फंसे मजदूरों के बाहर निकलने की बढ़ी उम्मीद, टनल में 6 मीटर की रह गई दूरी

जनता जनार्दन संवाददाता , Nov 23, 2023, 10:21 am IST
Keywords: Uttarkashi   Tunnel Rescue   Update Live   सिलक्यारा टनल   Modified Communication   उत्तरकाशी   मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी  
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फंसे मजदूरों के बाहर निकलने की बढ़ी उम्मीद, टनल में 6 मीटर की रह गई दूरी उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए लगातार बचाव अभियान जारी है. वहीं, मशीन से ड्रिलिंग के दौरान, जिन आयरन रॉड को एनकाउंटर किया गया था, आज सुबह NDRF के जवानों ने पाइप में घुसकर उन्हें गैस कटर से काटने का काम पूरा कर लिया है. अभी तक 8 पाइप अंदर डाली जा चुकी हैं, जो 45 मीटर तक अंदर है. 1 पाइप की लंबाई 6 मीटर है. वहीं, 9वें पाइप की वेल्डिंग, Positioning और Alignment का काम प्रगति पर है. SDRF ने पहले ही वायर के जरिये Modified Communication स्थापित किया है, जिसके जरिये स्पष्ट संवाद लगातार स्थापित है. बताया जा रहा है कि अब ड्रिलिंग के जरिए 6 मीटर की दूरी रह गई है. अगर सबकुछ बढ़िया रहा तो आज मजूदरों को सकुशल बाहर निकालने की उम्मीद है.

उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए लगातार बचाव कार्य चल रहा है. इस बीच बड़ी खबर यह है कि ड्रिलिंग कर रही मशीन में ख़राबी आ गई है. इस वजह से काम फिर से बाधित हो गया है. हालांकि, खराब मशीन को देखने के लिए कुछ एक्सपर्ट बुलाये गये हैं. वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे भी सिल्कयारा टनल पहुंचे. 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 9:30 बजे मातली हेलीपैड से सिलक्यारा स्थित अस्थायी हेलीपैड के लिए रवाना होंगे. सीएम धामी यहां टनल में चल रहे रेस्क्यू कार्य का जायजा लेंगे. बता दें कि उत्तराखंड के उत्तराकाशी में स्थित टनल टनल में मलबे के कारण 41 मजदूर फंसे हुए हैं.

उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा टनल में पिछले 11 दिन से 41 मजदूर फंसे हुए हैं. उनको निकालने के लिए बचाव दल लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. हालांकि, इन मजदूरों को निकालने में लोहे का सरिया और स्टील बाधा पहुंचा रही है. इसके चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी हो रही है. NHIDCL और NDRF के जवान 800 MM पाइप के अंदर गए और फिर हाइड्रोलिक कटर की मदद से इस लोहे को काटने की कोशिश की. NDRF के जवानों ने पाइप के अंदर जाकर मलबे की वीडियो रिकार्डिंग भी की. हालांकि, बीच में आए लोहे के ना कट पाने की वजह से देरी हो रही है.  

बताया जा रहा है कि 57 मीटर के मलबे के अंदर NHIDCL के Equipment वाली कई गाड़ियां और जरूरी सामान होने की आशंका है. वहीं, टनल में फंसे 41 मजदूरों पर कैमरे की मदद से लगातार नजर रखी जा रही है. इन 41 मज़दूरों के  बाहर निकलने के बाद तीन स्तर पर शारीरिक जांच होगी. इन मजदूरों की पैरामेडिक, CMO और चिन्याली सौड के अस्पताल में जांच की जाएगी. दिल्ली से आज कुछ और मशीन और  Equipment के साथ भूगर्भशास्त्री की टीम यहां आएगी और एनालाइसिस रिपोर्ट तैयार किया जाएगा. 

उत्तराखंड के उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल में पिछले 11 दिन से फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए युद्धस्तर बचाव कार्य जारी है. रेस्क्यू टीम ने अमेरिकी ऑगर मशीन के जरिए 67 प्रतिशत ड्रिलिंग का कार्य पूरा कर लिया है. बताया जा रहा है कि करीब 800 mm पाइप ड्रिल कर लिया गया है. हालांकि, अभी भी करीब 10 मीटर ड्रिलिंग करना बाकी है.
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