ये कौन सी बीमारी, 48 घंटे में हो सकती है मौत, कोविड के बाद नई चुनौती
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Jun 17, 2024, 16:29 pm IST
Keywords: Japan Dadly Bacterial Infection जापान कोविड स्वास्थ्य मंत्रालय Japan Dadly Bacterial Infection
जापान में कोविड-काल के प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद, एक खतरना बीमारी फैल रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह बीमारी एक दुर्लभ 'मांस खाने वाले बैक्टीरिया' के कारण होती है और इसमें 48 घंटों के भीतर लोगों की मौत हो सकती है. सीएनएन के मुताबिक 2 जून तक, जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्ट्रेप्टोकोकल टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (STSS) के 977 मामले दर्ज किए थे, जिसमें मृत्यु दर 30% तक है. उपलब्ध नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, जनवरी से मार्च के बीच संक्रमण से लगभग 77 लोगों की मृत्यु हुई है. जापान में चल रहा प्रकोप पिछले साल के 941 प्रारंभिक संक्रमणों के पिछले रिकॉर्ड को पार कर चुका है. जापान के राष्ट्रीय संक्रामक रोग संस्थान ने पिछले साल STSS के कारण 97 मौतों की सूचना दी थी, जो पिछले छह वर्षों में मृत्यु दर की दूसरी सबसे बड़ी संख्या थी. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक एसटीएसएस एक दुर्लभ लेकिन गंभीर जीवाणु संक्रमण है जो तब विकसित हो सकता है जब बैक्टीरिया गहरे ऊतकों और रक्तप्रवाह में फैल जाता है. मरीजों को शुरू में बुखार, मांसपेशियों में दर्द और उल्टी होती है लेकिन लक्षण जल्दी ही जीवन के लिए खतरा बन सकते हैं जैसे कि निम्न रक्तचाप, सूजन और कई अंग विफलता, क्योंकि शरीर सदमे में चला जाता है. यू.एस. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार. 'उपचार के साथ भी, एसटीएसएस घातक हो सकता है. एसटीएसएस से पीड़ित 10 लोगों में से तीन लोग संक्रमण से मर जाते हैं.' अधिकांश एसटीएसएस मामले ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस (जीएएस) बैक्टीरिया के कारण होते हैं, जो मुख्य रूप से बच्चों में बुखार और गले के संक्रमण का कारण बनता है. दुर्लभ परिस्थितियों में, स्ट्रेप ए तब आक्रामक हो सकता है जब बैक्टीरिया एक विष उत्पन्न करता है जो इसे ब्लडस्ट्रेन तक पहुंचने में सक्षम बनाता है, जिससे टॉक्सिक शॉक जैसी गंभीर बीमारियां होती हैं. स्ट्रेप ए 'मांस खाने वाले' नेक्रोटाइज़िंग फेसिटिस का कारण भी बन सकता है, जिससे अंगों की हानि हो सकती है. हालांकि, CDC के अनुसार, इस बीमारी से पीड़ित अधिकांश रोगियों में अन्य स्वास्थ्य कारक होते हैं जो संक्रमणों से लड़ने की उनके शरीर की क्षमता को कम कर सकते हैं, जैसे कि कैंसर या मधुमेह. CDC का कहना है कि खुले घाव वाले वृद्ध लोगों में STSS होने का जोखिम अधिक होता है, जिनमें हाल ही में सर्जरी कराने वाले लोग भी शामिल हैं. CDC ने अपनी वेबसाइट पर कहा, 'हालांकि, विशेषज्ञों को यह नहीं पता है कि STSS से पीड़ित लगभग आधे लोगों के शरीर में बैक्टीरिया कैसे पहुचे.' जापानी सार्वजनिक प्रसारक NHK के अनुसार, जापान में STSS के मामलों में इस वर्ष की वृद्धि का कारण अभी भी स्पष्ट नहीं है. |
क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं? |
|
हां
|
|
नहीं
|
|
बताना मुश्किल
|
|
|