सेंसेक्स में 1700 अंकों की रिकॉर्ड गिरावट, डूब गए निवेशकों के 7 लाख करोड़

सेंसेक्स में 1700 अंकों की रिकॉर्ड गिरावट, डूब गए निवेशकों के 7 लाख करोड़ नई दिल्ली: शुक्रवार को अमेरिकी बाजारों में आई भारी गिरावट और फिर आज एशियाई बाजारों में मचे हाहाकार के बाद घरेलू बाजारों में भी कोहराम मचा दिया।  हालात ऐसे रहे कि मुंबई शेयर बाजार लाल निशान पर चला गया। इस उठापटक के चलते निवेशकों के 7 लाख करोड़ रुपये डूब गए। सुबह से ही गिरावट का दौर जारी था। दोपहर बाद तक सेंसेक्स 1520 अंक गिर चुका था। शेयर बाजार बंद होने से थोड़ा पहले सेंसेक्स रिकॉर्ड 1700 अंकों तक गिर गया। आखिर में शेयर बाजार 1624 अंकों की गिरावट के साथ 25,741 पर बंद हुआ।  यानि इसमें करीब 6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

वहीं, निफ्टी 7809 पर जाकर बंद हुआ।  बाजार खुलने के साथ निफ्टी में 400 से ज्यादा अंकों की गिरावट आई थी। सात साल में शेयर बाजार में ये सबसे बड़ी और बॉम्बे स्टाक एक्सचेंज के  इतिहास की चौथी सबसे बड़ी गिरावट है।

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1000 अंक गिरा, तो निफ्टी 8300 के नीचे आ गया। शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स ने 26,359.53 का निचला स्तर छुआ, तो निफ्टी ने 7,9909 तक गोता लगाया। सेंसेक्स और निफ्टी में 3.5-3.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। दोपहर होते-होते ये 4 फीसदी तक पहुंच गया।

मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की भी जमकर पिटाई हुई है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स करीब 4 फीसदी लुढ़ककर 13,215 के स्तर पर आ गया। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 3.75 फीसदी टूटकर 11,200 के नीचे आ गया। बीएसई के सभी सेक्टर में जमकर बिकवाली दिख रही है। रियल्टी, बैंकिंग और ऑटो शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली आई है। बीएसई के रियल्टी इंडेक्स में 4.9 फीसदी और ऑटो इंडेक्स में 4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 3.8 फीसदी लुढ़ककर 17,400 के नीचे आ गया है।

सुबह बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 900 अंक यानि 3.3 फीसदी की गिरावट के साथ 26,466 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 286 अंक यानि 3.5 फीसदी गिरकर 8,013.5 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

बाजार में कारोबार के इस दौरान यस बैंक, वेदांता, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, टाटा मोटर्स, गेल और आईसीआईसीआई बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में 6.8-4.75 फीसदी तक की कमजोरी आई है। मिडकैप शेयरों में वक्रांगी, ओसीएल इंडिया, एसकेएस माइक्रोफाइनेंस, हेक्सावेयर और केईसी इंटरनेशनल सबसे ज्यादा 15.2-7.8 फीसदी तक लुढ़के हैं।

बाजार गिरने की तीन बड़ी वजहें बताई जा रही हैं-

1-चीन का शेयर बाजार 8.5 फीसदी गिरा

2-अमेरिकी शेयर बाजार 3.5 फीसदी तक गिरा

3-अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के दाम में भारी गिरावट, 40 डॉलर प्रति बैरल पहुंचा

रुपये में भी गिरावट

वहीं, रुपये में बिकवाली का दबाव कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। हफ्ते की शुरुआत भी रुपये के लिए कमजोरी के साथ ही हुई है। यही नहीं, 1 डॉलर की कीमत तो अब 66.50 रुपये तक पहुंचने के कगार पर है।

आज डॉलर के मुकाबले रुपया 64 पैसे यानि 1 फीसदी की भारी गिरावट के साथ 66.47 के स्तर पर खुला। इस तरह, रुपया 2 साल के निचले स्तरों पर ही बना हुआ है। वहीं पिछले हफ्ते डॉलर के मुकाबले रुपया 65.83 पर बंद हुआ था।
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