मोदी कैबिनेट में इन 5 मंत्रियों ने लगाई हैट्रिक
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Jun 10, 2024, 13:09 pm IST
Keywords: Modi Cabinet Hattrick Narendra Modi Rajnath Singh राजनाथ सिंह नितिन गडकरी Nitin Gadkari
नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर हैट्रिक पूरी कर ली. पीएम मोदी के साथ उनकी कैबिनेट के 30 कैबिनेट मंत्री और 36 राज्य मंत्रियों के अलावा 5 स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्रियों ने भी शपथ ली. जिस तरह नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने की हैट्रिक पूरी की है, उसी तरह मोदी कैबिनेट में हैट्रिक बनाने वाले 5 बड़े मंत्रियों को भी जान लीजिए, जो लगातार तीसरी बार मोदी सरकार में मंत्री बने हैं.
राजनाथ सिंह को मोदी कैबिनेट में लगातार तीसरी बार जगह मिली है. साल 2014 में पहली बार जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तक राजनाथ सिंह को भी कैबिनेट में जगह मिली थी और वो गृहमंत्री बनाए गए थे. इसके बाद राजनाथ सिंह को 2019 में नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में भी कैबिनेट में जगह मिली और तब उन्हें रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी. अब राजनाथ सिंह तीसरी बार कैबिनेट मंत्री बने हैं और इस बार भी उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है. राजनाथ सिंह के बाद दूसरा नाम नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) का आता है, जिन्हें मोदी मंत्रालय में तीसरी बार मौका मिला है. 2014 में जब पहली बार नितिन गडकरी को मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया तो उन्हें सड़क परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई. इसके बाद 2019 में भी नितिन गडकरी के पास यहीं मंत्रालय रहा. अब लगातार तीसरी बार इन्हें मंत्रिमंडल में मौका मिला है तो हो सकता है इस बार भी इन्हें सड़क परिवहन मंत्रालय ही मिले. निर्मला सीतारमण भी लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री के तौर पर जगह बनाने में कामयाब रही हैं. जब 2014 में निर्मला सीतारमण को मोदी कैबिनेट में जगह मिली तो इन्हें वाणिज्य और उद्योग मंत्री बनाया गया. इसके बाद 2017 में इन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया. हालांकि, जब 2019 में निर्मला सीतारमण को मंत्रालय में जगह मिली तो उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया. पीयूष गोयल का नाम भी मोदी कैबिनेट के मंत्रियों की हैट्रिक बनाने की लिस्ट में है. इन्हें भी मोदी सरकार में तीसरी बार जगह मिली है. 2014 में पहली बार मंत्री बनने पर पीयूष गोयल को कोयला मंत्री और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया. इसके बाद 2016 में उन्हें खान मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) की भी जिम्मेदारी दी गई. इसके बाद 2018 में पीयूष गोयल को कुछ समय के लिए वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई. इसके अलावा उन्होंने रेल मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाली. इसके बाद 2019 में पीयूष गोयल को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री बनाया गया और बाद में उन्हें उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण के अलावा कपड़ा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी दी गई. अब तक राज्यसभा के सदस्य रहे पीयूष गोयल पहली बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे है और तीसरी बार कैबिनेट मंत्री बने हैं. अब एक बार फिर उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. इसके अलावा नॉर्थ ईस्ट से आने वाले बीजेपी के बड़े नेता किरेन रिजिजू भी मोदी कैबिनेट में लगातार तीसरी बार शामिल हुए हैं. मोदी कैबिनेट में वह 2014 से बने हुए हैं और प्रधानमंत्री की 'लुक ईस्ट पॉलिसी' की एक मजबूत कड़ी माने जाते हैं. साल 2014 में मंत्री बनने के बाद किरेन रिरिजू को गृह राज्य मंत्री बनाया गया था और 2019 तक इस पद पर रहे. 2019 के चुनाव में जीत के बाद किरेन रिरिजू को अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री और युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया. इसके बाद 2021 में कानून मंत्री बनाए गए और मई 2023 तक इस पद पर काम किया. अब तीसरी बार मोदी मंत्रालय में जगह मिली है और उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है. |
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