भारत से बोरिया बिस्तर बांध लेंगी पेट्रोल-डीजल गाड़ियां?

जनता जनार्दन संवाददाता , Apr 01, 2024, 17:37 pm IST
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भारत से बोरिया बिस्तर बांध लेंगी पेट्रोल-डीजल गाड़ियां?

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भारत को ग्रीन इकॉनमी बनाने के लिए देश में हाइब्रिड व्हीकल्स पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) कम करने की वकालत की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश को पेट्रोल और डीजल व्हीकल्स से पूरी तरह मुक्त बनाना संभव है. यह पूछे जाने पर कि क्या भारत को पेट्रोल और डीजल व्हीकल्स से पूरी तरह मुक्त कराना संभव है, मंत्री ने कहा, ‘‘100 प्रतिशत. यह मुश्किल है, नामुमकिन नहीं. यह मेरा विचार है.

 उन्होंने कहा कि भारत फ्यूल इंपोर्ट पर 16 लाख करोड़ रुपये खर्च करता है. मंत्री ने कहा कि इस पैसे का इस्तेमाल किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा, गांव समृद्ध होंगे और युवाओं को रोजगार मिलेगा. हालांकि, गडकरी ने इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने के लिए कोई समयसीमा नहीं दी, जिसे हरित ऊर्जा के समर्थक भी बेहद कठिन मानते हैं. 

मंत्री ने कहा कि हाइब्रिड व्हीकल्स पर जीएसटी घटाकर 5 प्रतिशत और फ्लेक्स इंजन पर 12 प्रतिशत करने का प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेजा गया है, जो इसपर विचार कर रहा है. उन्होंने कहा कि उनका दृढ़ विश्वास है कि देश बायो फ्यूल के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर फ्यूल इंपोर्ट को समाप्त कर किया जा सकता है.  गडकरी ने कहा कि वह 2004 से वैकल्पिक ईंधन की वकालत कर रहे हैं और उन्हें भरोसा है कि आने वाले पांच से सात साल में चीजें बदल जाएंगी. 

मंत्री ने कहा, ‘‘मैं आपको इस बदलाव के लिए कोई तारीख और साल नहीं बता सकता क्योंकि यह बहुत कठिन है. यह मुश्किल है, नामुमकिन नहीं.’’ उन्होंने कहा कि उनका दृढ़ विश्वास है कि जिस गति से इलेक्ट्रिक वाहन पेश किए जा रहे हैं, आने वाला युग वैकल्पिक तथा बायो फ्यूल का होगा और यह सपना सच होगा. 

गडकरी ने कहा कि बजाज, टीवीएस और हीरो जैसी मोटर वाहन कंपनियां भी फ्लेक्स इंजन का इस्तेमाल करके मोटरसाइकिल बनाने की योजना बना रही हैं. इसी तरह की प्रौद्योगिकी से बने तिपहिया भी आने वाले हैं.

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