होलिका दहन पर भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां

अमिय पाण्डेय , Mar 23, 2024, 17:40 pm IST
Keywords: Holika Dahan Par Kya na Karein   हिंदू पंचांग   होलिका की पूजा   गर्भवती महिलाएं  
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होलिका दहन पर भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका की पूजा और दहन किया जाता है तथा इसके दूसरे दिन रंग खेला जाता है. निर्णय सागर पंचांग के अनुसार 24 मार्च की रात्रि में भद्रा काल बीतने के बाद 11 बजकर 14 मिनट के बाद होलिका दहन का मुहूर्त है. होलिका दहन में कई तरह की पूजाएं और कर्म कर लोग अपने जीवन के कष्टों व परेशानियों को कम करने का कार्य भी करते हैं किंतु कुछ लोगों को चौराहों पर होने वाले होलिका दहन का दर्शन करने से ज्योतिष शास्त्र में वर्जित भी किया गया है. इस बात को भी जानना बहुत जरूरी है. 

गर्भवती महिलाओं को होलिका दहन से दूरी बना कर ही रखनी चाहिए. मान्यता है कि होलिका दहन देखने से गर्भवती महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे पर इसका बुरा असर पड़ता है. 

कुछ लोग होलिका दहन के दिन शहर भर का नजारा देखने के लिए परिवार सहित घूमने निकलते हैं उन्हें चौराहों को देख सुन कर ही पार करना चाहिए क्योंकि उस दिन बहुत से लोग चौराहों पर अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए टोने टोटके भी कर बीच चौराहे पर नींबू मिर्च आदि कुछ सामग्री डाल देते हैं, जिसे कभी लांघना नहीं चाहिए.  

मान्यता है कि जो लोग अपने परिवार की इकलौती संतान हैं, उन्हें होलिका दहन नहीं देखना चाहिए और न ही होलिका दहन की पूजा करनी चाहिए. ऐसे में परिवार के बड़े बुजुर्गों को होलिका पूजा का कार्य करना चाहिए.

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