इलाकों से दूर रहें.

बीते दिनों की भयावह यादें

14 अगस्त को किश्तवाड़ ज़िले के चशोती गांव में बादल फटने से भयावह तबाही हुई थी, जिसमें कम से कम 65 लोगों की जान चली गई थी. अब डोडा की घटना ने उन दुखद यादों को फिर से ताज़ा कर दिया है.

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